Kabj, kabz या qabz जब आप कहते हैं तब आपका इशारा कॉन्स्टिपेशन की तरफ होता है| ये ऐसी समस्या है जो पूरी दुनिया के लोगों में देखने में मिलती है और लगभग हर किसी को अपने जीवन में एक या उससे अधिक बार इसका सामना करना पड़ता है| ये बच्चों से लेकर बूढ़ो तक किसी को भी कभी भी हो सकती है| पेट में मरोड़ उठाना, सुस्ती रहना, भूख ना लगना, कोई काम करने का मन ना करना, पेट दर्द, सरदर्द आदि इस प्राब्लम के कुछ विपरीत प्रभाव हैं| क़ब्ज़ या कॉन्स्टिपेशन के लक्षणों का पता लगा कर उसका घरेलू इलाज जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए| लेकिन अगर आपकी समस्या सीरीयस है या काफ़ी लंबे समय से आप इससे परेशान हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलकर इसके इलाज के लिए सही दवा लीजिए| क़ब्ज़ के मुख्या कारण हैं पानी कम पीना, आंत की गतिशीलता में कमी और आहार में fiber का कम सेवन| इसके अलावा और बहुत से कारण और लक्षण हैं जिन्हें हम नीचे विस्तार से बताएँगे| तो आइए कॉन्स्टिपेशन के होम ट्रीटमेंट के बारे में जानने से पहले इसके कुछ causes और symptoms के बारे में अपनी जानकारी बढ़ा लें|
कब्ज के कारण | causes of constipation in Hindi
इस पेट के रोग के कई कारण हैं और सबसे बड़ा कारण है पानी का कम सेवन, इसके अलावा कुछ लोग लिमिट से ज़यादा fiber का सेवन कर लेते हैं ये एक दूसरा कारण है, एनिमा और दूसरे लॅक्सेटिव (मलत्याग आसान बनाने वाले पदार्थ)का निरंतर पर्योग से लॅक्सेटिव डिपेंडेन्सी हो जाती है और लॅक्सेटिव के अभाव में आपको कॉन्स्टिपेशन रहने लगती है| इन तीन कारणों के अलावा दूसरे कुछ और कारण हैं जो की इस समस्या के लिए उतरदायी माने जाते हैं जैसे:
- alcohol, तंबाकू और सोडा का सेवन
- मल आने पर उसे रोके रखना
- फास्ट फूड्स और ऑयली फूड्स खाना
- diet में fiber की कमी
- सही प्रकार की डाइट का सेवन न करना
- फिज़िकल इनॅक्टिव रहना – आलस भरा जीवन जीना
- लेट नाइट वर्क करना- इससे आपका sleeping और bowel pattern बिगड़ जाते है फलसवरूप आपको कॉन्स्टिपेशन हो जाती है
- Piles (बवासीर) या hemorrhoids होने से रोगी मल त्याग से डरता है और उसे कब्ज रहने लगती है
- दर्दनिवारक, anti-depressant और दूसरी दवाइयों का सेवन करना
- मानसिक तनाव और चिंता
- बुढ़ापे में पेट की मसल्स कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से ये रोग आसानी से हो जाता है
- hormones में बदलाव होने से
- मोटापा (obesity)
- प्रेग्नेन्सी होने पर भी ये समस्या आम होती है
- पेट की सर्जरी
- मॅग्नीज़ियम की कमी
- calcium , आयरन और दूसरे supplements का उपयोग करना
कब्ज के लक्षण| Symptoms of Constipation in Hindi
मल का हार्ड और सुखा होना सबसे पहला कब्ज का लक्षण होता है| दूसरा इसकी पहचान का तरीका ये है की आगर आप हफ्ते में 3 बार से कम मल त्याग कर रहे हैं तो इसका अर्थ है की आपको कब्ज है| इनके अलावा कुछ और लक्षण हैं जिनसे आप कॉन्स्टिपेशन की पहचान कर उसका इलाज शुरू कर सकते हैं|
- मल त्याग करते समय दर्द होता है
- मल त्याग में बहुत ज़ोर लगाना पाड़ता है
- मल त्याग के बाद भी ऐसा लगना की – अभी कुछ बाकी है
- पेट में मरोड़ (cramps) उठना
- पेट में दर्द रहना
- सरदर्द रहना
- पेट में गैस रहना
- बदहजमी
- पाइल्स की समस्या होना – जो की मल त्याग के समय ज़यादा ज़ोर लगाने से अक्सर हो जाती है
- जी मचलना और भूक कम लगना
- टॅंगो में दर्द रहना
- उल्टी जैसा होना
- चक्कर आना
- मूँह से बदबू आने लगना
- कमर दर्द होना
- बहुत कमजोरी का अहसास होना
- पेट में भारीपन लगना
- ब्लड प्रेशर का बढ़ना
- त्वचा पर फोड़े फुंसी होना
- acidity रहना
- मूँह में छाले होना
- डिप्रेशन रहना
कब्ज का रामबाण इलाज | घरेलु उपाय |Desi Tarike| Constipation Treatment Tips in Hindi
इस भाग में हम आपको ऐसे कब्ज के देसी घरेलू इलाज, तरीके और उपाय बताएँगे जो की एकदम नॅचुरल हैं| इनके उपयोग से आपको किसी प्रकार का कोई sideeffect नही होगा| लेकिन फिर भी डॉक्टर या आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह ले लेना समझदारी होगी|
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण आपनी आँत की सफाई करने वाले cleansing गुण के कारण जाना जाता है| लोग इसे पेट की लगभग हर प्राब्लम को ठीक करने में सदियों से करते आ रहे हैं| ये amla, haritaki और bibhitaki नामकी तीन जड़ी बूटियों से मिलकर बना होता है| आप इस पाउडर को रोजाना सोने से पहले पानी के साथ ले सकते है| अगर पाउडर ना हो तो किसी आयुर्वेदिक दुकान से इसके कॅप्सुल भी आप खरीद कर उपयोग कर सकते हैं| इसका लंबे समय तक सेवन भी सुरक्षित माना जाता है और ये आपकी पेट का स्वास्थ्य सुधारने के साथ साथ आपकी पूरी फिज़िकल हेल्थ भी अच्छी करता है|
इसबगोल भूसी
isabgol भूसी को इंग्लीश में psyllium husk भी कहते हैं| आपने अपने घर में बड़े बुजुर्गों को इसका सेवन करते हुए ज़रूर देखा होगा| इसबगोल में fiber भरपूर मात्रा पाई जाती है जो की आपके मल को सॉफ्ट करके उसे शरीर से बहार करने में मदद करती है| इसके एक या दो teaspoons को दूध या दही में घोल कर इस्तेमाल किया जाता है| लेकिन ध्यान रहे की आप पर्याप्त मात्रा में पानी का भी सेवन करिए वरना ये आपके पेट में जम जाएगा और आपकी प्राब्लम और बढ़ जाएगी|
अरंडी का तेल (Castor oil)
अरंडी का तेल कब्ज के लिए एक रामबाण दवा माना जाता है| रिसर्च ये पता लगा चुकी है की इस तेल का सेवन करने से कॉन्स्टिपेशन को ख़तम किया जा सकता है चाहे वो पुरानी से पुरानी कब्ज क्यों ना हो| ये आपकी आँतों में पानी के अवधोशण को रोकती है जिससे आपका मल सॉफ्ट हो जाता है और उसे निकालने में आसानी होती है| एक चम्मच अरंडी के तेल को एक गिलास संतरे (ऑरेंज) जूस में मिलकर सुबह पी लीजिए| इसी प्रकार एक स्पून को एक गिलास दूध में मिलकर रात को सोने से पहले पीना भी बहुत फ़ायदेमंद रहता है|
नोट: ज्यादा अरंडी के तेल के सेवन से आपको कई sideeffectsहो सकते हैं| इसलिए हमेशा कम मात्रा में ही इसका सेवन करें|
Senna के पत्ते (Senna leaves)
ये सबसे असरदार कब्ज का सफ़ाया करने वाली एक नॅचुरल दवा है और इसी कारण इसके कब्ज के लिए चूर्ण बनाने वाली कंपनीज़ अपने प्रॉडक्ट्स में शामिल करती हाइन – जैसे कायम चूर्ण| इनका लंबे समय तक सेवन करना घातक हो सकता है लेकिन कम मात्रा में ये सुरक्षित मानी जाती है| इनमें पाया जाने वाला sennosides नमक केमिकल आपके मल त्याग को आसान और नियमित करने में मदद करता है|
इसे कॅप्सुल के रूप में काम में लाया जा सकता है| लेकिन अगर आपके घर में senna के पत्ते हैं तो उसका आधा स्पून एक कप उबलते हुए पानी में डालिए और कप को किसी ढक्कन से आधे घंटे के लिए धक् दीजिए| इससे senna के गुण पानी में आ जाएँगे| अब उस लिक्विड को छान कर पी लीजिए|
अलसी के बीज (flax seeds)
अलसी के बीज जिसे इंग्लीश में flaxseeds भी कहते हैं एक बहुत ही जाना माना कब्ज निवारक पदार्थ है| इसे हमेशा पीस कर ही प्रयोग में लाना चाहिए क्योंकि अगर आप इसे सीधे ही खा लेते हैं तो इसके बीज वैसे के वैसे ही पेट में पड़े रहेंगे और बिना अपना असर दिखाए बहार निकल जायंगे और आपकी प्राब्लम पर असर नही कर पाएँगे| कुछ लोग flaxseeds कॅप्सुल्स का भी उपयोग करते हैं लेकिन बीज का सेवन कॉन्स्टिपेशन में ज़यादा असर दार साबित होता है|
2 बड़े स्पून आलसी का पाउडर दही के साथ मिलकर रात को सोने से पहले खा लीजिए| या फिर 2 चम्मच सुबह oats या cerealsके साथ खाइए| आप इस पाउडर को अपने सलाद के साथ भी मिक्स करके खा सकते हैं|
एक tablespoon आलसी का तेल एक glass संतरे के जूस में घोल कर पी लीजिए| आप अंगूर के जूस का भी प्रयोग कर सकते हैं| ये दोनों नुस्खे सटीक कार्य करेंगे|
आप चाहे तो अलसी की चाय भी बना सकते हैं| उसके लिए इसके पाउडर के एक चम्मच को एक कप पानी के साथ तब तक बाय्ल करिए जब तक पानी की मात्रा आधी ना रह जाए| इसे छान कर तोड़ा सा शहद मिलकर पी लीजिए| दिन में 3-4 बार पीने से आपकी कब्ज में रिलीफ मिलेगा|
एलो वेरा जूस करे कब्ज दूर
एलोवेरा आपकी bowel movements को सुधार कर कब्ज दूर करने में मदद करता है| ये आपके पेट में अच्छे बॅक्टीरिया को संतुलित करके आपकी पाचन शक्ति भी सुधरता है| साथ ही ये कब्ज के कारण आँत को हुए घाव और नुकसान को भी भरता है| इतना ही नही ये आपके लिवर, gall bladder और दूसरे अंगों की सेहत भी अच्छी करने में मदद करता है| इसके संक्रमण को रोकने वाली गुण आपके पेट में इन्फेक्शन को हटा कर कब्ज होने से रोकते हैं|
आपके घर में यदि एलो वेरा का पौधा है तो आपक उसके 2 tablespoon gel को सेब, संतरे या प्रून जूस में मिला कर पी सकते हैं|
आलो वेरा जूस पीना विशेष रूप से कब्ज में मददगार होता है| इसे आप किसी आयुर्वेदिक दुकान से खरीद कर सकते हैं या इसे घर में भी बना सकते हैं|
सबसे पहले एलो वेरा के कुछ pieces लेकर उसे 30 से 40 मिनिट्स पानी के साथ हल्की आँच पर उबालें| ठंडा होने पर इसे छान कर पी लें|
रात को सोने से पहले 1/3 पार्ट एलो वेरा और 2/3 पार्ट सेब का रस मिलकर पीने से क़ब्ज़ दूर हो जाती है|
आप एलो एक्सट्रॅक्ट के कॅप्सुल भी खरीद कर अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के अनुसार ले सकते हैं|
नींबू का रस (Lemon Juice for Constipation)
सुबह उठ कर एक या दो गिलास नींबू युक्त पानी पीने से कब्ज के इलाज में काफ़ी मदद मिलती है| रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास में आधा नींबू का रस निचोड़िए| इसमें एक चुटकी सेंधा नमक डालिए और पी लीजिए| लेमन आपके पेट को सॉफ करता है और रुके हुए मल को पेट से बाहर करने में भी मदद करता है| ये नुस्ख़ा आपको रोजाना उपयोग करना है और अगर हो सकेतो शाम को भी नींबू पानी ज़रूर पीयें|
मेथी पाउडर
मेथी के दानों में वो सभी गुण होते हैं जो आपका पाचन अच्छा करते हैं, पेट दर्द दूर करते हैं, गैस को बाहर निकालने में मदद करते हैं, कब्ज की समस्या को ख़तम करते हैं और पेट के रोगों से बचाते हैं| बस आपको मेथी के दानों को भून कर पीस लेना है| इस पाउडर का एक चम्मच रोजाना एक गिलास पानी के साथ लेना है|
अंजीर है फ़ायदेमंद
अंजीर में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है साथ ही इसमें कब्ज हटाने वाले गुण भी पाए जाते हैं| इसलिए इसका फ्रेश फ्रूट रोजाना खाइए| अगर ताजा फल ना हो तो कुछ फिग piece को कुछ घंटो के लिए पानी में डुबो कर रखिए| इन फिग पीसस का पेस्ट बनाकर एक बड़े चम्मच शहदके साथ रात को सोने से पहले खा लें| ऐसा रोजाना करने से कब्ज दूर हो जाएगी|
शहद खाइए कब्ज भगाइए
हनी में प्राकर्तिक लॅक्सेटिव गुण होते हैं ये आपकी आँतो में संक्रमण ठीक करता है और उन्हे लूब्रिकेट कर मल त्याग क्रिया को आसान बनता है| इसका एक चम्मच दिन में तीन बार लीजिए| हो सकते तो एक tablespoon हनी और आधा नींबू का रस औरएक गिलास पानी में घोल कर दिन में 2-3 बार पीने से आपको बहुत ही लाभ होगा|
अंगूर खाइए
अंगूर यानी grapes में हाइ क्वालिटी का इनसॉल्युबल फाइबर होता है जो की आपकी मल में रुकावट को दूर कर कब्ज को जल्दी ही ठीक करने में सहायता करता है| आप रोजान एक कटोरी अंगूर खाइए और आधा से एक ग्लास अंगूर का जूस पीजिए| दूध के साथ अंगूर का सेवन भी लाभदायक होता है| अगर अंगूर ना हो तो आप कुछ किशमिश को पानी में कुछ घंटो के लिए रखिए| फिर उन्हें उसी पानी के साथ ग्रहण कर लीजिए ये एक अच्छा कब्ज का इलाज है|
पालक (Spinach)
पालक में पेट को साफ़ करने वाले और पाचन को अच्छा करने वाले गुण होते हैं| इसलिए इसे कच्चा खाइए या भोजन बनाते समय इसका उपयोग कीजिए| आधे गिलास पालक के जूस को बराबर मात्रा में पानी मिलकर पीने से भी कब्ज में तुरंत रहत मिलती है|
पानी खूब पीजिए
आपको पता है की पानी हमारे शरीर के लिए कितना जरुरी है| अगर पेट की बात करें तो ये पाचन के लिए अच्छा है और आपकी पेट की सफाई में भी मदद करता है| ये दुनिया का सबसे अछा नॅचुरल cleanser है| आप ये भी जानते हैं की इसकी कमी के कारण आपका मल सुखा और सख्त हो जाता है और आपको कब्ज की समसाया हो जाती है| इसलिए आपको दिन में 3 liters पानी का सेवन करना चाहिए| साथी हि पानी से भरपूर फल जैसे नारियल, तरबूज, खीरा, टमाटर आदि का सेवन करना चाहिए| रात तांबे के लोटे में पानी रख कर सुबह खाली पेट उसे पीने से भी बहुत लाभ मिलता है|
क़ब्ज़ के लिए आयुर्वेदिक उपचार
- Dandelion के पाते चबाने से या इसके जूस को सेब या नींबू पानी में मिलकर पीने से भी लाभ होता है|
- एक चम्मच blackstrap मोलॅसस को एक गिलास दूध या कोई जूस जैसे prune जूस, एप्पल जूस आदि में मिलकर रात को सोने से पहले पी लीजिए|
- सुबे उठ कर एक चम्मच जैतून के तेल (olive oil) में आधा नीबू का रस मिलकर पी लीजिए| इससे आपको काफ़ी रहत मिलेगी|
- अमरूद और पपीता के सेवन इस प्राब्लम में काफ़ी लाभदायक होता है|
- खाने का सोडा या मीठा सोडा को इंग्लिश में बेकिंग सोडा कहते हैं| इसके एक छोटे स्पून को एक कप गुनगुने पानी में डालकर पीने से भी कब्ज जल्द दूर हो जाती है|
- दूध में ¼ स्पून हल्दी पाउडर और एक स्पून देसी घी डालकर रोज रात को पीने से भी कब्ज दूर होती है|
- पत्ता गोभी का रस भी इस रोग में अच्छा माना जाता है.
- aprajita के भुने हुए बीज का एक चुटकी पाउडर पानी के साथ लेने पर आराम मिलता है|
- amaltas की चल को पानी में डुबोकर रखिए, कुछ घंटो बाद इसे छान कर पी लीजिए|
- बैल की पत्तों को पानी में उबाल करके पीने से कबज में रहत मिलती है|
- Punarnava के पत्ते खाने पर भी कॉन्स्टिपेशन गायब हो जाती है|
कब्ज से बचाव के तरीके | constipation prevention tips in Hindi
- आलस भरा सुस्त जीवन जीना कॉन्स्टिपेशन का मुख्य कारण है| इसलिए हमेशा फिज़िकल एक्टिव रहने की कोशिश करें|
- रोजाना योगा और एक्सर्साइज़ करके अपने शरीर और पेट की सेहत में सुधार करें|
- समय पर सोइए और जागीए, लेट नाइट वर्क की आदत से परहेज करिए|
- अपनी capacity से ज़यादा खाना मत खाइए और जब तक भूख ना लगे तब तक खाने को मत ग्रहण करिए|
- दिन में सोने की आदत मत रखिए| साथी ही खाना खाने के तुरंत बाद मत सोइए|
- मल को कभी मत रोकिए और ऐसा करने से आपकी स्थिति बिगड़ सकती है|
- स्ट्रेस को दूर रखने के लिए मेडिटेशन करिए, कॉमेडी मूवीज देखिए, अच्छा म्यूज़िक सुनिए और वो सब काम करिए जिसमे आपको अच्छा फील होता हो|
- शराब और धूम्रपान से अपने आपको दूर रखना ही समझदारी है..और आप जानते हाइन क्यूँ!
- हफ्ते या 15 दिन में एक बार एनिमा का प्रयोग करने से भी कॉन्स्टिपेशन होने की संभावना दूर हो जाती है.
Yoga and Exercise tips for Constipation| Kabj ke liye yoga, Exercise Tips
आप कुछ योगा poses रोजाना प्रैक्टिस प्रोज़ करके आपने कॉन्स्टिपेशन की समस्या को ख़तम कर सकते हो साथ ही इसे भविष्य में दोबारा आने से भी रोक सकते हो| यहाँ कुछ कब्ज के लिए योगा आसन दिए जा रहे हैं जिन्हे आप रोजाना करने की कोशिश करें|
Mayurasana – ये आसन आपके पाचन को अच्छा कर आपकी bowel movements को फिर से शुरू करने में मदद करता है|
Ardha-Matsyendrasana – ये आसन आपके पेट में मोजूद सभी अंगों की क्रियाशीलता बढ़ा कर आपकी प्राब्लम ख़तम करता है|
Halasana – ये पाचन को ठीक कर कॉन्स्टिपेशन होने से रोकता है|
Pavanmuktasana- ये कब्ज के लक्षण gas, पेट दर्द, मरोड़ उठना आदि को ठीक करता है| साथ ही ये कब्ज के उपचार में भी लाभदायक होता है|
Baddha Konasana – ये गैस, पेट फूलना, पेट में दर्द आदि को दूर कर आपको आराम दिलाने में मदद करता है|
योगा के अलावा आपको रोजाना आधे घंटे के लिए वॉक पर जाना चाहिए| इसके अलावा वो सब काम करने चाहिए जिनसे आप फिज़िकल एक्टिव रह सकें जैसे घर के काम, मार्केट के काम, दूसरे चलने फिरने वाले काम आदि| रोजाना एक्सर्साइज़स और फिज़िकल एक्टिव रहने से आपकी पेट की सेहत अच्छी होगी और इसके फलसवरूप आपको पेट की प्राब्लम जैसे कॉन्स्टिपेशन नही हो पाएगी|
एक्सपर्ट्स के अनुसार एरोबिक्स एक्सर्साइज़ जैसे स्विमिंग, साइकलिंग, जॉगिंग, डांसिंग, आदि से कॉन्स्टिपेशन को दूर करने में विशेष मदद मिलती है|
Diet tips for constipation in Hindi | कब्ज में क्या खाना चाहिए | डाइट कैसी होनी चाहिए
जब आपको कब्ज हो और आपको डाइट के बारे में जानकारी चाहिए तो नीचे दिए गये कुछ कॉन्स्टिपेशन डाइट टिप्स पढ़ कर अपने डाइट प्लान में शामिल करने की कोशिश करिए ताकि आपकी प्राब्लम हल हो और फ्यूचर में भी आपको ऐसी परेशानी झेलनी ना पड़े|
fiber की कमी क़ब्ज़ के लिए जिम्मेदार मानी जाती है इसलिए आपकी डाइट में fiber से भरपूर स्त्रोत होने चाहिए जैसे सेब, केला, भूसी युक्त गेहू, फ्रूट्स, हरी सब्जियां, एप्रिकॉट, prune, नाश्पति, मटर, गाजर, wheatgerm, ओटमील, पत्ता गोभी, टमाटर, ब्राकोली, अंगूर आदि खूब खाने चाहिए|
दही खाने में अच्छे बॅक्टीरिया के होने के कारण ये भोजन के पाचन को तेज करता है जिससे पेट सम्बन्धी जयदातर रोग जैसे कब्ज नही हो पाते| इसलिए लंच और डिन्नर के साथ दही ज़रूर खाइए| साथ ही छाछ का भी भरपूर सेवन कीजिए|
ड्राइ फ्रूट्स जैसे अखरोट, बादाम, अंजीर, खजूर, किशमिश आदि रोजाना खाकर भी आप इस प्राब्लम में रिलीफ पा सकते हैं|
खाना बनाते समय अदरक, काली मिर्च, लहसुन, धनिया, जीरा, अजवाइन, हल्दी, हींग, आदि का इस्तेमाल करके आप अपने पेट की सेहत ठीक रख सकते हैं|
पानी की कमी कब्ज का सबसे बड़ा कारण है इस लिए दिन में 8 गिलास पानी पिने के अलावा वो सब चीज़ें खाइए जिनसे आपको पानी मिल सके जैसे नारियल पानी, अंगूर, तरबूज, ककड़ी, खीरा आदि| इसके अलावा आप फ्रूट और वेजिटेबल्स जूस का भी सेवन करके आपने शरीर में पानी की मात्रा बढ़ा सकते हैं|
इन चीज़ों को कहिए NO
Dairy प्रॉडक्ट्स – जैसे cheese, मक्खन, आइस क्रीम, क्रीम युक्त दूध आदि.
ज्यादा मीट का सेवन
शराब और तंबाकू का सेवन ना करें – ये शरीर में पानी की कमी और दूसरे रोग करते हैं|
मीठे पदार्थ- केक, पेस्ट्री, कूकीज, कैंडी और दूसरे शुगर से भरपूर ड्रिंक्स|
फास्ट फुड्स जैसे fries, बर्गर, पास्ता, पिज़्ज़ा आदि|
तैलीय और मसालेदार खाने से भी परहेज करें|
क्या केला खाने से कब्ज होती है?
ये अक्सर लोग पूछते हैं की केले से कब्ज होती है या नही.. तो इसका उत्तर है हाँ और ना दोनों! जी हाँ यदि आप हरा यानी कच्चा केला खाते हैं तो उससे आपको कॉन्स्टिपेशन होने की संभावना रहती है| क्योंकि कच्चे केले में भारी स्टार्च की अधिक मात्रा पाई जाती है जो की कब्ज का कारण बन सकती हैं| दूसरी ओर पीला पका हुआ केले में fiber अच्छा होता है साथ ही उसके लॅक्सेटिव गुण भी बढ़ जाते हैं जो की कब्ज दूर करने में आपकी मदद करते हैं| इसलिए क़ब्ज़ होने पर हमेशा अची तरह से पका हुआ केला ही खाना चाहिए|
ये था एक विस्तृत लेख कब्ज के घरेलू इलाज और उपाय के बारे में| यहाँ दिए गये सभी इलाज कब्ज के रामबन उपचार हैं लेकिन ये आपने आपने शरीर की प्रकर्ति के अनुसार काम करते हैं| इसलिए ये आपको देखना है की कौनसा उपाय आपके लिए ज़यादा फ़ायदेमंद होता है| अगर आपकी कंडीशन सीरीयस है तो बिना देर करते हुए अपने डॉक्टर से कन्सल्ट करके प्रॉपर दवा लीजिए|
अब बारी आपकी…आप जो भी पूछना चाहते हैं वो आप कॉमेंट, email या कॉंटॅक्ट फॉर्म में लिख कर पूछिए. अच्छी डाइट, नियमित एक्सर्साइज़ और healthy लाइफस्टाइल इस प्राब्लम का सबसे सही इलाज है|
Hello
Muje 2 mahine se gass ki problam hai pahle kam thi ab jayada ho chuki hai mene kai garelu upchar liya but aaram nhi mile than mene doct se consult kiya and gass ki hi problam nikli fir dwayiyo khana suru kiya muje pet me kabhi bhi dard uth jata hai bhari pan or gass to hamseha bhut paresan hu me nd is wajah se weekness bhi kafi ho gyi hai plz plz muje is problam se bhar nikalne me help kre…
Sia ji ham ek baat poochenge ki aap neend kitni leti hain aksar pet mein gas kafi lambe samay se chal rahi ho to aisa inflammation ke kaaran ya allergy ke kaaran hota hai …neend ki kami ho to pet mein inflammation jayaada hota hai jiske falsavroop pet mein hamesha gas rehti hai aur aisa lagta hai ki gas nikle lekin dard bana rehta hai …aap neend poori lein….kuch din isabgol lein taki pet saaf rahe aur paani khoob peeyein
Hii my name Rajiv muje bht Dino se constipation bht gherloo upchar karlye thk nhi ho RHA he jad se.AGR thk hota bhi he he kuch samye me lye hota he fr dubra hojta plz muje ise jad se khtm Karna h
rajiv ji aap din mein 2-3 baar nimbu pani peeji, saath hi din mein 3-4 baar saunf khaiye….raat ko sone se pehle isabgol doodh ke saath peejiye……isabgol jayaada dino tak nahi lena ….saunf aur nimbu pani se asar hone lagega….paani aur fruit juices ka bharpoor sevan kariye
Mujhe toylet me jln horhi h sath me pet me bhi drd h to btao kya kru konsi chiz jyada fayda kregi
aap doctor se salah lein …jalan aur pet dard ka kaaran infection bhi ho sakta hai aur doosra bhi
meri umar 60 saal hay mera pachan kamjor hay aur muje kabaj ki samsya hay pet bhari rahta hay gas aur acidity rahti hay muje subah dast kathi aur sukha mal aata hay muje iska upay bataeye
paani khoob pijiye..neend acchi lijiye aur kuch din isabgol powder ka istemaal kijiye