सौंफ को इंग्लीश में fennel seeds कहा जाता है| कुछ लोग इस सोंफ बोलते हैं तो कुछ सौंफ, पर नाम चाहे जो हो इसे mouth freshner और हेल्थ टॉनिक के रूप में पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है| इन छोटे छोटे सौंफ के दानों मे बहुत बड़े गुण और फायदे छिपे होते हैं| ये गुण इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वो (न्यूट्रियेंट्स) और औषधीय गुणों के कारण होते हैं| वैसे तो सौंफ खाने के फायदे अनलिमिटेड हैं पर ज्यादातर इसे हार्ट प्रॉब्लम्स, रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स, डाइजेस्टिव ट्रबल्स, पीरियड संबंधी दिक्कत में, किड्नी संबंधित प्रॉब्लम्स के अलावा हाइ ब्लड प्रेशर, हाइ कोलेस्टरॉल, acidity , अस्थमा, anemia, कब्ज(कॉन्स्टिपेशन), diarrhea, पेट में गैस, रोग प्रतिरोधक क्षमता सुधारने आदि में काफ़ी इस्तेमाल किया जाता है| इतना ही नही सौंफ के पानी का सेवन weight loss यानि वजन कम करने में भी किया जाता है क्योंकि इसके रेग्युलर सेवन से मोटापा (वजन) कम हो जाता है| आयुर्वेदिक मेडिसिन में सौंफ को इसके औषधिय गुणों के कारण बहुतायत से प्रयोग किया जाता है| आइए अब जानते हैं की सौंफ खाने के इतने सारे फायदे और स्वास्थ्य लाभ के पीछे का कारण क्या है|
सौंफ के पोषक तत्व और औषधीय गुण
जैसा की हमने आपको ऊपर बताया की सौंफ के फायदे और गुण उसमें पाए जाने वेल न्यूट्रियेंट्स और औषधीय गुणों के कारण होते हैं| वैसे तो सौंफ का हर भाग जैसे फूल, पट्टी आदि का प्रयोग आयुर्वेदिक दवा बनाने में किया जाता है लेकिन हम यहाँ खास तौर पर इसके दानों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों और गुणों के बारे में पढ़ेंगे| इन छोटे से seeds में vitamin A, B6, B12, C और vitamin D के अलावा iron, calcium, magnesium, potassium, magnese जैसे ज़रूरी मिनरल्स पाए जाते हैं| ये seeds कोलेस्टरॉल फ्री होते हैं साथ ही इनमें प्रोटीन और dietary fiber की अच्छी मात्रा भी पाया जाता है|
इनकी मेडिसिनल प्रॉपर्टीस यानि औषधीय गुणों की बात की जाए तो इनमें कोलेस्टरॉल घटने वाली, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने वाली, लॅक्सेटिव (कब्ज दूर करने वाली), दर्द निवारक, एंटी इनफ्लमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, antacid, डाइजेस्टिव (पाचन अच्छा करने वाली), लिवर टॉनिक, कूलिंग, diuretic, एंटी कॅन्सर, एंटी फंगल, खून सॉफ करने वाली, कफ रोकने वाली, यौनशक्ति बढ़ाने वाली, एंटी बॅक्टीरियल, anti spasmodic, fat बर्निंग या वजन घटने वाली, पेट के कीड़े दूर करने वाली, मेमोरी बढ़ाने वाली, भूक बढ़ाने वाली और दूसरी बहुत सी properties पाई जाती हैं| इन सभी गुणों के कारण सौंफ खाने की अनगिनत फायदे होते हैंजिनमे से कुछ हम नीचे बताने जा रहे हैं|
सौंफ खाने के फायदे | सौंफ के गुण और लाभ | Benefits of fennel seeds in Hindi
आयुर्वेदिक मेडिसिन में सोंफ को कई रोगों के उपचार के लिए use किया जाता है आप इन सीड्स का सेवन करके नीचे दिए गये फ़ायदे पा सकते हैं|
रखे दिल को स्वस्थ
सौंफ मे fiber की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो की आपके ब्लड में कोलेस्टरॉल के लेवल को कम करने में मदद करती है| खून में LDL यानी bad या बुरे कोलेस्टरॉल होने से ही आपको दिल के रोग, स्ट्रोक और arthrosclerosis की प्राब्लम होती है| इसलिए आप नियमित रूप से सोंफ खा कर और इसके पानी को पी कर अपने दिल को स्वस्थ बना सकते हैं|
ब्लड प्रेशर करे कम
fennel केवल कोलेस्टरॉल कम नही करती बल्कि आपके BP को भी कम करके आपके हार्ट को सुरक्षित रहने में मदद करती है| सोंफ में पाया जाने वाला potassium आपकी रक्त वाहिकाओं को रिलॅक्स करके आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में हेल्प करता है| डेली 3-4 बार सौंफ की चाय पीने से आपको हाइ ब्लड प्रेशर की समसाया से मुक्ति मिलती है| ये उनके लिए भी अच्छा है जो लोग ब्लड प्रेशर के कारण अपना ब्लड-शुगर लेवल मेनटेन नही रख पाते|
anemia का प्राकर्तिक उपचार
जिन लोगों में खून की कमी के कारण थकान, कमज़ोरी और चक्कर आने जैसी प्रॉब्लम्स हैं वो लोग नियमित रूप से fennel seeds का सेवन करके अपनी खून की कमी को पूरा कर सकते हैं| इसका कारण है की सौंफ में आइरन और histidine amino acid पाया जाता है| आइरन आपके हेमॉग्लोबिन का मुख्य घटक होता है वही हिसटिडीन हेमॉग्लोबिन बनाने की प्रक्रिया को तेज करता है साथ ही ब्लड के दूसरे घातक बनाने में भी मदद करता है| इतना ही नही सौंफ में ब्लड को सॉफ करने वेल गुण भी होते हैं| सौंफ ओर गुड रोजाना खाना anemia में काफी फायदेमंद माना जाता है|
इम्यूनिटी बढ़ाए
यदि आपको बार बार सर्दी जुखाम हो रहा है या आपको infection हो रही है तो इसका सीधा सदा अर्थ है की आपका इम्यून सिस्टम वीक है| सौंफ में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है| ये विटामिन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी पवर) को बढाता है और आपको कई प्रकार की diseases और संक्रमण से बचाता है| विटामिन C एंटी ऑक्सीडेंट विटामिन है जो की आपकी स्किन को यंग रखता है और फ्री रॅडिकल्स के कारण शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करके आपको कई प्रकार की बीमारियों से बचाने में भी हेल्प करता है|
पेट की प्रॉब्लम्स करे दूर
पेट की समस्याएँ जैसे indigestion (बदहज़मी), पेट में गैस रहना, कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) होना, diarrhea (loose motion), लिवर की कमज़ोरी, IBS, गॅस्ट्राइटिस, आँत की प्रॉब्लम्स, पेट में मरोड़ उठना के अलावा बहुत सी दूसरी पेट की problems को सौंफ और उसके पानी का सेवन करके दूर किया जा सकता है|
रोजाना दिन में 3-4 बार एक टीसपून सौंफ खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है और ऐसा करने से कॉन्स्टिपेशन से बचाव भी होता है| इसमे पाया जाने वाला fiber आपके मल को सॉफ्ट बनाता है साथ ही इसके stimulant गुण आपकी आँत (intestine) की गतियों को ठीक करके मल त्याग को आसान बनाता है| यदि आपको खाना खाते ही भारीपन लगे या भूक कम लगे, सर में दर्द हो, उल्टी जैसा हो रहा हो, पेट में दर्द हो रहा हो, खाना ठीक से ना पच रहा हो तो आप सौंफ खाइए और इन सभी लक्षानो से मुक्ति पाइए|
Flatulence यानी पेट में गैस के कारण भारीपन और मरोड़ उठने को भी सोंफ खा कर ठीक किया जा सकता है| fennel के बीज में aspartic acid होता है जो की ज्यादा गैस की शरीर से बाहर करने में हेल्प करता है| तो यदि आपके पेट में हमेशा गैस बनी रहती है तो आप इन छोटे सीड्स का सेवन का अपनी प्राब्लम से छुटकारा पा सकते हैं|
अपचन/बदहज़मी या indigestion होने पर खाना ठीक से ना पचना, खाना खाने का मन ना करना, मुँह से दुर्गंध आना, खाना खाते ही उल्टी होना जैसी प्रॉब्लम्स रहती हैं| आप इस बदहजमी को खाने के बाद एक या दो स्पून सौंफ खा कर ठीक कर सकते हैं| फेनेल की appetizing गुण आपकी भूक को सही करते हैं| साथ ही इसके stimulant गुण डाइजेस्टिव और गॅस्ट्रिक juices को बढ़कर पाचन अच्छा करते हैं| इसमें पाया जाने वाले essential आयल्स पोषक तत्वों के अवशोषण को भी बढ़ाते हैं|
Diarrhea या loose motion या दस्त लग्न अक्सर बॅक्टीरियल संक्रमण द्वारा होता है| सौंफ में पाया जाने वाले anetol and cineole में एंटी बैक्टीरियल और infection फाइटिंग गुण होते हैं जो की बॅक्टीरिया को ख़तम कर आपके दस्त या डायरिया को रोकने में मदद करते हैं|
उल्टी होने की स्तिथि में एक चम्मच सौंफ में थोड़ी से मिशरी मिलाकर मुँह में रखिए और उसके रस को चूसिये|
सौंफ खाने से लीवर को बल मिलता है और लिवर के कार्य भी सुधरते हैं इसलिए कमजोर लिवर वालों को डेली सौंफ के पानी का सेवन करना चाहिए|
Eyes बने स्वस्थ
सौंफ में बहुत से गुण होते हैं जो की इसे एक अच्छे eye food का दर्जा देते हैं| इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट आँखों को ageing के कारण होने वाले नुकसान से बचाते हैं| इन सीड्स में पाया जाने वाला arginine अमीनो एसिड्स आपकी आइज़ की सुरक्षा कर उनके rejuvenation में भी मदद करता है| fennel में पाया जाने वाले मिनरल्स और दूसरे पोषक तत्व आँखों की कई बिमारियों को ठीक करने में मददगार होते हैं|
आइज़ में conjunctivitis होने पर आँखें लाल हो जाती है और उसमें सुजन, दर्द और इनफ्लमेशन हो जाता है. यदि आप सौंफ के सीड्स को पानी में बाय्ल करके और ठंडा होने के बाद उस पानी से अपनी eyes धोयें तो इनफ्लमेशन, दर्द और सूजन में काफ़ी आराम मिलेगा|
मोतियाबिंद या मोतिया की प्राब्लम में रोजाना 5 ग्राम सौंफ खाना फ़ायदेमंद माना जाता है|
सौंफ के पानी से रोजाना eyes धोने से आँखों की कई रोग और बीमारियाँ दूर रखने में हेल्प मिलती है|
लड़कियों की समस्यायें (गर्ल्स प्रॉब्लम्स)
कुछ लड़कियाँ अपने स्तन के छोटे आकर के कारण परेशन रहती हैं| उन लड़कियों को हमारी सलाह है की वो सौंफ दिन में 3-4 बार खायें| साथ ही सौंफ को पानी में बाय्ल करके एक गढ़ा काढ़ा तैयार करलें| और उस काढ़े से अपने ब्रेस्ट की 15 मिनिट्स तक मसाज करें| सौंफ खाने से बॉडी में estrogen हॉर्मोन का लेवल बढ़ता है जो की ब्रेस्ट टिश्यू को बढ़ा कर आपके स्तन बड़े और सुडोल बनाने में हेल्प करता है|
कुछ लड़कियों में पीरियड रेग्युलर ना होना या पीरियड में ब्रेस्ट pain होना और दूसरी शिकायतें रहती हैं जैसे पेट में तेज दर्द होना| इस केस में दिन में 2-3 बार सौंफ की चाय पीने से उन्ही काफ़ी आराम मिलता है| इन्हे खाने से हॉर्मोन का लेवल बॅलेन्स होता है और पीरियड में देरी होना या पीरियड मिस होना की प्राब्लम दूर हो जाती है| इतना ही नही इनका सेवन menopause के लक्षण जैसे दर्द और मूड स्विंग्स को भी दूर करता है|
प्रेग्नेन्सी और प्रेग्नेन्सी के बाद
सौंफ के बहुत सारे फ़ायदे में से एक ये है की इसका उपयोग प्रेग्नेन्सी और उसके बाद दोनो ही स्तिथियों में अच्छा माना जाता है| इस सीड्स के antispasmodic गुण यूटरस को रिलॅक्स करके आपको दर्द में आराम दिलाते हैं| साथ ही इसके estrogen बूसटिंग गुण आपके बच्चे के सही विकास को प्ररित करने में मदद करते हैं|
प्रेग्नेन्सी के बाद यानि जब आप अपने अच्छे को दूध पीला रही होती हैं तब कई कारणों से दूध की पर्याप्त मात्रा नही बन पाती| तो उस केस में सौंफ का सेवन करने से आपकी दूध की मात्रा बढ़ने लगती है फलसवरूप आपके बच्चे को सही पोषण मिलने लगता है और वो स्वस्थ और स्ट्रॉंग बनता है|
दिमाग की पॉवर बढ़ाये
fennel में पाए जाने वाले electrolyte आपके brain में पाई जाने वाली तंत्रिकाओं के कनेक्षन में समन्वय बना कर आपके दिमाग के functions और शक्ति को अच्छा करने में सहायता करते हैं| साथ ही सोंफ आपकी रक्त वाहिकाओं के आकर को बढ़ा कर आपके दिमाग़ तक ज्यादा ऑक्सिजन और पोषक तत्व लेजाने में हेल्प करती है| इन सबके फलसवरूप आपकी मेमोरी, तर्क शक्ति , दिमाग़ की शक्ति और उसके सभी कार्य बेहतर बनते हैं| स्टूडेंट्स और बूढ़े लोगों में इसका सेवन काफ़ी फ़ायदेमंद माना जाता है| इतना ही नही रोजाना 2-3 बार एक चम्मच सौंफ और मिशरी खाने से तनाव (टेंशन), मानसिक चिंता(स्ट्रेस) और अवसाद (डिप्रेशन) भी कम होता है|
श्वशन सम्बन्धी प्रॉब्लम्स करे ठीक
सौंफ में पाए जाने वेल cineole और anetol में expectorant गुण पाए जाते हैं जिसके कारण fennel का इस्तेमाल रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स जैसे कफ, बलग़म, छाती जुड़ना, ब्रॉंकाइटिस, अस्थमा जैसे कई प्रॉब्लम्स के निवारण के लिए किया जाता है| इन सीड्स को नियमित रूप से खाने से शरीर में कफ और बलग़म कम होती है जिससे रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स की फास्ट रिकवरी में काफ़ी मदद मिलती है| सौंफ के पानी के सेवन और गरारे करने से आपको गले सम्बन्धी प्रॉब्लम्स जैसे आवाज़ का भारीपन और गलाखाराब होने की शिकायत से निजात मिलती है|
कॅन्सर से बचने का आसान उपाय
Fennel seeds एक्सट्रेक्ट में कॅन्सर से बचाव करने वाले घक्तिशाली गुण पाए जाते हैं| ये गुण कॅन्सर की वृद्धि को रोकते हैं साथ ही सोंफ में पाए जाने वेल flavonoids, alkaloids और phenols कॅन्सर के रोगी को किमो थेरपी और रेडीयेशन से होने वाले नुकसान से बचाते हैं| ये कॅन्सर से होने वाली पीड़ा और सोअज को कम करने में भी मदद करते हैं|
बच्चे का बार बार रोना
बचे का बार बार रोना, उसके पेट से आवाज़ आना, उसके पेट में दर्द होना, पेट फूलना आदि कोलिक के लक्षण होते हैं| इस केस में सौंफ के 2-3 चम्मच को एक कप पानी के साथ बाय्ल करें| फिर इसे छान कर इसमें आधा कप चीनी डालकर तब तक बाय्ल करें जब तक ये सिरप जैसा नही बन जाता| इसका ¼ स्पून बेबी को दिन में दो बार देने से उसे कोलिक से आराम मिलता है|
वजन घटाने में असरदार (saunf for weight loss)
यदि आप मोटे हैं और वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो सौंफ आपके लिए फ़ायदेमंद हो सकती है| इसमे पाए जाने वाले भूख को control करने वाले गुण आपकी भूख को कम करके आपको अधिक कॅलरीस का सेवन करने से रोकते हैं| साथ में fennel में पाया जाने वाला fiber आपको फुल रख कर वजन कम करने में हेल्प करता है|
अक्सर वजन ज्यादा होने पर आयुर्वेदिक डॉक्टर सौंफ का पानी पीने की सलाह देते हैं| इस पानी को पीने से भूख कम लगती है, मेटबॉलिज़म तेज होता है और fat बर्न होने लगता है| ये पानी लिवर में फट के जमा होने को भी कम करता है|
ये नींद की कमी (insomnia) को भी ठीक कर आपको अच्छी नींद लेने में मदद करता है| नींद की कमी भी मोटापे के लिए जिम्मेदार होती है| इसके अलावा ये पानी शरीर से ज़हरीले पदार्थों को भी बाहर करने में मदद करता है|
सौंफ का पानी (fennel water) बनाने की विधि और सही dose
1 लीटर पानी में 2-3 tablespoons fennel seeds डालकर कुछ देर boil करिए फिर ढक कर ठंडा होने के लिए रख दीजिए ठंडा होने पर इसे छान लीजिए|
दूसरा तरीका ये है के एक लीटर पानी में 2-3 tablespoon सीड्स डालकर पूरी रात के लिए छोड़ दें| सुबह इस पानी को छान लें|
dose:- शुरू में दिन में 1-2 गिलास पीजिए बाद में आप 4-5 गिलास भी पी सकते हैं|
नोट:- प्रेग्नेन्सी में इस पानी का पर्योग वर्जित है हालाँकि आप आधा स्पून सीड्स खा सकते हैं वो भी अपने डॉक्टर से पूछ कर|
सौंफ के फायदे और गुण| home remedies with fennel | कुछ और गुण और फ़ायदे हिन्दी मे
यहाँ हम वो नुस्खे देने जा रहे हैं जिनमे सौंफ का उपयोग होता है| ये नुस्खे आप भी try कर सकते हैं| लेकिन बेहतर यही होगा की आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर के सलाह के बाद ही इन्हे उइस्तेमाल करें|
- सौंफ खाने से मुख की दुर्गन्ध (मुँह की बदबू), गॅस्ट्राइटिस, acidity, IBS, बार बार डकार आना, मॉर्निंग सिकनेस, पेट की टाइटनेस, aeroplane में डर लगने की शिकायत दूर होती है|
- 50 ग्राम सोंफ को आधा लिटर लाल सरसों के तेल में उबाल करके मालिश करने से कमर का दर्द यानी backpain में राहत मिलती है|
- एक tablespoon सौंफ के दानों को एक गिलास पानी में boil करके पीने से पीरियड यानि मासिकधर्म की सभी समस्याएँ दूर होती हैं|
- सौंफ का पानी कीड़े मकौड़े काटने या सांप के काटने पर पीने से लाभ होता है.|साथ ही आपका ब्लड भी सॉफ होता है|
- सौंफ के तेल की मालिश से जोड़ो का दर्द दूर होता है|
- उबलते पानी में सौंफ के दाने डालकर स्टीम लेने से बंद नाक खुल जाता है|
- ¼ teaspoon धनिया, सौंफ और जीरा उबलते जल में डालकर 15 मिनट्स तक रखिए| इसे दिन में 2-3 बार पीने से acne यानी पिंपल्स में फ़ायदा होगा|
- मेथी, alsi और सौंफ के एक चम्मच दानों को 3 कप्स पानी में 15 मिनिट्स तक boil करके पीने से पेट की सभी समस्याएँ ठीक हो जाती हैं|
- 4 टीसपून अजवाइन और एक चम्मच सौंफ के दानों को पानी में उबाल करके छोटे बच्चों को देने से उनकी पेट की प्रॉब्लम्स ठीक हो जाती हैं|
- सोंफ,मुलेठी, तुलसी के बीज और धनिया के बीज को समान मात्रा में लेकर और पीस कर रख लें| इस पाउडर का आधा स्पून खाने से पहले लेने पर acidity की समस्या नही होगी|
- एक टेबल्स्पून हनी में 2-3 ड्रॉप्स सौंफ का तेल मिलकर पीने से खाँसी दूर हो जाती है|
- किशमिश और सौंफ का मिश्रण खाने से अपचन और बदहजमी ठीक हो जाती है|
- 100 ग्राम मिशरी, सौंफ के दाने और बादाम के मिलकर उन मे 5 ग्राम काली मिर्च के डाल कर पीस लीजिए| इस मिश्रण का एक चम्मच रोजाना रात को दूध के साथ लेने पर आपकी आँखों की कमजोरी दूर हो जाएगी|
सौंफ के नुकसान | Side effects of saunf in Hindi
सौंफ को नॉर्मल क्वांटिटी यानि लिमिट में खाने से कोई विशेष side effect या नुकसान नही होता लेकिन ज्यादा या लंबे समय तक खाने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जैसे:
allergic reaction – photodermatitis इसमे सूर्य में निकलने पर स्किन rash हो जाते हैं
सौंफ के तेल से सेन्सिटिव स्किन वालों को dermatitis होने का ख़तरा रहता है और यदि इसका सेवन कर लिया जाए तो उल्टी, चक्कर और दौरा पड़ने जैसे side effects हो सकते हैं|
छोटे बच्चों में स्तन का विकास होना
ज्यादा सेवन से पेट में गड़बड़ी हो सकती है जैसे दस्त लगना, पेट दर्द आदि
ये आपके दवा के साथ भी प्रतिक्रिया करके साइड इफ़ेक्टपैदा कर सकती है इसलिए अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें| मिर्गी की दवा लेने वालो को सौंफ का सेवन नही करना चाहिए|
इन्हे कुछ herbs जैसे dill, जयफल, लेमन ग्रास, anise आदि के साथ लेने पर कॅन्सर का ख़तरा बढ़ जाता है|
सौंफ के लाभ, फायदे , गुण और नुकसान के बारे में जानने के बाद आपको पता चल गया होगा की इस छोटी सी सौंफ में कितने स्वास्थ्य लाभ छुपे हुए हैं| तो आज से ही इन्हे चबाइए, इन्हे भोजन बनाने में इस्तेमाल करिए और अपने मन पसद जूस मे मिलकर पीजिए| लेकिन इनके सेवन से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले लें ताकि आपको कोई भी side effect ना हो|