पेट आंत में अल्सर होने पर क्या खाना चाहिए क्या नहीं (परहेज)

पेट में अल्सर होने पर खाने पीने का परहेज रखना क्यों जरुरी होता है?

पेट की आंत में घाव होना यानी पेट में पेप्टिक अल्सर होने की स्थिति में वैसे तो आपको जल्दी आराम डॉक्टर की दवाई और सही इलाज से ही आएगा यानी आपको अल्सर होने की स्थिति में डॉक्टर की बताई गई दवा या मेडिसिन का कोर्स नियमित रूप से लेना है| जब आपके पेट में अल्सर होता है तब आप को क्या खाना चाहिए क्या नहीं और अल्सर होने पर क्या परहेज करना है के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए| खाने पीने से अल्सर का इलाज नहीं होता लेकिन आप क्या खाते हैं और क्या पीते हैं का प्रभाव अल्सर के इलाज पर जरूर पड़ता है इसलिए आपको पता होना चाहिए कि पेट या आंत में अल्सर होने की स्थिति में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यानी किन चीजों से आपको परहेज करना चाहिए| इसीलिए हम आपको अल्सर के बारे में कुछ डाइट टिप्स देने जा रहे हैं – ulcer diet in Hindi.

ulcer foods to eat in hindi

अल्सर में सही खान-पान रखने से आपके शरीर को अल्सर का इलाज तेजी से लगता है जैसा कि आपको पता ही होगा कि अल्सर इंफेक्शन के कारण होता है और जब आप सही खाने पीने का ध्यान रखते हैं और पोषण युक्त चीजें खाते हैं तो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कि आपके शरीर को अल्सर के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है यानी अल्सर का जल्दी से इलाज करने के लिए और इस समस्या को तेजी से ख़त्म करने के लिए आपको खाने पीने संबंधी कुछ परहेज रखने होते हैं और आपको यह पता होना चाहिए कि अल्सर में क्या खाना है क्या नहीं तो चलिए जानते हैं कि पेट या आंत का अल्सर होने पर खानपान डाइट और परहेज संबंधी जरूरी जानकारी और निर्देश|

पेट में अल्सर होने पर क्या खाना चाहिए | foods to eat with stomach ulcers in Hindi

अल्सर की समस्या के इलाज के साथ साथ आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि आपको अल्सर में क्या खाना चाहिए क्योंकि अच्छा और पोषण युक्त भोजन खाने पीने की चीजें खाने से आपका अल्सर जल्दी ठीक होता है और आपके शरीर को इंफेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है जिससे आपकी पेट और आंत में बना घाव जल्दी भरता है और आपको तेजी से अल्सर की समस्या से छुटकारा मिलता है अल्सर ठीक करने की आयुर्वेदिक डाइट यह खान पान संबंधी बातें नहीं बताने वाले हम आपको वह बताएंगे जो रिसर्च या डॉक्टर पेट में अल्सर होने के समय पीने की सलाह देते हैं| निम्न चीजें खाने से अल्सर की समस्या जल्दी दूर होती है|

फूल गोभी, पत्ता गोभी, मूली अल्सर में खाना फायदेमंद माना जाता है इसके अलावा सब्जियों में आपको गाजर, ब्रोकोली और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक आदि खाने की सलाह दी जाती है|

फलों में आपको वह फल खाने होते हैं जिनसे आपको वह पोषक तत्व मिल सके जो आपकी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में मदद करते हैं| अल्सर में आप सेब, केला, चेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी , blueberries , रास्पबेरी आदि फल फ्रूट का सेवन करने की सलाह दी जाती है|

अल्सर में आपको स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने वाले तेल इस्तेमाल करनी चाहिए| आप भोजन बनाते समय कनोला तेल क्या ऑलिव ऑयल का ही इस्तेमाल करें यह तेल आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माने जाते हैं और इनसे मिलने वाले ओमेगा फैटी एसिड आपको अल्सर की समस्या में लाभ पहुंचाते हैं|

आपको दूध के स्थान पर दही या छाछ का सेवन करना चाहिए क्योंकि दही से आपको अच्छी मात्रा में प्रोबायोटिक मिलता है जो कि अच्छा बैक्टीरिया होता है| यह बैक्टीरिया आपके पाचन को मजबूत करने के साथ-साथ आपकी शरीर को अल्सर पैदा करने वाले हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में बल प्रदान करता है|

मीठे के स्थान पर आपको शहद का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है अल्सर होने की स्थिति में आपको अधिक मीठा या बाहर से लाई गई मिठाइयां खाने से परहेज करना होता है|

आपको चाय कॉफी से परहेज करना होता है आप मुलेठी डालकर ग्रीन टी बना कर पी सकते हैं और अपनी चाय कॉफी की तलब को कम कर सकते हैं|

भोजन बनाते समय हल्दी लहसुन काली मिर्च आदि का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है| लाल मिर्ची की जगह आप कम मात्रा में काली मिर्च डाल कर भोजन बना सकते हैं किस से भोजन का स्वाद भी बना रहेगा और आपको अल्सर के ठीक होने में मदद भी मिलेगी|

अल्सर में अच्छी डाइट के फायदे | सही डाइट क्यों है जरुरी

हमने जो आपको खाने की चीजें बताई है कि आपको अल्सर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यह एक रिसर्च की देन है| इसलिए आपको उपरोक्त चीजों का अधिक सेवन करना चाहिए| आपको अल्सर की डाइट में उपरोक्त चीजें खाने से निम्न फायदे मिलेंगे

आपको चेरी, सेब, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी आदि खाने की सलाह इसलिए दी गई है क्योंकि इनसे आपको भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं यह एंटीऑक्सीडेंट आपके रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत करते हैं जिससे आपके शरीर को अल्सर पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है और ऐसे खाद्य पदार्थ आपको पेट में होने वाले कैंसर से भी  सुरक्षित रखते हैं|

हरी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम और विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिन्हें खाने पर आपको अल्सर के करण आई शारीरिक कमजोरी थकावट खून की कमी आदि लक्षणों से छुटकारा मिलता है और आपके शरीर में पोषण की कमी नहीं हो पाती|

पेट में अल्सर होने पर ब्रोकली खाने से आपको बहुत फायदे यानी बेनिफिट्स मिलते हैं| ब्रोकोली में sulforaphane नामक एक रसायन पाया जाता है जो कि अल्सर पैदा करने वाले बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकने में सक्षम होता है|

ऑलिव ऑयल क्या जैतून का तेल खाने से अल्सर पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद मिलती है इसीलिए पेट के अल्सर होने पर आपको इस तेल को खाने की सलाह दी गई है|

हल्दी में दर्द निवारक और एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो कि पेट के घाव को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं पेट में अल्सर होने पर मल के साथ खून आ सकता है जिससे शरीर में अनीमिया की शिकायत हो सकती है| हल्दी के सेवन से पेट के घाव जल्दी भरते हैं जिससे आपको मल में खून आने की शिकायत नहीं होती|

इसी प्रकार अल्सर के इलाज में लहसुन, ग्रीन टी और मुलेठी इस्तेमाल  की सलाह को दी गई है क्योंकि यह खाद्य पदार्थ अल्सर की समस्या होने पर विशेष तौर पर फायदेमंद माने जाते हैं|

अल्सर होने पर क्या नहीं खाना चाहिए | foods to avoid with peptic or stomach ulcer in Hindi

जैसे सही प्रकार का भोजन खाने से अल्सर की समस्या जल्दी ठीक होती है ठीक उसी प्रकार यदि आप खाने पीने में परहेज नहीं करते और गलत  खाद्य पदार्थों का चयन करके उनका सेवन करते हैं तो आपके पेट में घाव की समस्या और अधिक बढ़ सकती है| इसलिए आपको अल्सर होने पर विशेष रुप से अपने खान पान संबंधी परहेज  करने की सलाह दी जाती है|  वैसे आपको खुद को ही पता होना चाहिए कि आपके शरीर को क्या खाने से आराम मिलता है और क्या खाने से आपको शरीर या पेट संबंधी समस्याएं होती हैं| कुल मिलाकर अल्सर होने पर आपको हलकी फुलकी जल्दी पचने वाली डाइट ही खानी चाहिए|

आपको अल्सर होने की स्थिति में ऐसी चीजें नहीं खानी चाहिए जो कि आपके शरीर में गर्मी पैदा करें या फिर एसिड के निर्माण को बढ़ाएं  जैसे शराब, चाय, कॉफी, चॉकलेट, मिर्च मसालेदार भोजन, तैलीय चीजों का अधिक सेवन, फास्ट फूड और fatty फूड के अलावा

अम्लीय खाद्य पदार्थ खाना जैसे टमाटर, नींबू आदि

पेट के अंदर घाव होने पर आपको चाय या कॉफी पीने से भी परहेज करना चाहिए|

पेट में अल्सर होने पर आपको अधिक खाने से परहेज करना चाहिए  और भोजन को एक बार में नहीं करना चाहिए|

यह भी ध्यान रखिए कि भोजन सोने से दो-तीन घंटे पहले करें| भोजन करते ही सो जाने से शरीर में अधिक अम्लीय एसिड का निर्माण होता है जिससे आपकी अल्सर की समस्या और अधिक बिगड़ सकती है|

भोजन को अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाइए जिससे उसके पाचन में कोई परेशानी ना हो|

अल्सर होने की स्थिति में आपको अधिक नमक खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि रिसर्च में पाया गया है कि अल्सर के दौरान अधिक नमक का सेवन पेट के कैंसर होने की संभावना को कई गुना बढ़ा देता है|

पेट में या आंतों में अल्सर होने पर आप मांसाहार खाने से भी परहेज करें क्योंकि मांस को पचने के लिए अधिक समय लगता है और उसे पचाने के लिए आपका शरीर अधिक मात्रा में एसिड का निर्माण करता है और अधिक मात्रा एसिड बनने से आपके अल्सर की स्थिति बिगड़ सकती है|

कुछ लोग पूछते हैं कि अल्सर होने पर कौन से ड्राई फ्रूट खाने चाहिए और कौन से नहीं तो इस बारे में आप अपने डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं|

क्या पेट में अल्सर ठीक होने के बाद दोबारा फिर हो सकता है?

जी हां, यदि आप को अल्सर का सही इलाज मिला है और आपके पेट या आंत में जो अल्सर के कारण घाव बने थे वह ठीक हो गए हैं तब भी आपको दोबारा अल्सर होने की संभावना बनी रहती है| ऐसा तब होता है जब आप खाने पीने में परहेज नहीं करते और दोबारा वह गलतियां करते हैं जिनके कारण आपको अल्सर की समस्या हुई| इसलिए समझदारी से काम लीजिए और यह ध्यान रखिए कि आपको कौन सी चीज खानी है और कौन सी नहीं यदि आप परहेज नहीं करेंगे तो आपको अल्सर की समस्या बार-बार झेलनी पड़ेगी|

अलसर ठीक होने के बाद खाने पीने में परहेज क्या करें?

जरूरी नहीं कि आपको एक बार पेट के अल्सर से छुटकारा मिल गया है तो वह फिर से नहीं हो सकता| यदि आप पेट में होने वाले अल्सर या घाव की समस्या से दूर रहना चाहते हैं तो पेट में घाव के ठीक हो जाने के बाद भी आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा इसमें सबसे जरूरी है मिर्च-मसालेदार, अधिक ऑयली, फास्ट फूड, मैदे से बनी चीजें, अधिक गर्मी करने वाली चीजें, कोल्ड ड्रिंक्स, चाय, कॉफी, शराब आदि खाने पीने से आपको परहेज रखना होगा| ऐसा ना करने पर आपको फिर से अल्सर होने की शिकायत हो सकती है और बार-बार अल्सर होना आपकी पूरी सेहत को बिगाड़ सकता है| घाव के ठीक हो जाने के बाद भी आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार खानपान का ध्यान रखना चाहिए और यह पूरी जानकारी रखनी चाहिए कि आपको अलसर ठीक हो जाने के बाद क्या खाना है और क्या नहीं यानी किन चीजों से आपको परहेज करना है और क्या आप आराम से खा सकते हैं|

पेट intestine में अलसर होने पर क्या नहीं करना चाहिए| पेप्टिक अलसर में क्या न करे (परहेज) के बारे में जानकारी

यदि आपको पेप्टिक अल्सर की परेशानी है और आपको अल्सर की समस्या बार-बार होती है और बार-बार आपको पेट या आंत में अल्सर के कारण दवाइयां लेनी पड़ती है तो कि मैं आपको बचाव के तरीके अपनाने चाहिए और ऐसी चीजों से परहेज करना चाहिए जिनके कारण  पेट की आंत के अल्सर की समस्या बार-बार हो रही है| यहां कुछ अल्सर से बचाव के तरीके और उपाय हमने बताए हैं जिन को अपनाने से आप पेट के अल्सर की समस्या होने से अपना बचाव कर पाएंगे  यानी आप को किन-किन चीजों से परहेज करना चाहिए के बारे में जानकारी|

अल्सर होने पर दर्द निवारक दवाइयां करिए कम

नॉन स्टिरॉइडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाइयां जैसे सिरदर्द, पीरियड में पेट दर्द को कम करने के लिए और शरीर में मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए ली जाने वाली दवा जैसे एस्प्रीन, पेरासिटामोल,  डाईक्लोफेनाक सोडियम आदि आपको बिना डॉक्टर की पर्ची से आसानी से मिल जाती है और आप हल्का सा दर्द होते ही इन्हें ले लेते हैं|

इस प्रकार की दवाइयां आपके पेट के सुरक्षा कवच को नुकसान पहुंचाती है और अल्सर की समस्या पैदा करती है| जब आप ऐसी दर्द निवारक दवाइयां लेते हैं तब आपको अल्सर की समस्या बार-बार होती है इसके अलावा यह दवाइयां आपके पेप्टिक कया गैस्टिक अल्सर के इलाज को भी धीमा कर देती है|

इसलिए आपको ऐसी दवाइयां बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी और हो सके तो आप दर्द निवारण के प्राकृतिक तरीके इस्तेमाल करने की कोशिश कीजिए जैसे कि यदि आपको कहीं बहुत तेज दर्द है तो अब दर्द निवारक की कम खुराक के साथ आयुर्वेदिक घरेलू प्राकृतिक दर्द  निवारण के तरीके अपना सकते हैं जिससे गोलियों से पड़ने वाला असर आपके पेट पर कम पड़ेगा|

सिगरेट शराब से करिए परहेज

पेट की आंत के अल्सर होने पर आपको तंबाकू से बने पदार्थ जैसे सिगरेट, गुटखा, खैनी, जर्दा, बीड़ी आदि से परहेज करना चाहिए क्योंकि इनमें पाए जाने वाले रसायन आपके पेट में अल्सर की समस्या को अधिक कर देते हैं इसलिए आपको इन चीजों से परहेज रखना ही होगा खासकर जब आपको अल्सर की समस्या रहती है|

शराब पेट के लिए बहुत खराब मानी जाती है और जो लोग इसका सेवन करते हैं उनमें अल्सर की समस्या कई गुना अधिक बढ़ जाती है| शराबी लोग अक्सर मिर्च मसालेदार खाना पसंद करते हैं जिससे कि शराब और मिर्च मसाले से होने वाला नुकसान अल्सर की समस्या को बहुत अधिक बढ़ा सकता है और बुरी स्थिति में पेट का कैंसर तक कर सकता है|   आप को शराब से परहेज रखना ही होगा और ऐसा ना करने पर अल्सर के अलावा और भी बहुत गंभीर बीमारियां आपको लग सकती हैं|

Corticosteroid  का इस्तेमाल करिए कम

कुछ लोग के रोगों को दूर करने के लिए डॉक्टर की दी गई डोज से अधिक दवाई का सेवन करते हैं या फिर जितना कोर्स डॉक्टर ने बताया है उससे अधिक इन दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं| ऐसा करने से आप परहेज करिए वरना आपकी अल्सर की समस्या ठीक नहीं हो पाएगी और अल्सर का इलाज आपको लग नहीं पाएगा|

मानसिक तनाव लेने से होता है बार-बार अल्सर

मानसिक तनाव लेने से आपको पेट आंत संबंधी अल्सर बार-बार  होने की अधिक होने की संभावना रहती है| इसके अलावा मानसिक तनाव लेने से आपको शरीर संबंधी और भी रोग हो सकते हैं मानसिक तनाव को कंट्रोल में रखने की कोशिश कीजिए इसके लिए आप मनोचिकित्सक से इलाज या फिर ध्यान और योगा जैसे उपाय करके मानसिक तनाव से छुटकारा पा सकते हैं|

आपको आज पता लगा कि पेट या अंत में घाव या अल्सर होने पर आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यानी अल्सर में खाने पीने या डाइट संबंधी परहेज के बारे में जरूरी जानकारी| इतना याद रखिए अल्सर होने पर आपको उसका इलाज जरुर करवा लेना चाहिए और खाने पीने संबंधी परहेज रखना चाहिए| ऐसा ना करने पर अल्सर पेट में खून बहना या कैंसर जैसी गंभीर समस्या को भी जन्म दे सकता है| इसलिए आपको अल्सर के लक्षण महसूस होते ही तुरंत डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए और अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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