पीरियड में blood clots आना – माहवारी मासिक धर्म में खून के काले थक्के आना

Period blood clots in Hindi

पीरियड आना जिसे हम हिंदी में मासिक धर्म या माहवारी के नाम से जानते हैं एक प्राकर्तिक क्रिया है जो जिसमें गर्भाशय की लाइनिंग जिसे endometrium कहते हैं के tissue, खून और अनिषेचित अंडे के साथ बहार निकल जाती है| कभी कभी कुछ लड़कियों या औरतों में पीरियड में blood clots यानी खून का थक्का भी बहार आने लगता है| यह blood क्लॉट छोटा, बड़ा या जेली जैसा हो सकता है| अक्सर पीरियड में लड़कियां इससे देख कर घबरा जाती है| लेकिन याद रखिये की यदि आपके मासिक धर्म या माहवारी में ऐसे खून का थक्का आ रहा है तो आप दुनिया में अकेली नहीं हैं क्योंकि ऐसा होना बहुत आम बात है|

mc blood clots

आज हम जानेंगे की पीरियड में blood clots आना क्यों होता है और इसके कारण क्या होते हैं और कब आपको डॉक्टर से मिलकर माहवारी में खून के थक्के का इलाज करवाना चाहिए के बारे में| साथ ही यह भी जानेंगे की आप blood clots को कैसे रोक सकती हैं|

पीरियड में blood clots आना problem क्या है?

देखिये , पीरियड में blood क्लॉट आना एक सामान्य बात हो सकती है लेकिन कुछ cases में मासिक धर्म में खून के थक्के आने पर आपको Gynecologist से check up की जरुरत पड़ती है| इसके बारे में हम आपको बाद में बताएँगे| पहले यह जान लेते हैं की पीरियड के ब्लड क्लॉट क्या हैं और ये कैसे बनते हैं|

पीरियड के blood clots क्या हैं और ये कैसे बनते हैं?

खून के थक्के पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग को कण्ट्रोल करने का एक प्राकर्तिक उपाय है| इन खून के थक्कों में जमा हुआ खून, फाइब्रिन और endometrial tissue पाया जाता है| पीरियड में blood clots बनने के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में आपको जानकारी होना जरुरी है|

पीरियड में blood clots आने के कारण | Period Blood Clots Causes in Hindi

जब पीरियड होता है तब कुछ कारणों से खून गर्भाशय में जम जाता है और clots बनते हैं जानिये उन कारणों के बारे में|

Endometriosis

इसमें गर्भाशय की दीवार मोटी हो जाती है और पीरियड में ज्यादा ब्लीडिंग होना इसका मुख्य लक्षण होता है| अधिक खून गर्भाशय में होने से खून के थक्के बन जाते हैं जो पीरियड में बहार आते हैं|

Post childbirth uterine size

इसमें बच्चे के जन्म के बाद गर्भाशय अपनी पहली वाली स्तिथि में नहीं आ पाता इस्के कारण पीरियड से पहले बहुत अधिक मात्रा में खून जमा हो जाता है जिसमें clots बन जाते हैं|

गर्भस्य में रूकावट

fibroids, polyps और adhesions जैसी problem होने पर गर्भाशय में रूकावट पैदा होती है जिससे खून पूरी तरह से बहार नहीं आ पाता और बचे हुए खून के थक्के बन जाते हैं|

Adenomyosis

इस समस्या में endometrial tissue गर्भाशय की दीवार में बढ़ने लगते हैं जिसके कारण पीरियड में heavy ब्लीडिंग होती है, पीरियड में जयादा blood लम्बे समय तक आता है और पीरियड में blood clots भी आते हैं|

heavy पीरियड की समस्या

पीरियड में खून अधिक आने से आपका शरीर पूरे खून को एक साथ निकालने में असमर्थ हो जाता है और बचा हुआ खून गर्भाशय में जैम कर blood clots का निर्माण कर लेता है|

hormones का असंतुलन

progesterone and estrogen hormones ये निर्धारित करते हैं की आपका शरीर कैसे गर्भाशय की लाइनिंग को शेड करे| यदि आपके शरीर में इन hormones का असंतुलन हो जाए तो गर्भाशय की लाइनिंग मोटी होने लगेगी जिसके परिणाम सवरूप आपको पीरियड heavy आएगा और माहवारी के दौरान खून के थक्के बनने की भी पूरी सम्भावना होगी|

कई लड़कियों और महिलाओं में blood clots की समस्या कभी कभी होती है और यदि एक बार आ भी जाए तो अगली बार नहीं आते जो की एक सामान्य सी बात है जिसका कारण hormones में बदलाव, आपका खान पान, आपकी जीवनशैली में बदलाव होना हो सकता है|

पीरियड में blood clots आना – डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

जब आपको पीरियड में ब्लड क्लोट्स आने की समस्या हो और यह problem आपको हर पीरियड में हो रही हो तो डॉक्टर से मिलना ही समझदार होगी खास कर जब

आपके पीरियड में बड़े बड़े खून के थक्के आ रहे हो

बहुत कम समय में बहुत अधिक blood clots आ रहे हों

मासिक धर्म में खून का थक्का आने के साथ आपको बहुत अधिक कमजोरी, पेट में तेज दर्द, सूजन, पेट का फूलना और दर्द करना, पीरियड का बंद न होना, पीरियड में बहुत अधिक खून आना, पीरियड ना होने पर भी खून आना आदि जैसे लक्षण हो तो डॉक्टर से तुरंत मिलना चाहिए| ताकि यह पता चल सके की आपको किसी प्रकार की को समस्या तो नहीं है और समस्या हो भी तो समय से उसका इलाज हो जाए|

पीरियड में ब्लड clots आना से बचाव कैसे करें ?

पानी जितना हो सके उतना पीजिये इससे आपके शरीर में blood clots बनने की समस्या कम होगी और आपका खून शरीर में आसानी से बह पायेगा साथ ही आपका पीरियड भी healthy होगा| इसके साथ सुबह और शाम को निम्बू पानी पीना भी शुरू कर दें|

रोजाना ताजे फल और सब्जियों का जूस पीयें जिससे आपको प्रयाप्त मात्रा में पोषक तत्व मिल सकें और आपकी फर्टिलिटी में सुधार हो|

अच्छी डाइट के साथ आप डॉक्टर के बताये हुए सप्लीमेंट भी ले सकती हैं जिससे आपको पूरा पोषण मिलेगा और पीरियड एवम शरीर की बहुत सारी परेशानियाँ दूर होंगी|

अपने hormones को बैलेंस में रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें , रात में अच्छी नींद लें, नशा न करें किसी भी प्रकार का, अच्छी डाइट लें और तनाव आदि से मुक्त रहने की कोशिश करें|

सम्भोग के समय प्रोटेक्शन इस्तेमाल करें न की birth कण्ट्रोल पिल्स क्योंकि ऐसी दवाइयां शरीर में hormones के लेवल को बिगाड़ कर पीरियड मिस या लेट होना, खून के थक्के आना और भविष्य में बाँझपन की समस्याएं भी पैदा कर सकती हैं|

तो आज हमारी बहनों ने जाना की पीरियड में blood clots क्यों आते हैं और दूसरी जरुरी जानकारी के बारे में| याद रखिये किसी के भी कहने पर कोई दवा न लें जब तक की आपका डॉक्टर आपको ऐसा करने के लिए नहीं कहता| आपने प्रशन आप हमसे पूछ सकते हैं यदि आके मन में अभी भी कोई प्रशन या शंका है तो|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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