कमरकस जिसे हिंदी में पलाश या टेसू कहते हैं और इंग्लिश में bastard teak या the flame of the forest नाम से जाना जाता है एक बहुत ही गुणकारी औषधीय पौधा होता है| कमरकस को वो लोग अच्छी तरह से जानते हैं जिनके घर में हाल ही में कोई बच्चा हुआ है क्योंकि कमरकस की गोंद को delivery होने के बाद नयी माँ के लिए पंजीरी या लड्डू बनाने में प्रयोग किया जाता है| कमरकस के फूल, बीज और छाल को भी आयुर्वेदिक मेडिसिन में काफी use किया जाता है| कमरकस के फायदे और नुकसान यानि benefits और side effects जानने से पहले इसके औषधीय गुण और uses के बारे में अपना ज्ञान बढ़ा लेते हैं|
पलाश की गोंद को कमरकस क्यों बोला जाता है?
कमरकस का सामान्य अर्थ है कमर को कसने वाला| कमरकस आपकी कमर की muscles को strong बनता है| आप जानते हैं की पीरियड, pregnancy और delivery होने के बाद महिलाओं में अकसर कमर का दर्द होता है यह दर्द इस कारण होता है क्योंकि महिलाओं की कमर पुरुषों के मुकाबले ज्यादा delicate और कोमल होती है| बच्चा होने के बाद भारत की अधिकाँश महिलाएं कमरकस का इस्तेमाल आपनी कमर को strong बनाने और अपनी बॉडी को फिर से शेप में लाने के लिए करती हैं|
पलाश या कमरकस के गुण और उपयोग | Medicinal Properties and uses
कमरकस के फूल, पत्तों, गोंद और छाल में निम्न गुण पाए जाते हैं|
दर्द निवारक, diuretic, पेट के कीड़े हटाने वाले, बुखार कम करने वाले, एंटी arthritic, diabetes कम करने वाले, खून बहने से रोकने वाले, acidity कम करने वाले, पुरुषों की यौनशक्ति बढ़ाने वाले, tonic, कब्ज दूर करने वाले, tonic गुणों के अलावा और भी बहुत से गुण पाए जाते हैं|
कमरकस की इन medicinal properties के कारण इसे बहुत से रोगों को दूर करने में दूर किया जाता है जैसे
बुखार, कब्ज, किडनी के रोग, सरदर्द, सफ़ेद पानी आना, पेट की गड़बड़ी, कमर दर्द, पीरियड में ज्यादा खून बहना, आँख सम्बन्धी रोग, bawaseer, गठिया, acidity, लीवर सम्बन्धी रोग, नामर्दी और नपुंसकता, दाद, उलटी, दस्त, सांप के काटे में, diabetes, बाल सम्बन्धी समस्याएँ, सूजन, त्वचा सम्बन्धी रोगीं में कमरकस के फूल, पत्तों, बीज, गोंद और छाल का प्रयोग किया जाता है|
कमरकस गोंद के फायदे
कमरकस की गोंद काली लाल रंग की होती है जिसमें कोई गंध नहीं होती| कमरकस की गोंद में Kino tannic , gallic acids और 50% soluble mucilage पाया जाता है|| इस गोंद का उपयोग कई रोगों जैसे दस्त, leucorrhoea, पेट में खून बहने से रोकने में, पुरुषों में नपुंसकता दूर करने में, किडनी problems, शुक्राणु की कमी, दस्त रोकने में, पेट में कीड़े, acidity, कमर दर्द आदि में किया जाता है|
कमरकस की गोंद, फूल, पत्ते, छाल और बीज के फायदे | kamarkas benefits in HIndi
यहाँ हम कमरकस यानि पलाश के सभी भागों के फायदे जानेंगे ताकि आपको ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त हो सके|
- पलाश के फूल और बीजों का उपयोग त्वचा को गोरा और सुन्दर बनाने के साथ साथ त्वचा के कई रोग जैसे फोड़े फुंसी, खुजली, दाद, एक्जिमा,इन्फेक्शन आदि को दूर करने में किया जाता है| अकसर लोग फूलों और बीजों की पेस्ट को अपनी त्वचा पर लगाकर त्वचा सम्बन्धी कई problems से निजात पाने के लिए करते हैं|
- कमरकस के पत्तों में diabetes कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं साथ ही पत्तों को मुह की बीमारियाँ और इन्फेक्शन के इलाज में भी प्रयोग किया जाता है|
- पलाश के बीजों के पाउडर का सेवन पेट के कीड़े दूर करने में किया जाता है|
- पलाश के फूलों से पीरियड के दौरान ज्यादा खून बहने के समस्या को भी दूर किया जा सकता है|
- कमरकस के पेड़ की छाल को महिलाओं के गुप्तांग में होने वाली खुजली और इन्फेक्शन दूर करने में use किया जाता है| साथ ही बुखार और बवासीर के उपचार में भी यह छाल उपयोगी मानी जाती है|
- फूलों का उपयोग गठिया में अच्छा माना जाता है इसीप्रकार पलाश के पत्तों का उपयोग दर्द और सूजन दूर करने में किया जाता है|
बलगम और खाँसी होने पर
कमरकस की छाल के छोटे से दुकड़े को एक कप पानी के साथ उबालिए| इस पानी को पीने से बलगम और खाँसी की समस्या दूर हो जाएगी|
दर्द और सूजन में
पलाश की छाल को पानी में उबाल कर पीने से सर्द दर्द और शरीर में सूजन होने से निजात मिलती है|
दाद , खाज और खुजली होने पर
पलाश के बीज के पाउडर को दाद, खाज और खुजली वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है|
पेट की गड़बड़ी
मिटटी के बर्तन में थोडा पानी लीजिये और इस पानी में एक मुठी पलाश की पत्तीओं को डुबोकर रखें| पानी को चान कर पीने से पेट की ज्यादातर problems दूर होजयेंगी|
अंडकोष में सूजन
अंडकोष में दर्द और सूजन को पलाश के फूलों की पेस्ट का लेप करके दूर किया जा सकता है|
फोड़े और फुंसी होने पर आप पलाश के पत्तों और फूलों की पेस्ट का उपयोग करके दर्द और सूजन से निजात पा सकते हैं|
सफ़ेद पानी रोग होने पर
सफ़ेद पानी रोग जिसे हम leucorrhea के नाम से जानते हैं एक इन्फेक्शन होती है जिसे कमरकस का उपयोग करके दूर किया जा सकता है| इसके लिए कमरकस के पाउडर को रोजाना दूध के साथ पीना होता है| साथ ही कमरकस के पत्तों को पानी में उबालकर इस पानी को गुप्तांग धोने के लिए प्रयोग में लाया जाता है|
पीरियड के दौरान ज्यादा bleeding होना
माहवारी के दौरान यदि आपका खून ज्यादा बहता है तो आपको पलाश के फूलों को पानी में उबाल कर दिन में एक बार पीना होगा जिससे खून आना बंद हो जायेगा| यह पानी आपके शरीर में hormones को भी संतुलित करने में मदद करेगा|
कमरदर्द के लिए
कमर दर्द होने पर आपको एक पंजीरी तैयार करनी है जिसके लिए आपको निम्न ingredients की आवश्कता होगी|
4 कप सूजी
2 कप desi घी
१/2 कप नारियल का पाउडर, पिस्ता, गोंद कतीरा, कमरकस गोंद. किशमिश, मखाने और मगज
2 कप बादाम
3 कप चीनी
10 इलाइची
आप कददू और तरबूज के बीज भी मिला सकते हैं
- सबसे पहले आधा कप घी में बादाम, पिस्ता, मखाने, मगज, किशमिश आदि को भून लीजिये| और फिर इनको पीस लीजिये|
- अब कमरकस को भून लीजिये और किसी बर्तन में अलग से रख दीजिये|
- अब एक pan में 2 कप घी के डाल कर 10 छोटी इलियाची के बीज और सूजी दाल कर हल्का भूरा होने तक भूनिए|
- अब चीनी और बादाम, पिस्ता का मिश्रण आदि डाल कर कम आंच पर भूनिए|
- अंत में कमरकस मिलाकर मिश्रण को अच्छी तरह से मिक्स कर लीजिये|
- इस पंजीरी का एक tablespoon एक गिलास दूध के साथ रोजाना लीजिये|
- इस मिश्रण को कांच के जार में 2 महीनो के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है|
कमरकस के नुकसान | side effects
कमरकस के कुछ भाग नुकसान या side effects भी कर सकते हैं इसलिए pregnancy के दौरान और ज्यादा लम्बे समय तक कमरकस का सेवन न करें| कमरकस का ज्यादा सेवन से anemia और किडनी प्रॉब्लम की शिकायत हो सकती है|
नोट: बिना डॉक्टर से पूछे आप कमरकस के किसी भी भाग का उपयोग किसी रोग को ठीक करने में न करें| यदि आप ऐसा करते हैं तो इसक लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे|
तो आज आपने कमरकस के फायदे और नुकसान के बारे में अपनी जानकारी बढाई| इससे ज्यादा benefits और side effects के बारे में जानकारी के लिए आप वैध से सम्पर्क कर सकते हैं|
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