How to get Pregnant in Hindi – गर्भधारण न कर पाने के कारण और उपाय

प्रेग्नेन्सी यानी गर्भावस्था अपने साथ काई सारे बदलाव औरत के जीवन में  लाती है कुछ अच्छे तो कुछ बुरे| लेकिन फिर भी इसे पाना हर महिला का स्वपन होता है| लेकिन कभी किन्ही कारणों या कमिओं से प्रेग्नेंट (गर्भधारण) करने मे समस्याएँ आ जाती हैं और यही कारण है की जिन कपल्स या जोड़ों की तमाम कोशिशों के बाद भी पुत्र प्राप्ति या पुत्री प्राप्ति अर्थात संतान प्राप्ति नही हो पति और वो मानसिक तनाव, टेंशन और अवसाद के शिकार हो जाते हैं| उन्हे परिवार वालों और दूसरे लोगो की कई बातें सुननि पड़ती हैं और हर कोई उन्हे अपनी अजीबो ग़रीब सलाह देने लगता है| यही कारण है की जिसने हमें how to get pregnant in Hindi लेख बनाने के लिए प्रेरित किया है| क्योंकि हमें उन जोड़ों की मानसिक चिंता और स्तिथि का एहसास है जो समय पर संतान सुख नहीं भोग पाते| इस लेख में आपको प्रेग्नेन्सी के लिए जरुरी टिप्स, घरेलू नुस्खे, herbs, योगा टिप्स, मेडिकल उपाय और तरीके बताये जायंगे| जिन्हे पढ़ने के बाद आपको कई ज़रूरी बातें समझ आ जायंगी और आप सफलता पूर्वक प्रेग्नेंट हो पाओगे|

pregnancy problem

how to get pregnant tips in Hindi लेख की शुरुवात में ही हम आपको वो कारण बताने वाले हैं  जिनके कारण अक्सर शादीशुदा लोग प्रेगनेंसी का सुख भोगने से वंचित रह जाते हैं| बाद में हम आपको कुछ तरीके और उपाय बताएँगे जिन्हे फॉलो करके आप प्रेग्नेन्सी के chances को कई गुना बढ़ा सकते हो| तो आइए पहले जान लें की वो कोंसे  रीज़न्स हैं जिन्हें स्वस्थ प्रेग्नेन्सी का दुश्मन माना जाता है|

How to Get Pregnancy Fast in Hindi- Janiye sab options – A complete guide for Indian Couples Who are trying

Pregnancy kyun nahi hoti | infertility ke karan| गर्भधारण न कर पाने के कारण | What causes problem in conceiving ?

यहाँ कुछ कारण हैं जो की औरतों में बाँझपन(infertility) के ज़िमेदार हो सकते हैं और जिनके होने पर आप प्रेग्नेंट नही हो पा रही हैं| सही कारणों का पता लगाने के लिए अपने gynaecologist से मिलकर पूरी जाँच करवाएं और फिर ही किसी नतीजे पर पहुँचे क्योंकि कमज़ोरी पुरुष मे भी हो सकती है जैसे वीर्य में शुक्राणु का कम या शुक्राणु का ना होना (नील शुक्राणु) या शुक्राणु की गतिशीलता मे कमी आदि|

  • चिंता , मानसिक तनाव, टेंशन और डिप्रेशन मे रहना
  • डिप्रेशन की दवा का side effect
  • शरीर का भार  अधिक या कम होना
  • अनियमित पीरियड्स होना या पीरियड का ना होना
  • नींद की कमी से इम्यून सिस्टम खराब होता है जिसके कारण आपको संक्रमण होने का डर रहता है और इसका असर आपके प्रेग्नेन्सी पर पड़ सकता है
  • थाइरोइड प्राब्लम होना
  • संभोग की कमी
  • ovulation में प्रॉब्लम्स होना
  • Endometriosis के कारण ट्यूब्स मे आई ब्लॉकेज और ovulation मे प्राब्लम
  • ageing – अक्सर उम्र बढ़ने का असर अंडे की क्वालिटी पर पड़ता है और ऐसा अक्सर 30 के बाद और 40 के आस पास होता है
  • Polycystic ovary syndrome (POS)  जो की हॉर्मोन्स के असंतुलन के कारण होता है
  • फेलोपियन ट्यूब मे ब्लॉकेज होना
  • गर्भनिरोधक दवाइयों का उपयोग अधिक करना
  • STD यानि कोई sexual transmitted disease का होना
  • संभोग के समय केमिकल्स युक्त lubricants का उपयोग करना

इनके अलावा और बहुत से रीज़न्स हो सकते हैं और जैसा की हमने पहले बताया की सही रीज़न का पता आप अपने डॉक्टर से मिल कर ही लगा सकते हैं| बिना डॉक्टर की जाँच के अपने आपको बांझ या इनफरटाइल ना सोचें क्योंकि आज बहुत ही एडवांस मेडिकल और आयुर्वेदिक ट्रीट्मेंट्स उपलब्ध हैं जो की बाँझपन की प्राब्लम को दूर करने मे 100 पर्सेंट सक्षम हैं|

गर्भवती होने के टिप्स, तरीके और उपाय | How to Get Pregnant in Hindi language

लेख के इस भाग में उन बातों का समावेश किया जा रहा है जिनके द्वारा प्रेग्नेंट होने के मौकों को काफी हद तक बढाया जा सकता है|

ovulation को जाने  (अण्डोत्सर्ग की पहचान)

ovulation महिलाओं के शरीर मे होने वाला वो process है जब महिलाएं सबसे अधिक fertile होती हैं यानी ovulation के समय यदि आपने संभोग (सेक्स) किया तो आपके प्रेग्नेंट होने के chances कई गुना बढ़ जाते हैं|

Ovulation एक प्रक्रिया है जिसमे आपके अंडाशय (ओव्री) से अंडाणु या डिंभ या सरल शब्दों मे ovum या egg निकलता है| ये ovum या अंडा आपकी फेलोपियन ट्यूब से होता हुआ ट्यूब के मुँह पर आ जाता है और यदि इसे वहां कोई शुक्राणु (स्पर्म) मिले तो ये उसे fertilization करके भ्रूण का निर्माण कर लेता है| ये भ्रूण आपके गर्भाश्य मे जाकर वृद्धि करके अच्छे का रूप ले लेता है|

अब प्रशन ये उठता है की कैसे करे ovulation यानी सही समय की पहचान ?

लेडीज मे पीरियड या menstrual cycle हर 28 दिन बाद repeat होता है| पीरियड के पहला दिन से अगले 4-5 दिन तक ब्लीडिंग होती है|

7वें दिन आपका आपका ovum स्पर्म से मिलन करने यानी fertilization के लिए तैयार हो जाता है|

8 वें से 12 वें दिन गर्भाश्य के lining मोटी होकर अपने आपको ज़ाइगोट के implantation के लिए तैयार करती हैं|

14 वें दिन ovum या अंडा अपनी ओव्री से अलग होकर फेलोपियन ट्यूब के मुँह पर आ जाता है|

यदि ovum या एग को वहां कोई स्पर्म यानी शुक्राणु मिलता है वह उससे fertilization करके ज़ाइगोट बना लेता है|

अंडा या ovum आमतौर पर फेलोपियन ट्यूब के मुँह पर 24 से 48 घंटों तक रहता है|

इसका अर्थ है की आपकी माँ बनने के chances 14, 15 और 16 वें दिन सबसे ज्यादा होते हैं|

ovulation checker

इसलिए आपको अपने पीरियड के पहले दिन से 14 दिन गिनती करनी है और इस दौरान यदि आप अपने पति के साथ संभोग करती हैं तो आपके प्रेग्नेंट होने के मौके कई गुना बढ़ जायेंगे| लेकिन अब एक सवाल फिर उठता है की कैसे पता चले की ओव्युलेशन वास्तव में हुआ है या नही| तो इसका पता लगाने के लिए हम आपको ओव्युलेशन के कुछ लक्ष्ण बताने जा रहे हैं| जिनके द्वारा आप ये कन्फर्म कर पाएंगी की आप ओव्युलेशन स्टेज मे हैं यानी आपकी फर्टिलिटी इस समय टॉप पर है|

बॉडी pain या बदन दर्द होना – ज्यादातर महिलाओं मे पेट के नीचे एक तरफ या दोनों तरफ दर्द होता है| साथ ही कुछ लेडीज मे ये pain पीठ के निचले हिस्से मे भी होता है| कई औरतों में स्तन बढ़ना या सूजना जैसे लक्षण भी देखने में आते हैं|

शरीर का तापमान बढ़ना – यदि पीरियड के 14वें दिन या उसके बाद आपकी बॉडी का टेंपरेचर कुछ बढ़ा हुआ फील हो रहा है तो ये ओव्युलेशन का लक्षण हो सकता है|

डिसचार्ज होना – ज्यादातर लॅडीस मे ओव्युलेशन के समय वाइट और लसलसा सा पदार्थ निकलता है| ये भी अण्डोत्सर्ग का एक लक्षण हो सकता है|

Ovulation Prediction kits का करे इस्तेमाल

ovulation  का पता लगाने के लिए OPK यानि  ovulation prediction kit भी मिलती है जिसका उपयोग  आप तब कर सकती हैं जब आपको ऊपर दिए गये लक्षणों को समझने मे दिक्कत हो| ये किट्स आमतौर पर मेहेंगी होती है लेकिन आजकल ebay जैसी ऑनलाइन साइट्स पर ये काफ़ी पॉपुलर हैं  जहाँ से आप भी अपने लिए एक खरीद कर अपने आपको सुरे कर सकती हैं और सही टाइम का फायदा उठा सकती हैं|

तनाव मुक्त रहो

यदि बच्चा ना होने के कारण और दूसरे कारणों से यदि आप स्ट्रेस में हैं तो आप अपनी प्रेग्नेन्सी मे बाधा पंहुचा रहे हैं

स्ट्रेस यानि मानसिक तनाव आपके दिमाग के उस भाग पर विपरीत प्रभाव डालता है जो पार्ट आपकी बॉडी मे हॉर्मोन्स को बॅलेन्स करता है| यह भाग आपके उस हॉर्मोन को कंट्रोल करता है जो की ओव्युलेशन के लिए जिम्मेदार होते हैं और इसी तरह ये पुरुष मे भी पुरुष हॉर्मोन यानी testerone  के लेवेल को बिगाड़ कर नपुंसकता  पैदा करता है|

स्ट्रेस का प्रभाव आपके दांपत्य जीवन पर भी पड़ता है और आप संभोग मे रूचि खोने लगते हैं और कम संभोग के कारण गर्भधारण के मौके भी कम हो जाते हैं|

कुल मिलकर यदि आप मानसिक तनाव, टेंशन, चिंता या डिप्रेशन का शिकार हैं तो आपके प्रेग्नेंट होने के chances भी उतने कम होंगे|

no tension

इसलिए ये जरुरी है की आप स्ट्रेस से दूर रहे और ऐसा करने के लिए आप योगा करें, मेडिटेशन करें, अच्छा खायें, घूमे-फिरें और हो सके तो अपने पति के साथ कुछ दिन छुट्टियाँ बिताने के लिए किसी हिल स्टेशन पर जायें| इससे तोड़ा चेंज मिलेगा और आपसी प्यार भी बढ़ेगा| अक्सर घर मे अशांति के कारण हम स्ट्रेस मे आ जाते हैं और थोड़े दिन के लिए बाहर घूमना हम मे एक नयी उमंग भर सकता है|

संभोग का सही तरीका है ज़रूरी

आजकल लोग मूवीज आदि से इनस्पाइर होकर संभोग के अजीबोगरीब तरीके अपनाने लगे हैं| ये फॅमिली फ्रेंड्ली साइट है इसलिए हम उनके नाम यहाँ नही लेंगे| उनमें से ज्यादातर तरीके तब अपनाये जाते हैं जब पति या पत्नी को कुछ चेंज चाहिए हो| लेकिन यदि बात how to get pregnant fast की हो तो Missionry position सबसे अच्छी संभोग की पोज़िशन मानी जातीहै जिसमे शुक्राणु आसानी से अंडाणु तक पहुँच जाता है और उसे फर्टिलाइज़ कर देता है| Missionry position वो है जब पुरुष अपनी पत्नी के ऊपर सीधा लेट कर संभोग करता है| इस पोज़िशन को और ज्यादा फलदाई बनाने के लिए आप लेडीज के हिप्स के नीचे एक या दो तकिये रख सकते हैं|

संभोग के बाद …No Hurry!

यदि आप प्रेग्नेंट होने के chances को बढ़ाना चाहते हैं तो संभोग के बाद जल्दबाज़ी ना दिखाएं| कुछ लोग इसके बाद उठकर पेशाब आदि करने चले जाते हैं और उसके कारण महिलाओं मे शुक्राणु ग्रॅविटेशन के कारण वापिस बाहर निकल जाते हैं| इसलिए जब भी आप सेक्स करें उसके आधे घंटे तक उसी position मे बेड पर लेटे रहे| इससे शुक्राणु को अंडाणु तक जाने का पर्याप्त समय मिल सकेगा और आपके गर्भवती होने की chances इनक्रीस होंगे|

नियमित प्यार करें

आप आसानी से एक तरीके से अपने गर्भधारण करने के मौके को बढ़ा सकते हैं और वो है….नियमित रूप से प्यार करें|  रेग्युलर प्यार से संभोग की क्वालिटी तो अच्छी होगी ही साथ ही आपके प्रेग्नेंट होने के अवसर भी बढ़ जायेंगे| इसलिए जितना हो सके अपने दांपत्य जीवन को सुखी बनायें, आपसी लड़ाई झगड़ों से दूर होकर एक दूसरे को प्यार देने की कोशिश करें और संभोग का कोई भी मौका ना छोड़ें| ऐसा करने का फल आपको जल्दी एक खुश खबरी मिलना भी हो सकता है|

बुरी आदतें छोड़िए

नशा करना चाहे वो तंबाकू हो, स्मोकिंग हो, alcohol, या कोई ड्रग, नशे का effect आपकी जनरल और रिप्रोडक्टिव health पर बहुत बुरा पड़ता है| इससे आपके मेंटल लेवल, हॉर्मोनल लेवल, स्पर्म काउंट, ovulation  आदि बुरी तरह से प्रभावित  होते हैं जिसके कारण प्रेग्नेन्सी के अवसर बहुत कम रह जाते हैं और कुछ केसस मे तो बिल्कुल ख़तम हो जाते हैं| और यदि प्रेग्नेन्सी हो भी जाती है तो इसके पुर चान्सस होते हैं की होने वाले  बच्चे मे birth डीफेक्ट हो| तो अगर आप कोई नशा करती/करते हैं तो उसे तुरंत छोड़ दीजिए क्योंकि नशे के कारण या तो आप प्रेग्नेन्सी का सुख नही भोग सकेंगे और यदि भोग भी लिया तो आप ये कभी नही चाहेंगे की होने वाली संतान मे कोई डीफेक्ट हो|

buri aadtein

आप alcohol और दूसरे बड़े नशो की तो बात छोड़िए , एक स्टडी के अनुसार ये सामने आया है की जो महिलायें रोजाना सिगरेट पीती हैं उनके प्रेग्नेंट होने के अवसर 40 पर्सेंट तक कम हो जाते हैं|

मेडिसिन्स लें लेकिन ज़रा सोच के

कुछ दवाइयां आपके प्रेग्नेंट होने के chances को कम या बिल्कुल ख़तम कर सकती हैं| आप कोई भी दवा ले रहे हैं तो सबसे अच्छा होगा के अपने डॉक्टर को उसके बारे मे बताएँ खास कर उन मेडिसिन के बारे मे जो की आपको लेना ज़रूरी होता है| आपका डॉक्टर आपको दूसरी सेफ दवा दे देगा जिसका असर आपकी प्रेग्नेन्सी पर नही पड़ेगा| एक दम से मेडिसिन को छोड़ देना समझदारी नही है| कुछ मेडिसिन्स आपकी रिप्रोडक्टिव health पर परभाव डालती है इसलिए हम कुछ ऐसी मेडिसिन्स बताने जा रहे हैं जो की आपको गर्भधारण करने मे बाधा पहुँचा सकती हैं|

Anti depressant मेडिसिन्स जो की डिप्रेशन के लिए उपयोग होती है

Meloxicam, diclofenac  और दूसरी NSAIDs यानि  non-steroidal anti-inflammatory medicines जो की अक्सर arthritis के लिए दी जाती हैं

steroids युक्त दवा जो की अक्सर अस्थमा और arthritis मे दी जाती हैं

Cyclophosphamide और दूसरी  immune suppressants ओव्युलेशन और पीरियड्स को बंद करने मे सक्षम होती हैं

Anti-epileptics  मेडिसिन जैसे valproic acid

Thyroid प्रॉब्लम्स के लिए दी जाने वाली दवाइयाँ

Chemotherapy या cancer treatment की मेडिसिन्स

इनके अलावा anti-psychotic medicines भी आपके पीरियड्स बंद करके आपके प्रेग्नेंट होने के चान्स को घटा सकती हैं| इसलिए बेहतर यही होगा की आप अपने डॉक्टर की सलाह से सही दवा लें|

क्या आपको पता है?

कुछ लोग संभोग को आसान बनाने के लिए योनि के बाहर और अपने लिंग के ऊपर चिकने lubricants जैसे क्रीम्स, जेल्स और दुसरे केमिकल्स आधारित lubricants का उपयोग करते हैं| इन lubricants मे spermicidal  गुण हो सकते हैं जो की आपके शुक्राणु को नुकसान देकर आपको प्रेग्नेन्सी से वंचित रख सकते हैं| साथ ही इस प्रकार के lubricants आपके जनन अंगो की सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालते हैं| इसलिए इनसे बचना चाहिए और जितना हो नॅचुरल ल्यूब्रिकेशन पर विश्वास करना चाहिए और उसे पाने के लिए अपनी पत्नी को संभोग से पहले उत्तेजीत करने के लिए खूब सारा प्यार करिए|

वेट करें  कंट्रोल

ideal weight

आपको अपना वजन काबू में रखना होगा क्योंकि जैसा की हमनें आपको प्रेग्नेंट ना होने के रीज़न्स मे बताया की वजन का कम और जयदा होना गर्भधारण के अवसरों को घटा सकता है| वजन ज़यादा होना या कम होना दोनों ही आपके हॉर्मोन्स का बॅलेन्स बिगाड़ सकता है| इसलिए ये ज़रूरी है की आप आइडीयल बॉडी वेट पाने की कोशिश करें| इसके लिए आप योगा और एक्सर्साइज़स जैसे स्विम्मिंग, जॉगिंग, वॉकिंग, skipping, रनिंग आदि का सहारा ले सकती हैं| कुल मिलकर अगर शरीर स्वस्थ रहेगा तभी उसके सभी कार्य ( जैसे की ओव्युलेशन) स्वस्थ हो पायेंगे|

नींद पूरी कीजिए

बात चाहे छोटी सी लगे लेकिन नींद की कमी आपके मेंटल लेवेल को बिगाड़ कर आपके स्ट्रेस लेवेल को बढाती है और आप जानते हैं की तनाव आपके हॉर्मोन्स को प्रभावित करके आपको प्रेग्नेंट होने से रोकता है| इसलिए ज़रूरी है की आप “early to bed and early to rise” का रूल फॉलो करें| रात को कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी देखना कम करके भरपूर नींद लेने की कोशिश करें|

प्रेग्नेंट होने के लिए योगा | हॉर्मोन्स करे बॅलेन्स | स्ट्रेस रखे दूर

जैसा की हम पहले कई बार कह चुके हैं की स्ट्रेस, हॉर्मोन्स का बॅलेन्स मे ना होना दो कारण हैं जो की प्रेग्नेंट ना हो पाने के लिए ज़िमेदार माने जाते हैं| योगा से आप ये दोनो कारण ठीक कर सकते हैं| साथ ही कुछ ऐसे आसन भी होते हैं जो की आपके गर्भाशय और अंडाशय की सेहत सुधारते हैं  और आपके पीरियड्स को नियमित करते हैं| योगा करने से बार बार मिसकॅरियेज (गर्भपात) होने की संभावना भी कम हो जाती है| रेग्युलर योगा करने आप इनफर्टिलिटी (बांझपन) को दूर करके अपनी फर्टिलिटी बढ़ा सकते हो| जानिये योगा कैसे करता है प्रेग्नेन्सी मे फायदा|

  • योगा से आपका स्ट्रेस लेवल कम होता है साथ ही नींद ना आने की समस्या को भी दूर  होती है|
  • रेग्युलर योगा प्रॅक्टीस से आपके शरीर से जहरीले पदार्थ बहार निकल जाते हैं और आपकी बॉडी मे एक स्वस्थ वातावरण बनता है|
  • ये आपके ब्लड सर्क्युलेशन को अच्छा कर ब्लॉकेज को हटाने में मदद करती है|
  • ये आपके रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बना आपको रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स मे होने वाले संक्रमण होने के खतरे को कम करती है|
  • ये ovary की सेहत में सुधार कर आपके बांझपन को दूर करने में सहायता करती है|
  • इसके द्वारा आपके हॉर्मोंस पूरी तरह से बॅलेन्स मे आ जाते हैं|

नीचे प्रेग्नेंट होने के लिए कुछ बेस्ट योगा आसन फॉर फर्टिलिटी दिए जा रहे हैं आप इनका नियमित अभ्यास करके फायदा उठा सकती हैं| लेकिन सही धन से योगा अभ्यास करने के लिए ये जरुरी है की आप किसी योगा टीचर की देख रेख में ही इन आसनों का अभ्यास करें|

getting pregnant yoga

  1. Paschimottanasana – ये गर्भाशय और अंडाशय की सेहत बेहतर बनता है और बांझपन दूर करता है|
  2. हस्तपदासन – ये जनन अंगों मे ब्लड सप्लाइ अच्छी करता है|
  3. Baddha Konasana – मर्दों मे ये शुक्राणु की संख्या बढ़ता है वही महिलाओं मे ये पीरियड्स की समस्या दूर करता है और ovary की सेहत सुधारता है|
  4. विपरित करनी – संभोग के जस्ट बाद इसे करने से प्रेग्नेंट होने के chances बढ़ जाते हैं|
  5. बालसन – मानसिक तनाव और थकावट दूर करता है और फर्टिलिटी बढाता है|
  6. Kapalbhati Pranayama – ब्लड साफ़ करता है और रिप्रोडक्टिव health सुधारता है|
  7. Nadi Shodhan pranayama – स्ट्रेस कम करके हॉर्मोन्स को बॅलेन्स करता है|
  8. Bhramari Pranayama – इससे माइंड रिलॅक्स रहता है साथ ही ये आपकी पीयूष ग्रंथि को एक्टिव बनती  है.| पीयूष ग्रंथि आपकी सभी ग्रंथियों को कंट्रोल मे रखती है|
  9. ब्रिड्ज पोज़ – ये अंडाशय और गर्भाशय को बल परदन करता है|
  10. कोब्रा पोज़ – ये आपके यूटरस को एक्टिव बनाता है|
  11. शवसन – इसे करने से थकन, अनिद्रा, मानसिक तनाव आदि दूर होकर बॉडी बॅलेन्स मे आती है|

Herbs से लीजिए हेल्प | फर्टिलिटी बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक herbs | जड़ी बूटी से हटाओ बांझपन (इनफर्टिलिटी)

इंडियन लोग सदियों से herbs यानी जड़ी बूटियों का प्रयोग करते आ रहे हैं| इनफर्टिलिटी हटाने के लिए कुछ herbs हमारी प्रकर्ति माता ने हमें गिफ्ट की हैं जिन्हे use करके आप नॅचुरल रूप से प्रेग्नेंट हो सकती हैं| लेकिन सबसे अच्छा यह होगा की आप उन्हें प्रयोग करने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक  डॉक्टर या हर्बल एक्सपर्ट से मिलें| वो आपको सही जड़ी बूटी चुनने  मे मदद करेगा और आपके बांझपन की समस्या दूर हो जाएगी| नीचे कुछ अच्छी फर्टिलिटी बूसटिंग herbs हैं  जो आपके लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकती हैं|

Lady’s Mantle

महिलाओं की दोस्त मानी जाने वाली ये बूटी आपके हॉर्मोन्स को बॅलेन्स करती है| ये बांझपन, गर्भाश्य मे फिब्रोइड्स होना, सर्विक्स की प्रॉब्लम्स, और पीरियड का रेग्युलर ना होना या कम होना या बहुत अधिक होना को नॅचुरली ट्रीट करती है| ये औरतों जननांगो और गुप्तांगों का संक्रमण और दूसरी कई problems  को दूर कर गर्भवती होने के अवसर बढाती है|

येरो

yarrow हर्ब जनन अंगो की infection दूर करती है साथ ही पीरियड की सभी प्रॉब्लम्स को ख़तम करती है| ये फर्टिलाइज़ egg को settle करने मे भी मदद करती है| कुल मिलकर ये आपको जल्दी गर्भधारण करने मे हेल्प करती है|

Shepherd’s Purse

पीरियड मे अधिक रक्त स्त्राव को रोकती है, गर्भाषया को बल प्रदान करती है, फिब्रोइड्स प्राब्लम को दूर करती है गर्भपात को कम करके आपको सेहतमंद pregnancy देने मे मदद करती है|

मुलेठी

ये बांझपन दूर कर pregnant होने के मौकों को बढ़ाती है और हॉर्मोन्स को बॅलेन्स कर जल्दी आपको गर्भधारण करवाती है|

स्टिंगिंग नेट्ल (बिछू बूटी)

ये आपके गर्भाश्य को tone और nourish करती है| ये गर्भधारण को बढाती है और गर्भपात को कम करती है|

Red raspberry + Red clover Tea

इन  दोनों herbs  की बनी हुई चाय आपके यूटरस को पोषण प्रदान करती है| आपको प्रजननक्षम बनाकर आपके गर्भवती होने के अवसर को बढ़ाने में सहायता करती है|

शतवारी – एक वरदान

शतवारी हर्ब को तो आप सब जानते ही होंगे लेकिन इसके महिलाओं को होने वाले लाभ के बारे में कई लोग अभी तक अनजान हैं| ये हर्ब रिप्रोडक्टिव टॉनिक होने के साथ साथ एक अच्छी हॉर्मोन बॅलेन्सर भी है| ये आदमी तथा औरत दोनों की प्रजनन क्षमता बढ़ने मे हेल्पफुल मानी जाती है|

यदि आपके फेलोपियन ट्यूब्स मे ब्लॉकेज हो, एंडोमेट्रियोसिस, यूटरिन फिब्रोइड्स और ovarian cyst के कारण आप माँ ना बन पा रही हो तो शतावरी इन सब प्रॉब्लम्स को ठीक करके आपको माँ बनने का सुख प्रदान करने मे सहायता करती है|

प्रेग्नेंट होने के लिए क्या खाना सही होगा | डाइट जो फर्टिलिटी बढ़ाए | इन्हे खाने से बांझपन दूर होने मे मिलती है मदद

सही खान पान और फर्टिलिटी का बहुत गहरा रिश्ता होता है| सही डाइट से आपके और आपके पार्ट्नर के सभी शारीरिक कार्य, हॉर्मोनल लेवल और मेंटल लेवल सही रहते हैं जिनसे कुछ हद तक प्रेग्नेंट होने मे मदद मिलती है| यहा कुछ डाइट टिप्स दिए जा रहे हैं जिन्हे use करने पर आपकी फर्टिलिटी पर पॉज़िटिव रिज़ल्ट पड़ेगा|

दिन मे 3-4 बार एक bowl फ्रूट और वेजिटेबल्स के खायें| जिनमे सभी प्रकार के मोसमी फ्रूट्स और वेजिटेबल्स होने चाहिए| दिन मे ब्राकोली खाने और एक गिलास संतरे का जूस पीना अच्छा होगा|

होल ग्रेन्स, पास्ता, सीरियल्स, चावल, और प्रोटीन युक्त फूड्स जैसे अंडे, फिश, टोफू आदि खूब खायें|

दूध, दही दिन मे दो बार खाने का प्लान करें|

आयरन युक्त फूड्स जैसे पालक, बीट, हरी सब्जियाँ, फ्रूट्स, दाल आदि भी अपने आहार मे खूब शामिल करें|

विटामिन C लेने के लिए नींबू पानी, pineapple, strawberries, मौसंबी  और दुसरे सिटरस फ्रूट्स का सेवन करें|

फॉलिक एसिड्स और ओमेगा फॅटी एसिड्स युक्त फूड्स भी खूब खाएँ|

2  तो 3 लीटर पानी आपको रोजाना पीना होगा|

कुल मिलकर आपको well balanced और healthy  डाइट खाने की कोशिश करनी हैं| जब आपकी डाइट अच्छी होगी तब आपके बॉडी functions भी सही रूप से कार्य करेंगेऔर इससे आपको काफ़ी फ़ायदा होगा|

डॉक्टर से कब मिले?

यदि आप प्रेग्नेंट होने के बारे मे सोच रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से एक बार मिल ही लेने चाहिए| आपका डॉक्टर वेजाइनल संक्रमण या दूसरी प्राब्लम जैसे STD,  फिब्रोइड, यूटरस मे inflammation, , ovarian cysts आदि के लक्षणो को चेक करके आपको ये विश्वास दिला देगा  की सब कुछ ठीक है और यदि प्राब्लम होगी तो आपको ज़रूरी दवा या ट्रीटमेंट लिख देगा|

क्या है मेडिकल ट्रीटमेंट options (तरीके)

यदि आप ऊपर बताया गया सब कुछ कर चुके हैं और डॉक्टर ने भी आपको जवाब दे दिया है तो घबराने की ज़रूरत नही क्योंकि मेडिकल साइन्स आपकी हेल्प कर सकती है| नीचे कुछ इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट options यानि तरीके दिए गये हैं जिनके बारे मे आप अपनी कंडीशन के हिसाब से सोच सकते हैं|

getting pregnant tarike

फर्टिलिटी बढ़ने वाली मेडिसिन

आपको डॉक्टर clomifene pills और gonadotrophin injections लिख सकता है ये हॉर्मोंस को संतुलित करते हैं और साइकिल के दौरान ज्यादा egg अंडे मुक्त करवाने में मदद करते हैं|

पिल्स लघभग 25 पर्सेंट effective होती हैं वही इंजेक्षन की सक्सेस rate 15 प्रतिशत तक होता है|

मूड स्विंग्स, स्तन मे सूजन, योनि की खुश्की आदि clomifene के कुछ sideeffects होते हैं वही  सर दर्द, पेट मे गड़बड़ी, और थकावट इंजेक्शन लेने से हो सकते हैं|

Laparoscopy

इसमे डॉक्टर आपके फेलोपियन ट्यूब्स की ब्लॉकेज हटा देता है| इसके बाद कुछ दीनो तक सीने, कन्धों और पेट मे दर्द हो सकता है|

Intrauterine insemination (IUI)

इसमे आपके पति के या किसी डोनर के शुक्राणु आपके यूटरस मे एक पतली नाली दवारा डाल दिए जाते हैं| इसमे बेस्ट क्वालिटी स्पर्म का उपयोग होता है|

Success rate = 16 पर्सेंट की आस पास होते हैं|

In vitro fertilisation (IVF)

आप आज कल IVF तकनीक के बारे में न्यूज़ पेपर मे पढ़ रहे होंगे| इसमे डॉक्टर आपके अंडे को और आपके पति या डोनर के शुक्राणु को लेकर लॅबोरेटरी मे ग्रो करके एंब्रीयो को निर्माण करता है| फिर इस एंब्रीयो को आपको गर्भाश्य मे डाल दिया जाता है.

Success rate ज्यादा होते हैं लगभग 33 पर्सेंट तक|

Intracytoplasmic sperm injection (ICSI)

इसमे सिंगल शुक्राणु को लेकर सिंगल अंडे से मिलया जाता है| इसके सक्सेस रेट्स 35 पर्सेंट के आस पास होते हैं|

Donor insemination (DI)

ये उन लोगो के लिए है जिन कपल्स मे पुरुष के शुक्राणु ना हो| इसमे दानकर्ता के स्पर्म को IVF aur IUI तकनीक द्वारा फर्टिलाइज़ किया जाता है.| इसमे सक्सेस रेट्स अच्छे हैं लेकिन इसका साsideeffect ये होता है की अक्सर कपल्स होने वाले बेबी मे अपने जीन्स ना होने के कारण तोड़ा परेशन रहते हैं|

Egg (or embryo) donation

इसमे किसी और महिला का एग आपके पति के स्पर्म के साथ मिलकर एंब्रीयो तैयार किया जाता है फिर इस एंब्रीयो को आपके गर्भशया मे डाल दिया जाता है| इसके सक्सेस rate 32 के आस पास होते हैं|

Surrogacy

इसमे आपके एग और आपके पति के स्पर्म को मिलकर किसी स्वस्थ महिला के यूटरस मे बढ़ने के लिए डाल दिया जाता है| इसके बाद आप कानूनी तौर पर उस बच्चे के माँ बाप बन जाते हैं|

सबसे ज़रूरी है …धैर्य

यदि आप how to get pregnant fast होना चाहती हैं तो आपको थोडा धैर्य रखना ज़रूरी होगा| क्योंकि हर शरीर उसके कार्य और शरीर का भीतरी वातावरण अलग अलग होता है| इसके कारण कुछ तो जल्दी pregnant हो जाती हैं और कुछ महिलाओं को तोड़ा सा टाइम लगता है| आप ऊपर बताए गये गर्भधारण के सभी methods, टिप्स, उपाय और तरीके फॉलो करें और यदि आपको एक साल तक भी कोई रिज़ल्ट ना मिले तो किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी हो जाता है.|लेकिन आपको कुछ महीने से एक साल तक धैर्य रखना होगा| हम उम्मीद करते हैं की आपको खुश खबरी जल्दी मिल जाये|

Stay Healthy, Stay positive, Stay Happy and Keep patience !

healthy-pregnancy

अब बारी है आपकी तो यदि आप पुरुष हैं या महिला और यदि आपके दिल मे कोई प्रशन है जिसे आप हमे बताना चाहे तो हमें जल्दी से लिख भेजिए| hindilookup.in team आपके लिए और आपकी सेवा मे सदैव तत्पर रहती है|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

2 thoughts on “How to get Pregnant in Hindi – गर्भधारण न कर पाने के कारण और उपाय”

  1. Meri yoni me sparm yani shukranu rukta nahi puri rat leti rah jati hu tab bhi subah nikal hi jata ha. Mujhe lagata ha ki mujhe ovulation nahi hota jabki mera masik chakra thik ha.

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