क्या आपको बिना किसी बात के चिंता, तनाव, डर और घबराहट होती रहती हैं? क्या आपको लाइफ बोझ लगने लगी है? क्या आपको कुछ भी अच्छा नहीं लगता? यदि ऐसा है तो आप बहुत ज्यादा sensitive और इमोशनल हैं| डॉक्टर कहते हैं की यदि किसी कारण के और थोड़ी बहुत चिंता हो तो अच्छा होता है जैसे की एग्जाम की चिंता| थोड़ी बहुत चिंता और डर होना चाहिए इससे आदमी सही निर्णय लेता है| लेकिन यदि बिना बात के और हमेशा चिंता और डर लगता रहे तो डाक्टरी भाषा में इसे एंग्जायटी disorder कहा जाता है| अधिक मानसिक तनाव आपकी जिन्दगी, स्वास्थ और एकाग्रता को बुरी तरह से प्रभावित करता है|
अकारण चिंता होने के लक्षण
चिंता, डर , भय आदि के हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर कई प्रभाव पड़ते हैं| बिना किसी कारण के चिंता होने पर रोगी में निम्न मानसिक और शारीरिक प्रभाव देखने को मिलते हैं|
मानसिक प्रभाव
हर समय बेचैनी और डर रहना
नींद की कमी जिसके कारण हमेशा मूड ख़राब रहना
किसी काम, पढाई में मन न लगना
वो चीज़ें भी अच्छी न लगना जो कभी अच्छी लगा करती थी जैसे कोई मूवी, गाने आदि|
जरुरत से ज्यादा अलर्ट रहना
घबराहट सी रहना जैसे कारण रिलेक्स करने में दिक्कत होना
बात बात में लोगों की राय लेना और खुद पर विश्वास कम करना
रोने का मन करना और उदास रहना
ऐसे लक्षण यानि बिना किसी बात के चिंता के पीछे क्या मानसिक परेशानी होती है? क्यों होता है ऐसा
देखिये हमारे शरीर में जो भी कुछ होता है उसे हमारा दिमाग कण्ट्रोल करता है लेकिन दिमाग के chemicals में किसी भी प्रकार का बदलाव होने से अच्छे और बुरे बदलाव हो सकते हैं| जैसा की चिंता होने पर होता है| रिसर्च कहती है की जब आप चिंता या तनाव में होते हैं तब आपके दिमाग में stress होर्मोनेस (adrenaline and cortisol) का स्तर बढ़ जाता है जिसके दुष्प्रभाव के कारण उपरोक्त लक्षण महसूस होते हैं|
क्या होते हैं शारीरिक प्रभाव?
सांस तेज होना
दिल की धड़कने बढ़ जाना
कमजोर और बीमार जैसा महसूस होना
छाती में दर्द होना
सर में दर्द रहना
पसीना अधिक आना
कुछ भी खाने का मन न करना
बेहोशी होने जैसा महसूस होना
बार बार पेशाब आना
डर के समय पेट में कुलबुलाहट सी रहना
चिंता होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे नशा, परिवार वालों का असहयोग या फिर को मानसिक परेशानी जैसे पैनिक disorder, कोई घटना आदि|
अकारण की चिंता से नुकसान क्या हो सकता है?
जैसा की हमने पहले बताया था की जीवन में थोड़ी बहुत चिंता लेना अच्छी बात है लेकिन अकारण चिंता या बिना बात के तनाव और डर में रहने से आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी रोग जैसे high bp, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, आत्म हत्या करने की प्रवृति में वृद्धि आदि हो सकते हैं| साथ ही ऐसी चिंता जीवन के स्तर को भी प्रभावित करती है|
बिना किसी बात के चिंता होने का इलाज क्या है?
इसका सबसे अच इलाज है की आप बिना सोचे किसी अच्छे मनो चिकित्सक से मिलें और अपनी सारी बात खुल कर उसे बताएं| आप अपनी परेशानी कागज पर लिख कर ले जायें ताकि आपको सभी बातें याद रहे| आप हमारा विश्वास करें की एक हफ्ते में आपको आराम मिल जायेगा और आप खुद सोचेंगे की हमने व्यर्थ में इतना समय चिंता और तनाव में बिताया|
इसके साथ ही आपको अपनी जीवन शैली में निम्न परिवर्तन भी करने होंगे:
- रात को समय से सोना और सुबह जल्दी उठ कर ध्यान और योग का अभ्यास करना होगा|
- नशे आदि से दूर रहना होगा – नशा कभी चिंता कम नहीं करता बल्कि बढाता ही है|
- खेल कूद और रोजाना एक्सरसाइज करना होगा ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहे|
- अपना खान पान संतुलित और पोषण युक्त करना होगा| कमजोरी दूर करने के लिए आप कुछ दिन मल्टीविटामिन सप्लीमेंट का course कर सकते हैं|
- पुरानी बातों को सोचने से परहेज करना होगा| जो बीत गया उसके बारे में क्या सोचना|
- इसके अलावा आप किसी अच्छे आयुर्वेदिक वैध से मिलकर जरुरी जड़ी बूटियाँ या दवा भी ले सकते हैं|
तो ये था बिना बात के चिंता और डर के लक्षण और उपाय| ये हमने उन लोगों के लिए लिखा है जो चिंता और डर के कारण निराश रह रहे हैं| इसलिए दोस्तों यदि आपको भी ऐसी कोई परेशानी है तो आज ही किसी अच्छे मनो चिकित्सक से मिलिए और अपनी परेशानी से जल्द छुटकारा पाएं|
सर मुझे चार पांच महीने से जिधर टेंशन घबराहट होती है ऐसी है बताएं सर मुझे कुछ मुझे सलाह