आप सब ये तो जानते ही हैं की आजकल तनाव युक्त जीवन, ख़राब दिनचर्या, असंतुलित आहार, पोषण की कमी, प्रदुषण आदि आपको समय से पहले बूढा और बीमार बना रहे हैं। इसके साथ ये भी सत्य है की आजकल लोग अपनी सेहत और स्वास्थ के प्रति पहले से जायद सजग हो रहे हैं और हर कोई अपने आप को fit और healthy देखना चाहता है। हमारे mother nature ने हमें ऐसी कुछ चीज़ें दी हैं जिनका उपयोग करके हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं और ऐसी ही एक चीज़ है शिलाजीत और जिसके फायदे और नुकसान पढ़ने से पहले ये जान लेना अनिवार्य है की आखिर ये है क्या ? शिलाजीत एक संस्कृत शब्द है जिसका English में अर्थ होता है – destroyer of weakness . इस प्राकर्तिक पदार्थ के औषधीय गुणों और स्वास्थ्य को होने वाले लाभ के कारण हजारों सालों से इसका उपयोग बीमारियों को ठीक करने में किया जा रहा है और इसी कारण शिलाजीत को आयुर्वेदिक चिकित्सा में काफी उपयोग में लाया जाता है। हम इस लेख में शिलाजीत के फायदे और नुकसान के बारे में जानेगे लेकिन उससे पहले आइये थोड़ा सा सामान्य ज्ञान बढ़ा लें।
मानव को शिलाजीत के फायदे, गुण और स्वास्थ्य लाभ के बारे में ऐसे पता चला..….
शिलाजीत की खोज कई सदियों पहले तब हुई जब हिमालय के आस पास रहने वाले गांव वालों ने वहां पाए जाने वाले बंदरों के खान पान और रहन सहन का अध्ययन किया। उन्होंने ये पाया की बंदरों के समूह गर्मियों के दिनों में पहाड़ियों के ऊपर चले जाते थे। गौर करने पर उन गांव पता चला की बन्दर चटानों से रिसने वाला गाढ़ा तरल पदार्थ खाते हैं। उन गांव वालों ने बंदरों की ताकत, फुर्ती और लंबे जीवन के लिए उस पदार्थ को जिमेदार माना। उन्होंने एक्सपेरिमेंट के तौर पर उस पदार्थ यानि शिलाजीत को खाना शुरू किया और आगे चलकर उन्होंने अपनी सेहत में काफी सुधार महसूस किया और तभी से ये अर्ध तरल पदार्थ मानव जीवन के लिए वरदान साबित हुआ।
शिलाजीत केवल ताकत और ऊर्जा ही नहीं प्रदान करता बल्कि ये अनगिनत स्वस्थ्य संबंधी परेशानियों जैसे कब्ज़, गठिया (arthritis ), हाई ब्लड प्रेशर , मधुमेह, एनीमिया, कमजोर दिमाग , कमजोर याददाश्त, मानसिक तनाव , डिप्रेशन, गुप्त रोग और दूसरी कई प्रकार की problems को ठीक करने में सक्षम होता है।
Kaise Banta hai Shilajit| कैसी हुई इस पदार्थ की उत्पत्ति ?
इस गाढ़े तरल पदार्थ की उत्पत्ति को जानने के लिए आपको को rocket science की जरुरत नहीं है बस इतना जान लीजिये की लाखों सालों पहले हिमालय की घाटियों में पाए जाने वाली जड़ी बूटियां और दुसरे पेड़ पौधे भूगर्भीय हलचल के कारण पहाड़ों के नीचे दब गए थे। जो पहाड़ों के ताप, दाब और दुसरे कारकों के कारण शिलाजीत में परवर्तित हो गये। अब लाखों सालों बाद प्राकर्तिक कारकों जैसे वर्षा, ताप आदि ने उन पहाड़ों के बीच में दरारें बना दी जिनसे ये अर्ध तरल रिस्ता रहता है। शिलाजीत युक्त पहाड़ भारत, नेपाल, चीन और दुसरे कुछ देशों में पाए जाते हैं लेकिन सबसे बेस्ट क्वालिटी शिलाजीत नेपाल की पहाड़ियों में पाया जाता है।
Nutrients | पोषक तत्व
शिलाजीत बहुत ही वेश कीमती पोषक तत्वों का खजाना है| इसमें fulvic acid, terpanoids, amino acids, humic acid, iron, calcium, magnesium, phosphorus, selenium, magnesium, anti-oxidants आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जो की मानव के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी माने जाते हैं ।
Shilajit ke औषधीय गुण (Medicinal Properties)
इस प्राकर्तिक पदार्थ में निम्नलिखित औषधीय गुण पाए जाते हैं
- Anti-ageing गुण यानि उम्र बढ़ने से रोकने वाले
- शरीर की मरम्मत या रिपेयर करने वाले गन
- Heart tonic
- Inflammation कम करने वाले
- Anti pyretic ( बुखार घटाने वाले)
- मोटापा या वजन कम करने वाले गुण
- Diabetes या मधुमेह घटाने वाले
- Sexual health अच्छी बनाने वाले
- Immunity करने वाले गुण
- Digestive property
- Appetizing – भूख बढ़ाने वाले
- खून साफ़ करने वाले गुण
- Laxative यानि कब्ज खोलने वाले
- Carminative पेट की प्रोब्लेम्स जैसे गैस, मरोड़ आदि दूर करने वाले गुण
इनके अलावा और बहुत से गुण है जो इस पप्राक्रतिक तरल में पाए जाते हैं ।
Health Problems Jinke liye Shilajit ko Prescribe Kiya Jata Hai
- मानसिक तनाव (स्ट्रेस), चिंता और अवसाद (डिप्रेशन ) के इलाज में
- Alzheimer’s rog
- High cholesterol
- Atherosclerosis
- Heart problems
- Anemia
- Respiratory troubles (श्वसन संबंधी परेशानियाँ)
- पेट दर्द, पेट में गैस और भारीपन
- Arthritis जैसे osteoarthritis, rheumatoid arthritis और gout में
- लेडीज में सफ़ेद पानी आने की समस्या (leucorrhea)
- बार बार पेशाब आना
- पेशाब में जलन
- मूत्र रोग
- शुक्राणु की वीर्य में कमी होना
- बढे हुए prostate के इलाज में
शिलाजीत के फायदे | Health Benefits of Shilajit in Hindi| स्वास्थ्य लाभ
शिलाजीत एक बहुत ही अच्छा हेल्थ टॉनिक है जो की आपकी सेहत को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित हो सकता है । इसके साथ ही इसके बहुत से अन्य फायदे और स्वास्थ्य लाभ (health benefits ) हैं जिनमे से कुछ नीचे दिए गए हैं।
मानसिक तनाव (Stress), Anxiety, Depression
शिलाजीत एक बहुत ही प्रभावकारी एंटी स्ट्रेस और anti -anxiety औषधि है जिसे आयुर्वेदिक डॉक्टर्स stress management और चिंता दूर करने के लिए लेने की सलाह देते हैं। इसके एंटी स्ट्रेस और अवसाद (depression ) करने वाले गुण इसमें पाए जाने वाले fuvic एसिड के कारण होते हैं। अक्सर शिलाजीत को दूसरी जड़ी बूटियां जैसे ब्राह्मी , gotukola, jyotishmati (malkangni), शंखपुष्पी आदि के साथ मिलाकर चिंता, मानसिक तनाव और अवसाद जैसे मानसिक विकारों को दूर करने के लिए दिया जाता है।
Alzheimer’s रोग का इलाज
शिलाजीत में calming effects पाए जाते हैं जो की तंत्रिकाओं को शांत करने में मदद करते हैं । इसे दूसरी जड़ी बूटियों के साथ प्रयोग करके Alzheimer’s disease में होने वाले व्यवहार और personality में बदलाव को रोका जा सकता है| साथ ही इस रोग के दुसरे लक्षण जैसे स्ट्रेस, अवसाद, बेचैनी, मूड में बदलाव आदिको भी कम करने में मदद मिलती है। लेकिन यहाँ एक बात जरुरी है और वो ये है की रोगी को एक दम सही दवा मिलनी चाहिए और ये आपका डॉक्टर ही बता सकता है की कोनसी दवा कब और कितनी लेनी होगी।
Shilajit for Weight Loss (वजन / मोटापा काम करने में)
शिलाजीत को त्रिफला के साथ process करके खाने योग्य और साइड इफ़ेक्ट रहित बनाया जाता है। ऐसा करने से इसके मोटापा घटने वाले गुण भी बढ़ जाते हैं। रोजाना सही मात्रा में इस mixture का सेवन करने से आपका वजन और मोटापा कुछ ही weeks में कम होने लगता है। 1990 में प्रकाशित एक लेख के अनुसार जिन लोगो को ये mixture रोजाना ३ महीने तक दिया गया उनके पेट, कमर, और कूल्हों से चर्बी काफी हद तक कम हो गयी। इतना ही नहीं उन लोगों का कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल काफी काम होगया साथ ही उनमें कोई खास side effect भी देखने में नहीं आया।
आपको ये पता होगा की weight loss program और डाइट शरीर में कमजोरी और पोषक तत्वों की कमी पैदा करती है। इस स्तिथि में शिलाजीत आपको पोषण और जरुरी ऊर्जा प्रदान करता है और आप स्वस्थ्य रूप से अपना वजन गाथा पाते हैं।
शिलाजीत आपके शरीर की मेटाबोलिज्म को तेज कर देता है जिससे आपका वजन तेजी से कम होने लगता है। अच्छी मेटाबोलिज्म से आपके शरीर से फैट काम होता है जिससे आपको ह्रदय संबंधी प्रोब्लेम्स होने का खतरा भी कम होता है।
इसका प्रयोग वजन को फिर से बढ़ने से रोकता है और आपके weight loss program को सफल बनाता है।
High Cholesterol और Atherosclerosis दूर करने में
कोलेस्ट्रॉल शरीर में अधिक हो तो ह्रदय को काफी नुकसान पहुँचता है और इस कोलेस्ट्रॉल के अधिक होने से खून की नालियों में plaque जमने (Atherosclerosis ) से खून का दौरा प्रभावित होता है तथा स्ट्रोक, हार्ट अटैक और दूसरी कई दिल संबंधी बीमारियां होने का खतरा रहता है। Atherosclerosis की प्रॉब्लम खून की नलियों में inflammation होने की स्तिथि में अधिक होती है। शिलाजीत के एंटी-इमफल्ममेट्री गुण inflammation को कम करके plaque को जमने से रोकते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल और atherosclerosis की स्तिथि में शिलाजीत को guggal, pushkar mool, और arjuna जैसी हर्ब्स के साथ मिलकर दिया जाता है । 3 से 6 महीने की दवा कोलेस्ट्रॉल और लिपिड लेवल नार्मल हो जाते हैं।
बार बार पेशाब आना (Frequent Urination)
शिलाजीत के उपयोग से बार बार पेशाब आने की समस्या को भी कम किया जा सकता है हालाँकि ये एक diuretic पदार्थ यानि वो पदार्थ है जो पेशाब को बार बार लाने में मदद करता है इसलिए रोगी को पहले ज्यादा पेशाब आएगा लेकिन इसके नियमित उपयोग से आपके समस्या दूर हो जाएगी।
कमजोरी का रामबाण इलाज
आलस, सुस्ती, हल्का सा काम करते ही थकान होना, बहुत ज्यादा नींद आना आदि कुछ शारीरिक कमजोरी के लक्षण हैं। शिलाजीत में पाए जाने वाले टॉनिक और स्वास्थ्य वर्धक गुण शरीर की कमजोरी दूर करके स्टैमिना बढ़ने में मदद करते हैं। ये मानसिक कमजोरी को भी दूर करने में लाभप्रद है इसलिए स्टूडेंट्स और खिलाडियों के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी होता है। यदि आप जिम जाते हैं तो आप अपनी ताकत, ऊर्जा, और स्टैमिना शिलाजीत के सेवन से बढ़ा सकते हैं और लंबे समय तक कसरत करके सुडौल शरीर बना सकते हैं।
Respiratory Troubles (श्वास संबंधी परेशानियों में)
शिलाजीत में inflammation को घटने वाले और दुसरे कई गुण पाए जाते हैं जो की श्वसन संबंधी रोगों के इलाज में काफी मददगार होते हैं। ये आपकी श्वसन मसल्स को स्ट्रांग बनाने में भी मदद करते हैं जिससे आपको श्वास लेने में परेशानी नही होती। अक्सर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स अस्थमा के रोगियों को शिलाजीत, अश्वगंधा और पुष्कर मूल से बनी दवा लेने की सलाह देते हैं जिससे अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
पाचन बढ़ने और कब्ज दूर करने में असरदार
शिलाजीत के अनेक फायदों में से एक ये है की ये पाचन को मजबूत करता है और कब्ज की समस्या को जड़ से दूर करता है। इसमें पाचक गुण पाए जाते हैं जो की बदहजमी को दूर करने में मदद करते हैं साथ ही पेट संबंधी रोग जैसे गैस, मरोड़, पेट दर्द आदि भी दूर होते हैं। पेट की आँतें कमजोर होने से उनकी गति भी कम हो जाती है यहाँ शिलाजीत आँतों को मजबूती देता है और उनकी गति को भी दुरुस्त करने में मदद करता है फलस्वरूप कब्ज की समस्या जड़ से मिट जाती है और पाचन अच्छा हो जाता है।
गठिया (Arthritis ) में मिले आराम
भारत में गठिया की समस्या बहुत ही आम है। शिलाजीत में inflammation और दर्द घटने वाले गुण पाए जाते हैं जो की गठिया के लक्षण जैसे दर्द, सूजन को कम करके रोगी की आराम पहुँचाने में मदद करते हैं। ये जोड़ों के स्वास्थ्य को सुधरता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है जिससे गठिया के रोगियों को अपनी समस्या से लड़ने में मदद मिलती है।
आप जानते हैं की यूरिक एसिड का बढ़ना gout के दर्द और सूजन के लिए जिमेदार होता है। चंद्रप्रभा वटी में शिलाजीत पाया जाता है जो की मूत्र की आवर्ति (फ्रीक्वेंसी) को बढ़ा कर यूरिक एसिड को शरीर से बाहर करने में मदद करता है।
शुक्राणु की कमी करे दूर
शिलाजीत में गजब के aphrodisiac गुण पाए जाते हैं जो इसे कई प्रकार की मर्दाना समस्याओं के इलाज के लिए एक उत्तम दवा बनाते हैं। ये गुण शुक्राणु की कमी को दूर करके नपुंसकता को दूर करने में सहायता करते हैं। शिलाजीत वीर्य में शुक्राणु की संख्या बढ़ने में मदद करता है साथ ही आपकी यौन शक्ति और स्टैमिना भी कई गुना अच्छा कर देता है।
High Blood Pressure
शराब, मोटापा, मानसिक तनाव, तम्बाकू आदि उच्च रक्तचाप के लिए जिमेदार होते हैं। शिलाजीत युक्त चंद्रप्रभा वटी रोजाना लेने से हाई ब्लड प्रेशर को आप सामान्य कर सकते हैं।
बालों की समस्याएं (Hair Problems) | Benefits for Hair Health
शिलाजीत में पाए जाने वाले vitamins, amino acids, minerals और दुसरे पोषक तत्व आपकी बालो के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और आपको लंबे, घने, और काले बाल पाने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये आपकी बालों से सम्बंधित समस्यायें जैसे बाल ना बढ़ना, बालों का झड़ना, असमय सफेदी, बेजान बाल आदि को भी दूर करने में सहायक होता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपके बालों की क्वालिटी और टेक्सचर भी अच्छे हो जाते हैं।
अगर आपके बाल रूखे सूखे है और वो अधिक टूट रहे हैं तो नीचे दी गयी रेसिपी का उपयोग करें ।
आपको 200 ग्राम आमला पाउडर, 200 ग्राम शिकाकाई पाउडर, 20 ग्राम ब्राह्मी पाउडर, 1 ग्राम शिलाजीत पाउडर, 40 ग्राम अनार के छिलके का पाउडर और 20 ग्राम भृंगराज मिलकर लोहे के बर्तन में डालिये और इस मिश्रण में पानी डाल कर पतला कर लें। पूरी रात के लिए छोड़ दें और सुबह इस पेस्ट को अपने बालों पर २-३ घंटे तक लगाने के बाद धो लें। शैम्पू का प्रयोग अगले दिन करें। इस हेयर मास्क से आपके बाल निश्चित रूप से घने, लंबे, मुलायम, मजबूत और स्वस्थ हो जायँगे।
रोग प्रतिरोधक क्षमता करे बढ़िया
क्या आपको बार बार सर्दी, जुखाम, नजला और भुखार होने की परेशानी रहती है? यदि हाँ तो इसका मतलब है आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power ) कमजोर है। जरूरी नहीं आप शिलाजीत का उपयोग किसी सीरियस समस्या में करें, आप सर्दी के मौसम में इसे रोजाना रात को दूध के साथ ले सकते हैं। ये आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा और आपको सर्दी जुखाम और दूसरी मौसमी बिमारियों से भी सुरक्षित रखेगा।
Ageing and Skin Problems ( Shilajit Benefits for Skin)
एजिंग होना एक नेचुरल प्रक्रिया है हर किसी को एक न एक दिन बूढा होना है लेकिन आजकल ख़राब खान पान, pollution, हॉर्मोन्स में बदलाव, मानसिक तनाव, ख़राब जीवनशैली और दुसरे कारणों से आप समय से पहले बूढ़े हो रहे हैं। शिलाजीत में बहुत ही असरदार antioxidants और anti-ageing गुण पाए जाते हैं जो शरीर में पाए जाने वाले free radicals के प्रभाव को नष्ठ करके आपको असमय बूढा होने से बचाते हैं।
रोजाना शिलाजीत का सेवन करने से आपकी त्वचा जायद जवान और ग्लोइंग बनती है। ये नेचुरल पदार्थ आपके खून के प्रवाह को बढाकर आपकी त्वचा पर गुलाबी निखार लाने में मदद करता है। ये त्वचा की समस्याएं जैसे fine लाइन्स, झुर्रियां , झाइयां , age spots आदि को भी कम करने में मदद करता है।
Shilajit ke kuch aur fayde:
आदमियों में – स्किन अच्छी बनती है, हॉर्मोन्स संतुलन में रहते हैं, स्टैमिना और यौन शक्ति बेहतर होती है और आप लंबे समय तक जवान, ताकतवर, और स्वस्थ बने रहते हैं।
औरतों में – स्ट्रेस लेवल कम होते हैं, हॉर्मोन्स संतुलित रहते हैं, त्वचा में निखार आता है, सभी प्रकार के गुप्त रोग दूर होते हैं और आप लंबे समय तक जवान बानी रहती हैं।
नोट: शिलाजीत की तासीर यानि प्रकर्ति गरम होती है इसलिए सर्दी के मौसम में रोजाना लेकिन गर्मी के मौसम में हफ्ते में एक या दो बार इसका उपयोग किया जा सकता है।
Men and Women Sexual Problems
नपुंसकता और बाँझपन
बाप या माँ ना बन पाना कई जोड़ों की समस्या है। इस नपुंसकता (males में ) और बाँझपन (फीमेल्स में) को आप एक चम्मच का 1 /6 वाँ हिस्सा गरम दूध के साथ दिन में दो बार एक हफ्ते के लिए लेकर दूर कर सकते हैं।
धात गिरना रोके
पेशाब या मल त्याग करते समय धात गिरना कई लोगो की समस्या होती है । इस धात गिरने की समस्या को आप रोजाना एक चुटकी शिलाजीत पाउडर एक गिलास गरम दूध में घोलकर सात दिनों तक लेकर बंद कर सकते हो। उसके बाद आपको हर सात दिनों में एक बार इस नुस्खे का सेवन करना होगा।
सेक्सुअल पावर बढ़ने के लिए
कामेच्छा में कमी (libido loss), नपुंसकता और शुक्राणु की कमी आदि समस्यों को हल करने के लिए अक्सर आयुर्वेदिक वैध आपको शिलाजीत के साथ केसर, सफ़ेद मूसली और शतावरी लेने की सलाह देते हैं। सही dose और उपयोग के तरीके को जानने के लिए किसी अनुभवी वैध की सलाह लें।
मधुमेह नियंत्रण (Diabetes control)
शिलाजीत युक्त दावा का सेवन करने से आपकी pancreatic कोशिकाओं की मरम्मत और ग्रोथ अच्छी होती है जिसके फलस्वरूप आपको शुगर लेवल नार्मल बना रहता है। लेकिन फिर भी आपको अपने खान पान और जीवनशैली पर विशेष धेयान देना होगा, कोई फर्क नहीं पड़ता की आपको मधुमेह है या नहीं क्योंकि अच्छा खान पान, नियमित वयायाम और दूसरी अच्छी आदतें बेहतर जीवन जीने के लिए जरुरी होती हैं।
शिलाजीत के नुक्सान | Side Effects of Shilajit
इस प्राकर्तिक दावा की सामान्य dose यानि 125 to 250 mg दिन में दो बार लेने से कोई विशेष side effect या nuksaan नहीं होता। लेकिन इसकी मात्रा यदि 1 gram से अधिक ले ली जाये तो शरीर में गर्मी बढ़ना, चक्कर आना, उलटी, हाथ पैरों में गर्मी, पेशाब में जलन, दिल की धड़कन तेज होना, allergic reaction जैसे खुजली आदि जैसे side effects होने की संभावना रहती है। इनके अलावा पेट की समस्याएं जैसे पेट में दर्द, गैस, हाजमा ख़राब होना भी कुछ आम विपरीत प्रभावों की सूचि में सम्मिलित हैं।
गर्भावस्था अर्थात प्रेगनेंसी और स्तनपान के दौरान इस प्राकर्तिक दावा का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं माना जाता ।
शिलाजीत को कभी भी खली पेट नहीं लेना चाहिए आयुर्वेदिक जानकारों के अनुसार इसका प्रयोग हमेशा कुछ खाने के आधे घंटे बाद करना चाहिए इससे आप होने वाले साइड इफेक्ट्स से बच सकते हैं ।
इनके अलावा कभी भी निम्न क्वालिटी शिलाजीत का सेवन न करें। हमेशा अच्छी ब्रांड पर ही भरोसा करें।
कितना शिलाजीत रोज ले सकते हैं | Daily dose
सही dose रोगी की आयु, भार , लंबाई, लिंग और रोग पर निर्भर करती है और ये जानने के लिए की आपको किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेनी होती । शिलाजीत की minimum दोसे 125 mg है तो maximum 3 gram लेकिन ज्यादातर डॉक्टर्स 250 से 500 mg लेने की सलाह देते हैं।
इसके अलावा डॉक्टर्स गठिया (आर्थराइटिस) और gout के रोगियों को टॉनिक लेने की सलाह भी देते हैं जो की 500 mg तक शिलाजीत को दूध या पानी में घोलकर बनाया जाता है ।
250 से 500 mg तक डॉक्टर्स रोजाना लेने की सलाह देते हैं इसी प्रकार आधा ग्राम पाउडर दूध या पानी के साथ भी लिया जाता है । लेकिन यदि आपको इससे होने वाले side effects से बचना है तो आपको कभी भी अपने डॉक्टर द्वारा दी गयी dose से अधिक सेवन नहीं करना है ।
इस लेख में आपने शिलाजीत के फायदे, नुक्सान और दूसरी कई बातों के बारे में जाना । हम एक बार फिर आपसे ये गुजारिश करेंगे की किसी भी रोग के लिए इस पदार्थ का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें ।
Hi suggest me the advantage and disadvantage of shilajit uses for men
hi sameer ji,
the best points for men are already given in this article …..please let us know what u want to read i mean about any specific problem?
thanks for your visit!
Is it effect after one dose ???
no you have to continue it for 15 days to see some results..but it can show its results within few days for some people