बवासीर (बादी /खूनी) का इलाज के लिए पतंजली दवा medicine name in Hindi

badi khooni bawaseer ke ilaj ke liye ayurvedic  patanjali baba ramadev ki dawa medicine ka naam hindi me

पाइल्स यानी बवासीर खासकर बादी और खूनी बवासीर अपने तेज दर्द गुदा मैं गर्मी का एहसास, उठने बैठने में परेशानी, गुदा में सूजन मल के साथ खून आना और दूसरे बहुत सारे कष्टों के लिए जानी जाती है। यदि आप बादी या खूनी बवासीर से परेशान है और फिशर का इलाज ढूंढ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं| आज हम यहां बादी खूनी बवासीर के इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवा और मेडिसिन इन हिंदी की जानकारी आपको देंगे| हम आज आपको बताएंगे कि बाबा रामदेव की आयुर्वेदिक पतंजलि मेडिसिन या दवा से बवासीर के प्रकार जैसे बादी, फिशर piles, खूनी बवासीर का इलाज कैसे करते हैं| bawaseer ke ilaj ki best dawa medicine in hindi यानि अर्श या भगंदर के इलाज के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक मेडिसिन दवा का नाम  क्या है और इनका बवासीर के इलाज में कैसे इस्तेमाल करना है जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़े|

bawasir ayurvedic dawa medicine

हम आपको बताएंगे कि खूनी, बादी, फिशर पाइल्स का इलाज आप बिना सर्जरी क्या ऑपरेशन के दवाइयां मेडिसिन ऐसे कैसे कर सकते हैं और कैसे आप अपनी खूनी बादी बवासीर की समस्या को जड़ से कर सकते हैं| यदि आप इन दवाइयों का इस्तेमाल सही तरीके से करते हैं तो यह निश्चित रूप से आपके बवासीर की आपको जल्दी से जल्दी छुटकारा दिला देंगी|

फिशर हो बादी बवासीर यह खूनी बवासीर इसमें रोगी को असहनीय दर्द होता है, मल में खून देखकर रोगी डरा सा रहता है, शरीर में खून की कमी होने लगती है और रोगी का उठना बैठना, चलना, सोना सब दूभर हो जाता है| यदि आपके बवासीर की अभी शुरुआत हुई है या फिर आपकी बवासीर खूनी और दर्दनाक हो गई है तो आप बवासीर के इलाज के लिए यह बताई गई दवा मेडिसिन का नाम याद रखिए| हम आपको बड़ी बवासीरके इलाज कि इन दवाइयों को कैसे इस्तेमाल करना है की जानकारी भी देंगे |

fissure खुनी बादी बवासीर के लक्षण क्या होते हैं | symptoms of fissure and bleeding piles

यदि आप यह जानना चाहते हैं  फिशर पाइल्स क्या होती है तो यह कुछ नहीं बल्कि आप की गुदा में बवासीर की गांठों मैं बनी दरार होती है या कट होता है जिसे मल त्याग के समय या मल त्याग के बिना खून बहता है| इसके अलावा इस प्रकार की piles से आपको बहुत तेज दर्द होता है क्योंकि यह गुदा जैसी नाजुक जगह पर होती है इसलिए इसका दर्द सहना बहुत ही मुश्किल होता है| जब फिशर से खून आने लग जाए और गुदा के मस्से खुनी हो जाएँ तब ऐसी बवासीर को खूनी या बादी बवासीर भी बोल दिया जाता है जिसके कुछ लक्षण होते हैं जैसे

रोगी का दर्द के कारण उठना बैठना मुश्किल हो जाता है

मल त्यागते समय असहनीय पीड़ा होती है

गुदा से खून बहता रहता है और ऐसा लैट्रिन करते समय अधिक होता है

गुदा में तेज खुजली और जलन भी होती रहती है

मल त्याग के बाद बहुत तेज दर्द होता है  जो कि काफी देर तक सही नहीं होता

गुदा में हमेशा गरम-गरम रहने का एहसास होता है

गुदा से मल मैं खून आने के कारण रोगी के शरीर में खून की कमी यह एनीमिया की शिकायत शिकायत भी हो जाती है

रोगी की गुदा की गांठें बाहर लटकने लगती है

मल त्याग के बाद भी रोगी को ऐसा लगता है कि उसे लेट्रिन आ रही हो

रोगी की गुदा में दबाव  पढ़ता रहता है जिससे उसे बार बार टॉयलेट जाने की जरूरत पड़ती है

कुल मिलाकर खूनी बादी बवासीर का इलाज ना हो तो रोगी की स्थिति बहुत ही पीड़ादायक और कष्टदायक हो जाती है| इसीलिए आज हम आपको पतंजलि की कुछ बेहतरीन दवाइयां मेडिसिन का नाम और उनको इस्तेमाल करने की विधि आपको बताने जा रहे हैं जिसे आप फिशर खूनी या बादी बवासीर का जल्दी से इलाज कर पाए और अपनी दर्द और सूजन को जड़ से खत्म कर सके| तो आइए चलिए जानते हैं कि वह कौन सी बाबा रामदेव की बवासीर को खत्म करने की दवाइयां है जो आपके लिए मददगार साबित हो सकती है|

fissure piles/ khooni badi bawasir ke ilaj ki dawa medicine name in Hindi | बवासीर के इलाज के लिए best आयुर्वेदिक दवा medicine का नाम हिंदी में

बादी खूनी बवासीर के इलाज के लिए बाबा रामदेव पतंजलि मेडिसिन या दवा को हम इसलिए चुन रहे हैं क्योंकि यह दवाइयां बहुत आसानी से हर शहर में उपलब्ध है और आपको बवासीर की दवाइयां ढूंढने में कोई समस्या नहीं होगी| वैसे भी बाबा रामदेव की पतंजलि दवाइयां मेडिसिन से बवासीर का इलाज आप आराम से कर सकते हैं जिससे कि आपको बवासीर के पीड़ादायक लक्षणों से मुक्ति मिलेगी| इसलिए आप अपनी दुखने वाली पीड़ादायक पाइल्स के इलाज के लिए बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेदिक दवाइयां मेडिसिन का इस्तेमाल कर सकते हैं|

कितनी असरदार होती है बवासीर की आयुर्वेदिक दवा या मेडिसिन

बवासीर इलाज के लिए यदि आप आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल करते हैं तो इतनी बात पक्की है कि यह दवाइयां या मेडिसिन होम्योपैथिक दवाइयों से अधिक असरदार होती हैं| लेकिन यदि आपकी समस्या गंभीर रुप ले चुकी है यानी आपके पाइल्स के मस्से बहुत बड़े हो चुके हैं और आपको बहुत अधिक मात्रा में लैट्रिन में खून आने की समस्या हो रही है तब आपको सबसे तेज इलाज के लिए बवासीर की एलोपैथिक दवा लेनी होगी और डॉक्टर से जांच करवाने के बाद आपको बवासीर का ऑपरेशन करने की भी सलाह मिल सकती है| आयुर्वेदिक दवाई पाइल्स का इलाज piles के लक्षणों को जड़ से खत्म करके करती है लेकिन यदि बात हाथ से बाहर निकल चुकी है तो आपको इस दर्द दायक बीमारी इलाज के लिए किसी अच्छे गैस्ट्रोलॉजिस्ट या बवासीर के डॉक्टर से इलाज लेना होगा|  डॉक्टर आपको आपकी स्थिति के अनुसार पाइल्स के इलाज की दवाइयां मेडिसिन दे देगा या फिर आपको पाइल्स का ऑपरेशन करवाने की सलाह भी दे सकता है| जिसके बारे में हम मैं आपको हमारे दूसरे लेख बवासीर का ऑपरेशन कैसे होता है मैं दे दी है|

पतंजलि कायाकल्प वटी से पाइल्स का इलाज | bawasir ilaj ki medicine

दिव्य कायाकल्प वटी त्वचा संबंधित रोगों को दूर करने के लिए काम आती है लेकिन यह बवासीर के इलाज के लिए भी बहुत अच्छी दवा मानी जाती है| क्योंकि यह बवासीर में होने वाली खुजली और जलन को दूर करने में मदद करती है इस वटी में ऐसे घटक पाए जाते हैं जो बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं|  इसके त्वचा को रोगों से मुक्त करने वाले गुण आपकी बवासीर के कारण गुदा में पड़े फुंसी और फोड़े को दूर करने में यानी बवासीर के मस्से हटाने में मददगार साबित होते हैं| यदि इस वटी का इस्तेमाल आप दिव्य अर्शकल्प वटी के साथ करते हैं तब आप बहुत ही जल्दी फिशर पाइल्स और खूनी बवासीर का इलाज कर सकते हैं|

बवासीर के इलाज के लिए कायाकल्प वटी आपको खाली पेट दिन में दो बार लेनी होती है| इसकी डोज के बारे में आप किसी वैद्य की सहायता ले सकते हैं| इस वटी को लेने से बवासीर के लक्षण में कमी आती है जिसके फलस्वरुप आपको पाइल्स की दर्दनाक समस्या से थोड़ा आराम मिलता है|

बवासीर के उपचार के लिए सबसे best दवा medicine name इन हिंदी – Arshkalp Vati है

दिव्य पतंजलि अर्शकल्प वटी बवासीर के इलाज के लिए सबसे बेस्ट दवाई मानी जाती है| अर्श यानी बवासीर का इलाज इस आयुर्वेदिक मेडिसिन से करने से आपको बहुत जल्दी रिजल्ट मिलते हैं| अर्शकल्प वटी बवासीर के हर प्रकार का इलाज कर सकती है चाहे वह खूनी बवासीर हो बादी पाइल्स या फिर फिशर बवासीर हो| अर्शकल्प वटी बवासीर की सबसे अच्छी दवा इसलिए मानी जाती है क्योंकि इसमें बवासीर को जड़ से खत्म करने वाले औषधीय गुण जाते हैं और इस में पाई जाने वाली बवासीर रोकने वाली जड़ी बूटियां यह काम बखूबी करती हैं|

अर्शकल्प वटी से बवासीर का इलाज कैसे करते हैं के लिए आपको दो टेबलेट गुनगुने पानी या छाछ के साथ दिन में दो टाइम खाली पेट लेनी होती है| इसकी सेवन की विधि आप किसी अच्छे वैद्यराज से पूछ सकते हैं अर्शकल्प वटी कई कंपनी की आती है लेकिन पाइल्स के इलाज के लिए अर्शकल्प वटी का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है|

इसबगोल करता बवासीर के कारण को जड़ से ख़त्म | इसबगोल से बवासीर का इलाज

बवासीर होने का सबसे बड़ा कारण होता है कब्ज रहना और यदि बवासीर इलाज के दौरान कब्ज रहती है तो बवासीर के रोगी को मल त्याग करने में बहुत ही ज्यादा परेशानी और दर्द सहना पड़ता है| जब आप बवासीर को खत्म करने मेडिसिन अर्शकल्प वटी ले रहे हो या जब आपका पाइल्स का इलाज चल रहा हो तब आप ईसबगोल पाउडर को लेकर अपने मल को नरम बना सकते हैं जिससे मल त्याग के समय आपको पीड़ा या गुदा में दर्द की शिकायत नहीं होगी खासकर तब जब आप बवासीर के मस्सों खूनी बवासीर के रोग से जूझ रहे होते हैं|

इसबगोल पाउडर का piles के इलाज में इस्तेमाल करने के लिए आपको इसकी 5 से 10 ग्राम मात्रा गुनगुने दूध या पानी के साथ लेने की सलाह दी जाती है|

इसबगोल लेने से आपको बवासीर से जुड़े लक्षणों जैसे दर्द गुदा में जलन और गर्मी से भी राहत मिलेगी और मल त्याग के बाद आपको अधिक दर्द भी सहना नहीं पड़ेगा|  आपको कितनी इसबगोल और कब लेनी है की जानकारी आप किसी डॉक्टर या वैद्य से पूछकर ले सकते हैं |

ईसबगोल आपके कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है और यह मोटापे को भी कम करता है| अक्सर मोटापा होना भी बवासीर होने की वजह माना जाता है जिसे की इसबगोल पाउडर लेने से आप खत्म कर सकते हैं|

इसबगोल खूनी बवासीर के इलाज में बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है लेकिन आपको इसकी आदत नहीं डालनी क्योंकि आदत डालने पर आपको कब्ज रहने की समस्या बार-बार हो सकती है |

यदि आपको इसबगोल लेने के बाद पेट दर्द, उल्टी या कोई असामान्य लक्षण दिखते हैं तो इसका इस्तेमाल बंद कर दीजिए|

Aloe Vera Gel बवासीर के इलाज की अच्छी आयुर्वेदिक दवा औषधि

एलोवेरा मैं शरीर के कई प्रकार के रोग ठीक करने की क्षमता होती है| यह एलोवेरा त्वचा के रोगों को आसानी से ठीक कर सकता है| बवासीर में आपकी गुदा में होने वाले दर्द और इन्फेक्शन को आप एलोवेरा जेल लगाकर खत्म कर सकते हैं| एलोवेरा के एंटीबैक्टीरियल गुण आपकी गुदा में इंफेक्शन होने की संभावना को भी खत्म करने में भी मदद करेंगे| बवासीर में होने वाली खुजली जलन और होने वाले फोड़े फुंसी एलोवेरा जेल लगाकर आप ठीक कर सकते हैं| एलोवेरा आपकी बवासीर की प्रॉब्लम को तेजी से ठीक करने में मदद करेगा और आपको बवासीर के उन पीड़ादायक लक्षणों से भी छुटकारा दिलवाने में मदद करेगा|

आपको दिन में तीन बार शौच के बाद एलोवेरा जेल को लगाना चाहिए रात को सोने से पहले एलोवेरा जेल लगाने से बवासीर का इलाज तेजी से होता है और गुदा की त्वचा जल्दी ठीक होनी शुरू हो जाती है|

यह आपकी खुरदरी त्वचा को नर्म रखने में मदद करता है जिससे कड़क त्वचा की समस्या खत्म होती है फलसवरूप आपको गुदा में दर्द मैं राहत मिलती है| बवासीर में गुदा में गर्मी होना बहुत आम समस्या है एलोवेरा के त्वचा को नम बनाने वाले और ठंडक देने वाले गुण आपको बवासीर की जलन और ताप से बचाने में मददगार साबित होंगे|

बादी खूनी piles का इलाज करता है Triphala Churna

बवासीर की समस्या के दौरान या पाइल्स के इलाज के दौरान त्रिफला चूर्ण लेने के बहुत से फायदे हो सकते हैं| त्रिफला चूर्ण से कब्ज की समस्या से निजात मिलती है फलस्वरुप आपका बवासीर का इलाज तेजी से होता है| यह चूर्ण आपके पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है और आपके मल त्याग को आसान करती है| जिससे आपको मल त्याग के समय पीड़ा का सामना नहीं करना पड़ता|  त्रिफला चूर्ण को बवासीर के इलाज के लिए लेने के लिए आपको पांच ग्राम चूर्ण की मात्रा पानी के साथ सोने से पहले कुछ दिन लेना होता है | त्रिफला चूर्ण तब और भी अच्छा माना जाता है जब आपकी बवासीर का इलाज चल रहा हो क्योंकि इससे बवासीर खत्म करने में बहुत मदद मिलती है|  कुल मिलाकर यह बवासीर के इलाज को बेहतर बनाने के लिए एक अच्छी आयुर्वेदिक दवाइयां मेडिसिन साबित हो सकती है|

फिशर, फिस्टुला, गुदा की बादी बवासीर की दवा है Patanjali Amla juice

आंवला का जूस पीना बवासीर के इलाज में बहुत अच्छा माना जाता है| इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत बनता है और आपको बादी खूनी बवासीर से जल्दी मुक्ति मिलती है| आमला जूस पीने के और भी बहुत सारे स्वास्थ्यवर्धक लाभ हैं जैसे कि यह बवासीर में होने वाली खून की कमी को दूर करने में मदद करता है जिससे आपको बवासीर में एनिमा होने की शिकायत नहीं होती|

आपको आमला जूस के 20 ml  की बराबर मात्रा में पानी मिलाकर सुबह और शाम को लेने की सलाह दी जाती है| आमला जूस पीने से आपको बवासीर की समस्या से जल्दी छुटकारा मिलने में मदद मिलती है

यह बाबा रामदेव पतंजलि की बवासीर के इलाज के लिए कुछ दवा मेडिसिन नेम इन हिंदी के बारे में जानकारी है| जिसे अपनाकर आप तेजी से बवासीर का इलाज कर सकते हैं फिर चाहे बवासीर किसी भी प्रकार की हो| अधिक मार्गदर्शन के लिए आपको किसी अच्छे वैद्य की सलाह ले लेनी चाहिए और यदि आपकी बवासीर की समस्या पाइल्स की दवा या मेडिसिन से सही ना हो तब आपको किसी अच्छे डॉक्टर से मिलना चाहिए और सही इलाज लेना चाहिए ताकि समस्या आगे ना बढ़ सके|

बवासीर की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए और समय पर इलाज करवा लेना ही समझदारी होती है| अगर समस्या बिगड़ जाए तो उसका इलाज करवाना उतना ही भी जटिल हो जाता है| इसलिए आपको गुदा में जलन खुजली दर्द जैसे लक्षण महसूस हो तभी आपको बवासीर खत्म करने वाली आयुर्वेदिक मेडिसिन या दवा ले लेनी चाहिए आराम ना मिलने पर डॉक्टर की सलाह लेना उचित उपाय होगा|

क्या आपने अपनी बवासीर के उपचार या इलाज के लिए इनमें से किसी दवा मेडिसिन को use किया है? यदि हां, तो हमें भी यह बताएं कि आपको उससे क्या फायदा मिला आप की जानकारी किसी दूसरे को आराम दे सकती है यदि आप piles की दवा या मेडिसिन के बारे में अधिक जानकारी पाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में हमसे पूछ सकते हैं|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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