डकार की आवाज़ आपके esophagus, के ऊपर स्थित मांसपेशी के कम्पन के कारण होती है| बार बार डकार आने की समस्या आपको शर्मिंदा और irritate कर सकती है खास कर जब आप किसी पार्टी या शादी या किसी फंक्शन में हों| खाने के बाद या पीने के बाद डकार आना एक नार्मल process है लेकिन जरुरत से ज्यादा डकार आने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं|तो चलिए जानते हैं बार बार डकार आने के कारण और उपचार के बारे में|
बार बार डकार आने के कारण क्या हैं | reasons of frequent burping
आपकी खाने की आदतें
बार बार डकार आने का सबसे पहला और मुख्य कारण होता है आपका गलत खान पान| भूख से ज्यादा खाना, खाने का सही समय ना होना, मिर्च मसालेदार और बहुत भरी वासा युक्त भोजन करना डकार आने के कुछ कारण माने जाते हैं|
गैस युक्त पैय
सोडा, कोका कोला और दुसरे गैस युक्त पैय पीने से आपके पेट में गैस भर जाती है जिससे बहार निकलने के लिए आपको बार बार डकार लेनी पड़ती है|इस स्तिथि से बचने के लिए आपको नारियल पानी, फ्रूट जूस और पानी जैसे स्वस्थ द्रव्यों का सेवन करना चाहिए|
दवाइयां
हो सकता है की आपकी समस्या के पीछे आपके द्वारा ली जाने वाली दावा या सप्लीमेंट जिम्मेदार हो| यदि आपको ऐसा लगता है तो अपने डॉक्टर से पूछ कर ही दवा का सेवन करें|
pregnancy
pregnancy में बार बार डकार आने के पीछे दो कारण जिम्मेदार होते हैं पहला होता है progesterone हॉर्मोन का बाधा हुआ लेवल जिसके कारण गर्भवती को अकसर जी मिचलाना, पेट फूलना, गैस और डकार आने की शिकायत होती है| दूसरा कारण होता है बच्चे का बढ़ता आकार जिनके फलसवरूप आपका पाचन धीमा पड़ जाता है और अधिक डकार आने लगते हैं|
खाद्य पदार्थ से एलर्जी
जरुरत से अधिक डकार आना किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी होने के कारण भी हो सकता है जैसे की lactose से एलर्जी वाले लोगों को दूध या दूध से बनी चीज़ें खाने के बाद ज्यादा डकार आने और गैस की शिकायत होती है|
Acid Reflux होने पर
डकार ज्यादा आने की प्रॉब्लम एसिड reflux द्वारा ग्रसित लोगों में अधिक होती है ऐसे लोगों में सांस लेने में दिक्कत, सीने में जलन, खट्टे डकार, चेस्ट pain, जी मिचलाना आदि ली भी प्रॉब्लम आम होती है|
IBS यानि Irritable Bowel Syndrome
Irritable bowel syndrome (IBS) आंत से सम्बंधित एक रोग है जिसके मुख्य लक्षण होते हैं कब्ज रहना, दस्त लगना, पेट में दर्द, गैस, ज्यादा डकार आना आदि| IBS बड़ी आंत के निष्क्रियता के फलसवरूप होता है|
Gallbladder सम्बंधित प्रॉब्लम होने पर
gallbladder के बहुत ही जरुरी अंग होता है यह लीवर द्वारा निर्मित पित्त रस को स्टोर करता है तथा वसा के पाचन में मदद करता है| पित्त की थैली की गड़बड़ी होने से आपको उलटी, डकार, बुखार, सीने में दर्द, एसिडिटी आदि की परेशानी हो सकती है|
Dyspepsia
इस कंडीशन में आपका पाचन कमजोर हो जाता है आप आपको ज्यादा डकार आने की समस्या हो सकती है|
Aerophagia
aerophagia का अर्थ है हवा का भक्षण यानि जाने अनजाने में जरुरत से ज्यादा हवा शरीर के अन्दर ले लेना| भोजन करते हुए बात करने से, bubble gum खाने से, सोडा युक्त पानी पीने से आप जरुरत से ज्यादा हवा अपने अन्दर ले लेते हैं जिसके फलसवरूप आपको बार बार डकार आने की समस्या हो जाती है|
Gastroparesis
इसमें आपके पेट की मांसपेशियां ढीली और कमजोर हो जाती हैं जिसके फलसवरूप आपका भोजन आपके पेट में अधिक देर तक रहता है| बार बार डकार, कब्ज और एसिडिटी इसके मुख्य लक्षण होते हैं|
इनके अलवा Hiatus Hernia, peptic ulcer, gastritis आदि होने पर भी डकार आने की समस्या हो सकती है| सही कारण का पता आप किसी अच्छे पेट के डॉक्टर से जांच करवाकर ही कर सकते हैं|
बार बार डकार आना कैसे रोकें | How to get rid of excessive burping
यहाँ हम आपको जरुरी सावधानियां बताएँगे जिन्हें अपनाकर आप डकार आने की समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं|
- यदि आपको किसी food से एलर्जी है तो आपको कभी भी उस खाद्य पदार्थ को नहीं खाना चाहिए{ डॉक्टर food एलर्जी के केस में जयादातर antihistamines या एंटी एलर्जिक टेबलेट लेने की सलाह देते हैं|
- भोजन आपको हमेशा हल्का फुल्का, पौष्टिक और सुपाच्य ही करना चाहिए खास कर जब आप प्रेग्नेंट हैं| आपको मिर्च मसालेदार, तैलीय भोजन से परहेज करना चाहिए|
- कुछ भोज्य पदार्थ जैसे अंडा, मूंगफली, कोला, दूध आदि के सेवन से पेट में गैस होने की शिकायत होती है इसलिए ऐसी चीज़ों का सेवन एक सीमा में करना ही सही होगा|
- पानी का और दुसरे स्वस्थ पैय जैसे जूस का सेवन करने से आपका पेट साफ़ रहता है और पाचन अच्छा होता है जिसके फलसवरूप आपके पेट में गैस बनने और डकार आने के समस्या कम होती है|
- आप हानिकारक चीज़ें जैसे स्मोकिंग, alcohol, गुटखा, जर्दा, चाय, कॉफ़ी आदि के सेवन पर भी रोक लगानी चाहिए|
- भोजन करते समय अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाने के बाद निग्लिये साथ ही भोजन करते समय बोलें नहीं|
- यदि आप IBS से ग्रसित हैं तो आपको फाइबर युक्त डाइट खाने से फायदा होगा|
- समय समय पर probiotic लेते रहे| दही और छाछ का सेवन करें आप प्राकर्तिक नुस्खे जैसे एलो वेरा जूस, एल्कलाइन डाइट जैसे kheera, शतावर, तर काकडी, सेलरी, आदि का भी सेवन करके एसिडिटी और डकार से निजात पा सकते हैं|
डकार रोकने के प्रचलित घरेलु नुस्खे / तरीके
यहाँ हम वो नुस्खे आपको बताने जा रहे हैं जो आपके पाचन को सुधारेंगे, पेट में गैस इकठ्ठा होने से रोकेंगे और आपकी समस्या को काफी हद तक कम करने में मदद करेंगे|
- अदरक के बारीक टुकड़ों को एक कप पानी में उबालिए| इस घोल को छान कर थोडा सा निम्बू और शहद डालकर दिन में 2-3 बार पीजिये|
- पुदीने में गैस को दूर करने वाले गुण होते हैं इसलिए एक चम्मच पुदीने के सूखे पत्तों को एक कप गर्म पानी में १० मिनट्स तक डालकर रखिये| इसे छानकर दिन में 2-3 बार पीजिये|
- दिन में 2-3 बार छोटी इलाइची खाने से भी डकार आना कम हो जाते हैं और पाचन अच्छा होता है|
- भोजन के बाद सौंफ खाने से भी पाचन अच्छा होता है और गैस बनने की समस्या दूर होती है|
- एक चुटकी हींग को एक गिलास गुनगुने पानी में डालकर दिन में 2-3 बार पीजिये फायदा होगा|
- रोजाना सुबह उठकर 5 तुलसी की पत्तियां खाने से डकार आना कम हो जाता है|
यह कुछ बार बार डकार आने के कारण और उपाय थे जिन्हें समझ कर आप काफी हद तक अपनी समस्या से निजात पा सकते हैं| यदि समस्या फिर भी नहीं सुधरे तो डॉक्टर से मिलिए और जरुरी जांच करवाइए|