हल्दी से बवासीर का रामबाण इलाज (उपचार)

यहाँ हम पढेंगे की कैसे घरेलु हल्दी का प्रयोग करके बवासीर जैसी पीड़ादायक समस्या को जड़ से ख़तम किया जा सकता है| लेकिन उससे पहले थोड़ी सी जानकारी बवासीर के बारे में जान लीजिये| यदि आप बवासीर की पीड़ा झेल रहे हैं तो हम समझ सकते हैं की आप किस स्तिथि से गुजर रहे हैं| लेकिन अब घबराने की आवश्यकता नहीं क्योंकि हम बतायेंगे की हल्दी से किस तरह से बवासीर का रामबाण इलाज या उपचार किया जाता है| अब बात करते हैं बवासीर की जिसे हम अंग्रेजी में piles या haemorrhoids के नाम से जानते हैं| या रोग दो प्रकार का हो सकता है यानि बाहरी और भीतरी जहाँ भीतरी piles में रक्त स्त्राव हो सकता है लेकिन दर्द कम होता है वही दूसरी और बाहरी बवासीर में असहनीय दर्द होता है और मलत्याग और बेठने पर बहुत पीड़ा होती है| बाहरी बवासीर में मस्से बनना और उनसे खून आना भी देखा जाता है|

बवासीर के कारण बहुत से होते हैं जिनमे से मुख्य हैं – कब्ज, ख़राब खान पान. भोजन में फाइबर की कमी, मानसिक तनाव, ज्यादा बेठे रहने से, मल त्याग के समय ज्यादा जो लगाने से आदि| गुदा में पीड़ा, सुजन, खुजली होना और मलत्याग करते समय खून आना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं| रोगी अकसर चिडचिडा और चिंतित रहने लगता है|

turmeric for piles

वैसे तो जितने मुँह उतनी बातें मतलब हर कोई अपनी राय या घरेलु नुस्खा दे देता है लेकिन हर नुस्खा हर किसी के लिए उतना असरदार नहीं होता| लेकिन हल्दी से बवासीर का इलाज सदियों से होता आ रहा है| यही कारण है की आयुर्वेदिक डॉक्टर्स और जड़ी बूटियों के जानकार इस पीड़ादाई रोग के लिए हल्दी इस्तेमाल करने की सलाह देते है|

क्यों है हल्दी बवासीर के लिए इतनी कारगर?

इसका उत्तर सरल है क्योंकि हल्दी में anti- inflammatory यानि सोज घटाने वाले, एंटी- सेप्टिक, कीटाणुओं को ख़तम करने वाले, घाव को भरने वाले और दुसरे ऐसे प्राकर्तिक गुण पाए जाते हैं जो की बवासीर की समस्या को जड़ से मिटने की क्षमता रखते हैं|

लेकिन अब सवाल उठता है की कैसे हम हल्दी को बवासीर के इलाज के लिए प्रयोग में लायें| आपकी सुविधा के लिए हमने यहाँ कुछ तरीके बताएँ हैं जिन्हें आप अपनी समस्या या प्राकर्तिक पदार्थों की उपलब्धता के आधार पर इतेमाल कर सकते हैं|

हल्दी से बवासीर का इलाज कैसे करे?| turmeric home remedies for piles

हल्दी और पेट्रोलियम जेली

ये नुस्खा तब कारगर होता है जब आपको मलत्याग करने में बहुत ही अधिक परेशानी हो रही है| यहाँ हल्दी आपके घाव को भरेगी, सुजन और दर्द घटाएगी. संक्रमण को ख़तम करेगी वहीँ पेट्रोलियम जेली आपके गुदा मार्ग को चिकना करके आपके मल त्याग को आसन बनाएगी|

आपको करना ये होगा की आपको एक चम्मच हल्दी को एक चम्मच पेट्रोलियम जेली के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करनी है| इस पेस्ट को मलत्याग करने से कुछ देर पहले अपनी ऊँगली की सहायता से अपने गुदा के अन्दर और बाहर लगा लें| कुल मिलकर आपको दिन में 3 बार ये पेस्ट लगनी है ताकि हल्दी अपना कार्य करती रहे और आपकी समस्या जल्दी ठीक हो सके|

हल्दी और एलो वेरा

एलो वेरा में प्राकर्तिक soothing, healing, एंटी सेप्टिक, inflammation घटाने  वाले और  दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं| अकसर हर्बल एक्सपर्ट इसे घाव, जलने, कटने और सुजन होने वाली जगह पर लगाने की सलाह देते हैं| जब एलो वेरा जेल को हल्दी के साथ मिला दिया जाता है तो बवासीर के लिए एक रामबाण घरेलु क्रीम तैयार हो जाती है| हल्दी और एलो वेरा के वेशकीमती गुण खून को बंद करते हैं, पीड़ा हरते हैं, सुजन कम करते हैं और संक्रमण को ख़तम करके गुदा के घावों को जल्दी भरने में मदद करते हैं|

आपको आधा चम्मच एलो वेरा की ताज़ी जेल में एक चम्मच हल्दी का मिलकर एक पेस्ट बना लेनी हैं| इस पेस्ट को रोजन रात को सोने से पहले अपनी गुदा के अन्दर और बहार लगा लेना है| ऐसा एक हफ्ते करने से आपको बवासीर से जल्दी मुक्ति मिलेगी| हो सके to दिन में भी इस पेस्ट का प्रयोग करें|

हल्दी और desi घी

desi घी हमारे भारतीय घरों में आसानी से मिल जाता है| आपको यहाँ करना यह होगा की एक चम्मच घी में आधा से एक चम्मच हल्दी का मिला लेना है| इस पेस्ट को रात को सोने से पहले अपनी गुदा के अन्दर और बाहर लगा लेना है| यहाँ ध्यान ये रखना है की इस नुस्खे को 3 रात रोजाना लगाना है| फिर उसके बाद 2 दिन नहीं लगाना| यदि आपकी बवासीर ठीक नहीं होती तो 3 दिन फिर से ये नुस्खा हर रात 3 दिनों के लिए करना होगा| ये नुस्खा आपकी बवासीर की परेशानी को मिटाएगा साथी आपके मल त्याग को भी काफी आसान बना देगा|

ध्यान रखिये :-

आप जानते हैं की हल्दी कपड़ों पर पीला रंग छोड़ सकती है| इसलिए जब ये नुस्खे प्रयोग में ला रहे हों to पुराने कपडे पहने नहीं तो कपडे पीले पड़ जायेंगे ओर आप जानते हैं की हल्दी का रंग उतरना कितना मुश्किल है| इसलिए जिनता हो सके नीचे काले रंफ का अंडरवियर पहन कर ही ये नुस्खे इतेअमल करें| जहाँ तक की त्वचा से रंग उतरने की बात है तो वो कुछ ही दिनों में स्वत उतर जायेगा|

कुछ जरुरी टिप्स

  • जब आप हल्दी से बवासीर का इलाज कर रहे हों तो भोजन में fiber युक्त चीज़ों का सेवन अधिक करिए| हो सके तो रोजाना रात को दूध में एक चम्मच isabgol पाउडर डालकर पीयें ताकि आपको मलत्याग करते समय दर्द न हो|
  • रोजाना ढेर सारा पानी पीएं ताकि मल सॉफ्ट हो सके और कब्ज की शिकायत दूर हो| कई बार ऐसा होता है की piles होने पर रोगी मलत्याग करने से ही डरता है जिससे कब्ज होने की शिकायत रहती है और मलत्याग करते समय असहनीय दर्द होता है| इसलिए जरुरी है की आप क्यादा से ज्यादा जल और दुसरे सेहत बेहतर करने वाले liquids जैसे juice और नारियल पानी नियमित रूप से पीते रहे|
  • रोजाना भोजन के साथ या बाद एक बड़ा चम्मच ओलिव आयल का सेवन करिए| यह आपके मल निकास को आसान बना देगा|
  • एक टब में हल्का गर्म पानी लीजिये और कुछ देर उस टब में बेठिये| इससे खुजली और दर्द में आराम मिलेगा|
  • किसी साफ़ रुमाल में बर्फ का टुकड़ा लपेट कर अपनी गुदा पर कुछ देर के लिए लगायें इससे आपको दर्द, सुजन और खुजली से निजात मिलेगी|
  • रोजाना रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीजिये ताकि आपके शरीर को बवासीर के संकर्मन, दर्द और सुजन से लड़ने का बल मिल सके| इससे आपकी परेशां बहुत जल्दी ठीक होगी|

ये कुछ टिप्स हैं जो आपको तब अपनाने हैं जब आप हल्दी से बवासीर का उपचार कर रहे हों| इनके  अलावा piles के इलाज की जयादा जानकारी आपको हमारे दुसरे लेख piles home treatment में मिल सकती है|

यह लेख आपको कैसा लगा और ऊपर दिए गए घरेलु नुस्खों से आपको क्या परिणाम मिले इसके बारे में आप हमें और हमारे पाठकों को नीचे दिए हुए comment box में लिखकर आवश्य बताएँ|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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