Typhoid तब फैलता है जब व्यक्ति दूषित जल या खान पान ग्रहण करता है और जिस व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर होता है वो आसानी से टाइफाइड की चपेट में आ जाता है| उलटी, दस्त, बुखार, पेट में अलसर, पेट दर्द, पेट में रक्त स्त्राव आदि टाइफाइड के कुछ लक्षण होते हैं| हम टाइफाइड के इलाज के बारे में दुसरे लेख में विस्तार में जानेंगे| आज हम इस बात पर चर्चा करेंगे की टाइफाइड होने पर आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं|
टाइफाइड में क्या खाएं | Diet During Typhoid?
सामान्यतया डॉक्टर टाइफाइड के रोगी को हलकी डाइट ही खाने की सलाह देता है जिससे व्यक्ति को पोषण भी मिले और उसके आहार तंत्र पर बोझ भी न पड़े| इसके अलावा टाइफाइड में रोगी की मेटाबोलिज्म कम हो जाती है और शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट की भी कमी होती है| इन सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए डॉक्टर आपको टाइफाइड में हलके पौष्टिक और आसानी से पचने वाले पदार्थ खाने को कहता है|
सबसे पहले जब व्यक्ति को बुखार हो या खाने का मन न करे
यदि रोगी को उलटी या दस्त के साथ बुखार आ रहा है तो उसके शरीर में पानी की कमी होना सवाभाविक सी बात है| इस स्तिथि में रोगी को नारियल पानी , एलेक्ट्राल या ors मिला हुआ पानी, दही की छाछ, सब्जी का सूप और फ्रूट जूस लेने की सलाह दी जाती है|
दस्त, उलटी और बुखार न हो तब
जब व्यक्ति की स्तिथि में सुधार होने लगता है और उसकी खाने के प्रति दिलचस्पी बढती है तब रोगी को कुछ दिन लिक्विड डाइट जैसे सूप दिया जा सकता है इसके अलावा डॉक्टर कुछ फल जैसे केला, तरबूज, अंगूर, अप्रिकोट्स आदि खाने की भी सलाह देते हैं|
जब रोगी को तेज भूख लगने लगे
इस स्तिथि में आपको सीधे रोटी और meat नहीं खाना है| आप जानते हैं एक दम से ऐसा भोजन खाने से स्तिथि बिगड़ सकती है क्योंकि आपका शरीर रिकवरी कर रहा होता है| इस स्तिथि में रोगी को अर्ध तरल पदार्थ जैसे उबले चावल, दही, सूप, आधा उबला अंडा, दलिया, उबला आलू आदि खाने की सलाह दी जाती है|
जब हालत में सुधार होने लगे तो कुछ दिन रोगी को फल, उबली सब्जियां, चावल और आटे से बनी ब्रेड खाने की सलाह दी जाती है|
इसके बाद आप हलके भोज्य पदार्थ जैसे दही और अंडे, दाल, फली, cheese आदि खाकर अपने शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा कर सकते हैं| लेकिन पूरा आहार और मीट तभी खाना है जब आपका डॉक्टर ऐसा करने की सलाह दे|
टाइफाइड में क्या नहीं खाना चाहिए | टाइफाइड में परहेज
टाइफाइड में इस बात का ध्यान रखा जाता है की ऐसी चीज़ों से परहेज करें जो आपकी बीमारी को बढ़ा सकती हैं जैसे फाइबर युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि फाइबर अधिक होने पर आपके आहार तंत्र पर अधिक भर पड़ता है इसलिए आपको गेहू से बनी चीज़ें, मैदा, कच्ची सब्जियों का सलाद आदि नहीं खाने की सलाह दी जाती है|
आपको पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, आदि ऐसी चीज़ें भी नहीं खानी चाहिए जो आपके पेट में गैस बनाएं|
ऑयली food, meat, घी, खट्टी चीज़ें, मिर्च मसाले, तेज नमक,आदि खाने से भी परहेज करना चाहिए|
शराब, beer, चाय, कॉफ़ी आदि निर्जलीकरण करने वाले पदार्थों से भी परेहज करना चाहिए|
Diet Tips for typhoid in Hindi
यहाँ कुछ जरुरी बातें दी जा रही हैं जिनका पालन आपको हर हाल में करना चाहिए ताकि आपको टाइफाइड रोग से जल्दी मुक्ति मिले|
आपको दिन में 3 से 4 लीटर पानी और दुसरे स्वस्थ द्रव जैसे नारियल पानी और जूस पीने की कोशिश करनी है|
हमेशा उबला हुआ पानी पीयें|
भोजन कम मात्र में लेकिन थोड़ी थोड़ी देर बाद करें न की एक वक्त में ही सब कुछ खा लें|
भोजन में मिर्च मसाले का प्रयोग न करें|
जैसे जैसे आपकी स्तिथि में सुधार हो तब आप दही, अंडे और उबली मछली आदि खाकर प्रोटीन की प्राप्ति कर सकते हैं|
बाहर और होटल में बनी हुई चीज़ें नहीं खानी है|
ये था टाइफाइड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं के बारे में छोटा सा लेख| आपको जब टाइफाइड हो तब आपको डॉक्टर से इलाज लेना जरुरी होता है और एक बात यह भी सच है की टाइफाइड होने पर आप घरेलु इलाज और झाडा आदि करवाने से बचें अन्यथा रोग बढ़ भी सकता है जिसका बाद में इलाज और उपचार बहुत जटिल और महंगा भी हो सकता है| टाइफाइड होने पर अपने डॉक्टर के संपर्क में रहे और अपने खान पान के बारे में डॉक्टर से सलाह लेते रहे|