पीरियड (मासिक धर्म) में कम खून (blood) आना कारण और इलाज

पीरियड का कम होना – Less period blood problem in Hindi | Masik Dharm ka Kam aana in Hindi

Period ka kam aana –  पीरियड या माहवारी में क्या आपको एक या दो वूंड ही blood आ रहा है? यदि ऐसा है तो पीरियड में कम blood आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं| इंग्लिश में इस समस्या को Lack of blood during period या scanty period के नाम से भी जाना जाता है जिसमें अक्सर कम या बड़ी उम्र की लड़कियों को या औरतों को मासिक धर्म में कम ब्लीडिंग होती है| कुछ लड़कियां बताती है की उन्हें सिर्फ एक या दो बूँद ही blood आता या फिर उतना blood नहीं आता जितना नार्मल आना चाहिए| माहवारी के दौरान कम खून आना पीरियड के दौरान होने वाले hormones के बदलाव के कारण हो सकता है| लेकिन यदि आपको बार बार या हर बार पीरियड में कम ब्लीडिंग हो रही है तो यह समस्या का कारण  यानि reason हो सकती है| इस स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी होती है|

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मासिक धर्म में कम blood आना के पीछे का कारण प्रेगनेंसी भी हो सकती है तो यदि आप प्रेगनेंसी की तैयारी कर रही है और आपका पीरियड हल्का हुआ है तो समझ जाए की ऐसा प्रेगनेंसी के पहले होने वाली implantation ब्लीडिंग के कारण हो सकता है| इसके अलावा पीरियड में कम खून गिरना के पीछे कई और कारण reasons हो सकते हैं जैसे मानसिक विकार, medicine, menopause, सम्बन्ध बनाना, वजन का कम होना, गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन नियमित करना, गर्भपात हुआ होना, थाइरोइड सम्बन्धी समस्या आदि| सबसे पहले आज हम यहाँ यह जानेंगे की पीरियड नार्मल से कम या हल्का क्यों आता है और मासिक धर्म में कम blood आना के कारण या reasons क्या हो सकते हैं|

हल्का पीरियड या माहवारी में कम blood क्यों आता है? | कब आप पीरियड कम हल्का या कम समझ सकती हैं?

यहाँ आप जानेंगी की माहवारी यानि mc में कब पीरियड को हल्का या सामान्य से कम माना जाना चाहिए| आप जानती होंगी की पीरियड के आने में आपके शरीर में मौजूद hormones जिम्मेदार होते हैं| यदि किसी कारण से आपका पीरियड जल्दी आता है तो उस समय आपके शरीर में पर्याप्त हॉर्मोन की कमी होने से आपको पीरियड में कम ब्लीडिंग हो सकती है| नार्मल पीरियड 3 से 7 दिन तक चल सकता है लेकिन यदि आपका पीरियड एक या दो दिन चलता है तो इस पीरियड को हल्का या scanty पीरियड समझा जाना चाहिए| कुल मिलाकर यदि आपके पीरियड में २० ml से कम blood आ रहा है तो पीरियड कम माना जाएगा|

पीरियड में कम खून आना के कारण | माहवारी में कम ब्लीडिंग होना के reasons क्या हो सकते हैं | Causes of scanty period in Hindi

प्रेगनेंसी होने पर पीरियड कम आना

यदि आप हाल ही में pregnant हुई हैं तो आपके पीरियड की date से पहले आपको हल्का पीरियड हो सकता है जिसमें कम खून आता है और ऐसा implantation के कारण होता है| जब implantation ब्लीडिंग होती है तब आपको पेट में हल्का दर्द भी महसूस होता है| प्रेगनेंसी के कारण कम पीरियड आने के कारण और भी हो सकते हैं जैसे

पीरियड का लेट होना कुछ दिन के लिए

आपके किसी विशेष खाद्य पदार्थ की और अधिक रुझान बढ़ना मतलब खाने की आदतों में बदलाव|

बहुत कमजोरी, थकावट महसूस होना

योनी से सफ़ेद, दूध जैसे या पानी जैसे द्रव का स्त्राव होना

स्तन में दर्द, सूजन या निप्पल पर खुजली होना

Mood swing की समस्या होना

यदि आपने हाल ही में किसी से सम्बन्ध बनाया है तो बेहतर होगा की आप प्रेगनेंसी के लिए घर पर टेस्ट कर लें और यदि आपकी ऊपर दिए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं और प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव है तो कुछ दिनों बाद फिर से टेस्ट करके अपना वेहम दूर कर सकती है|

जिन लड़कियों का पीरियड अभी शुरू हुआ है

कम उम्र की लड़कियां जिनके पीरियड की अभी शुरुवात हुई है और आगे के पीरियड लेट, मिस या हलके हो रहे हैं तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं क्योंकि पीरियड को लाने वाले हॉर्मोन धीरे धीरे संतुलन में आते हैं जिसके कारण माहवारी के शुरू होने पर या उसके कुछ समय बाद तक पीरियड में कम ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है| ऐसी लड़कियों में आमतौर पर पीरियड शुरू होने के 5 से 6 सालों तक माहवारी नियमित हो जाती है और खून भी नार्मल रूप से आता है|

रजोनिवृत्ति यानि मासिक धर्म का बंद होना

बड़ी उम्र की औरतों में रजोनिवृत्ति यानि menopause के समय के समय जब पीरियड रुक जाता है के पहले औरत को पीरियड में कम blood आने की शिकायत हो जाती है जो की पीरियड लाने वाले hormones की कमी के कारण होता है| यदि आपकी उम्र 40 साल से ऊपर है और आपकी माहवारी में कम blood आ रहा है तो इसे menopause होने का पहला संकेत समझना चाहिए| इसके अलावा आप टेस्ट करवाकर या सुनिश्चित कर सकती हैं|

गर्भ निरोधक गोली या उपाय लेने से

गर्भ निरोधक गोली इया नियमित सेवन करने से मासिक धर्म कम होना या लेट आना या कभी कभी मिस हो जाना हो सकता है| गर्भ निरोधक गोलियों में hormones पाए जाते हैं जो की आपके शरीर के hormones में असंतुलन पैदा करते हैं जिसके कारण गर्भ निरोधक गोलियां लेने वाली स्त्रियों को कम पीरियड आने की समस्या होती है| इसके अलावा कभी कभी जब आप गोली लेना भूल जाएँ या किसी कारण न ले पाए तो प्रेगनेंसी भी रुक सकती है जिससे पीरियड कम आने की problem हो सकती है|

Intrauterine devices

जब कोई स्त्री प्रेगनेंसी को रोकने के लिए के लिए गर्भ निरोधक उपाय जैसे कॉपर t आदि लगवाती है तो उस कारण से भी पीरियड एक या दो महीने हल्का हो सकता है या फिर बहुत अधिक| यदि गर्भ निरोधक के इन उपायों के बाद पीरियड एक महीने हल्का हो तो कोई समस्या की बात नहीं यदि पीरियड में बहुत जयादा blood हो तो आपको डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए|

गर्भपात होने के कारण पीरियड का कम होना

पीरियड यानि mc में कम खून आना गर्भपात के कारण भी हो सकता है| ऐसा अक्सर गर्भपात होने के अगले महीने होना सामान्य बात है| नोट:- यहाँ आपको ध्यान देना है की एबॉर्शन के बाद बार बार नार्मल से कम खून आये तो तुरंत डॉक्टर से मिलिए क्योंकि इसका इलाज न होने पर बाँझपन की समस्या आ सकती है जिससे भविष्य में प्रेगनेंसी पाने में बहुत अधिक समस्या हो सकती है|

इसके अलावा माहवारी यानि मासिक धर्म में खून कम आना के पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे मानसिक तनाव, किसी कारण दुःख या मानसिक आघात लगना, अधिक भार का कम हो जाना, जरुरत से अधिक एक्सरसाइज करना आदि|

पीरियड में कम ब्लीडिंग होने पर क्या करें|  मासिक धर्म में खून कम आने का इलाज और उपाय और ध्यान रखने योग्य बातें

पीरियड में ब्लीडिंग कम आती है तो आपको सबसे पहले डरना नहीं है खास कर जब ऐसा पहली बार या menopause के कारण हो रहा है| पीरियड लाइट होना की स्थिति  में अधिक जानकरी के लिए आप अपने डॉक्टर से check up करवा सकती है और अपनी समस्या बता सकती हैं|

बिना किसी कारण के पीरियड कम होना की स्तिथि में आप अपने खान पान, जीवनशैली, और नियमित हलकी एक्सरसाइज से अपने शरीर के कार्यों को सही कर सकती है और इससे आपके शरीर के hormones भी संतुलन  में रहेंगे जिससे आपको आगे यह समस्या नहीं होगी|

यदि आपको प्रेगनेंसी पाने में दिक्कत हो रही है और आपको पीरियड में कम ब्लीडिंग होने की problem है तो इसके पीछे polycystic ovarian syndrome यानि PCOS की समस्या भी हो सकती है| इसके लिए आपको डॉक्टर से जांच और इलाज करवाना होगा|

यदि आपको किसी रोग के लिए दवाई ले रही हैं या गर्भ निरोधक दवाई ले रही हैं तो पीरियड कम होने पर आप अपने डॉक्टर से उस दवा के बारे में सलाह लीजिये|

सम्बन्ध बनाने के कुछ दिन बाद हल्का पीरियड होना प्रेगनेंसी का संकेत भी हो सकता है जिससे आप home प्रेगनेंसी टेस्ट करके जान सकती है|

पीरियड में blood खून कम आना का घरेलु इलाज उपाय

माहवारी के कम होने पर आप कुछ घरलू इलाज के उपाय और तरीके अपनाकर अपने पीरियड को नोर्मंल कर सकती हैं लेकिन पीरियड अधिक बार कम हो रहा है या फिर पीरियड सामान्य से कम दिन हो रहा है तब आपको डॉक्टर की सलाह लेना ही चाहिए|

पानी अधिक पीना आपके शरीर की कई समस्याओं को दूर कर सकता है और उनमें से एक है मासिक धर्म में कम blood आना| शरीर में पानी की कमी होने से पेट दर्द, पीरियड कम आना जैसी समस्याएँ हो सकती है| इसलिए रोजाना खूब पानी पीयें और दुसरे फल फ्रूट के जूस भी|

पीरियड कम आना या पीरियड कम दिन होना या पीरियड का मिस होना की स्थिति में आपको अदरक की बनी चाही दिन में २ या 3 बार पीने की सलाह दी जाती है| अदरक से पीरियड की समस्याएँ जैसे पीरियड में पेट दर्द के अलवा बाँझपन की शिकायत भी दूर होती है|

दालचीनी की थोड़ी सी मात्रा दूध या चाय में उबालकर पीने से भी पीरियड नार्मल होने लगता है और पीरियड में blood कम आने की problem दूर होती है|

इसी प्रकार पीरियड की सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए parsley का भी प्रयोग किया जाता है|

पीरियड या मासिक धर्म में कम ब्लीडिंग होना के बारे में इस जानकरी को जानने के बाद आप समझ गयी होंगी की आपकी माहवारी कम या हलकी क्यों हो रही है| यदि आपको कोई असामन्य लक्षण महसूस हो रहा है तो आपको जल्दी ही किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए ताकि आगे चलकर यह छोटी समस्या अधिक बड़ी न हो पाए और सही समय पर पीरियड कम आने का इलाज आपको मिल पाए|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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