वास्तु में दर्पण का महत्व और क्या हैं वास्तु शास्त्र में दर्पण शीशा यानि mirror के फायदे?
वास्तु शास्त्र की बात करें तो साधारण से दिखने और आसानी से मिलने वाले दर्पण का वास्तु में बहुत अधिक महत्व होता है| दर्पण यानि शीशा एक बहुत ही असरदार वास्तु यंत्र है जिसे की आप घर के कई प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं और यदि आपने दर्पण यानि mirror का वास्तु के हिसाब से सही इस्तेमाल किया तो यह आपके घर को धन दौलत, अच्छी किस्मत, खुशियों से भर देगा साथ ही आपके घर में बरकत बनी रहेगी | यदि घर में दर्पण सही दिशा में न लगा हो तो इससे दुर्भाग्य, दुःख और बुरी घटनाएं का आगमन होता है| इस लिए हम आपको जागरूक करने के लिए इस लेख द्वारा बताने जा रहे हैं की घर में दर्पण यानि शीशा कहाँ और किस दिशा में लगाना चाहिए ताकि आपका भाग्य उदित हो और आपके जीवन में खुशियाँ आयें|
आइये सबसे पहले जानते हैं की क्या हैं वास्तु के अनुसार घर में सही दिशा में दर्पण लगाने के लाभ या फायदे और फिर जानेंगे की शीशा यानि mirror को घर में कैसे, कहाँ और किस सही दिशा में लगने से आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे|
वास्तु में दर्पण का महत्व और फायदे क्या हैं?
वास्तुशास्त्र के अनुसार दर्पण जब सही दिशा और सही जगह लगा हो तो आपको यह सकारात्मक उर्जा देता है और आपके घर और आस पास पायी जाने वाली बुरी नजर को दूर करता है और नेगेटिव एनर्जी को अवशोषित करके आपके घर का वातावरण और आपका जीवन सुखद बनाने की शक्ति रखता है| घर या दफ्तर में सही दिशा में शीशा लगाने के निम्न फायदे होंगे:
धन दौलत और वैभव में बढ़ोतरी होगी|
आपको सकारात्मक उर्जा मिलेगी|
नेगेटिव उर्जा आपसे दूर रहेगी|
घर, परिवार और काम काज में खुशियाँ आएँगी और नए मौके भी मिलेंगे|
उपरोक्त फायदे पाने के लिए आपको दर्पण वास्तु का ख्याल रखना होगा जैसे :
धन दौलत और वैभव बढाने के लिए
घर हो या दफ्तर, वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको शीशा या दर्पण हमेशा अपनी तिजोरी के सामने रखना है| इससे आपके धन दौलत में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होगी और आपकी आर्थिक स्तिथि मजबूत होने लगेगी|
सकारात्मक उर्जा पाने के लिए
घर के मुख्य द्वार के पास दर्पण लगाने से आपके घर में आने वाली सकारात्मक उर्जा दूर होगी| आपको यह पता होना चाहिए की घर हो या दफ्तर हमेशा उसका मुख्य द्वार वास्तु के हिसाब से सही दिशा में बनाएं ताकि आपको अधिक से अधिक सकात्मक उर्जा मिल सके और घर और ऑफिस का वातावरण बेहतर बने|
नकारात्मक उर्जा दूर रखने के लिए
वास्तु शास्त्र में ऐसा माना जाता है की यदि आपके घर या ऑफिस में कोई बुरी यानि नकारात्मक चीज़ है तो उसके सामने शीशा रखने से उस बुरी चीज़ से निकलने वाली नेगेटिव उर्जा शीशा अवशोषित कर लेता है और उस बुरी उर्जा का आप, आपके घर और आपके काम काज पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता|
दर्पण, शीशा के लिए वास्तु टिप्स | Vastu Tips for Mirror
ये थे दर्पण या शीशे के वास्तु में महत्व और आपको अच्छे के लिए फायदे/ लाभ| अब जानते हैं Home Vastu Tips for Mirrors in Hindi के बारे में| इस भाग में आपको यह पता चलेगा की वास्तु के हिसाब से आपको घर में शीशा किस दिशा में, कहाँ और कैसे लगाना चाहिए|
जैसा की हमने पहले बता दिया है की शीशे को घर में सही जगह और सही दिशा में लगाना चाहिए और सही प्रकार के शीशे का उपयोग करना चाहिए| आइये जानते हैं उन दर्पण वास्तु टिप्स के बारे में जिन्हें आपको हमेशा ध्यान में रखना है|
हमेशा घर में आयताकार (rectangle) या चौकौर दर्पण का ही इस्तेमाल करें| वास्तु के अनुसार इस आकृति के mirror सबसे उत्तम होते हैं|
ऐसी कोई भी चीज़ जो प्रकाश को प्रवार्तित करती है जैसे दर्पण, घडी, कांच के show piece आदि को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में ही रखें| इसी प्रकार वास्तु में fish aquarium को भी इसी दिशा में रखें इससे घर में खुशियाँ आती हैं|
दर्पण को हमेशा जमीन से कम से कम 5 फीट ऊपर लगायें|
घर में टेलीविज़न को दक्षिण पूर्व दिशा में रखें और जब टीवी बंद हो तो उससे हमेशा किसी कपडे से ढक दें|
ड्रेसिंग टेबल को अपने bed के साइड में रखना शुभ माना जाता है|
दर्पण को अपने खाने के टेबल के सामने रखने से घर में भोजन और धन की कभी कमी नहीं आती|
यदि आपके घर के सामने कोई सुन्दर बाग़ बगीचा हैं तो शीशे को इस प्रकार रखें की उस शीशे में वह बाहरी सुन्दरता दिखाई दे| ऐसा करने से आपके घर में पॉजिटिव उर्जा और ख़ुशी का मौहोल बना रहेगा|
घर में वास्तु त्रुटी है तो उसके सामने दर्पण रखने से शीशा उस दोष की नकारात्मक उर्जा को अवशोषित कर लेगा|
यदि आपके स्नानघर में दर्पण हैं तो उन्हें हमेशा रौशनी में लगायें और अँधेरी जगह पर लगाने से परहेज करिए|
वास्तु के अनुसार आपको ये नहीं करना चाहिए | Things to avoid while using mirror for vastu at Home
कभी भी गोल या अंडाकार दर्पण वास्तु के लिए इस्तेमाल न करें|
घर के मुख्य द्वारा पर कभी भी शीशा न लगायें ऐसा करने से घर में प्रवेश करने वाली अच्छी उर्जा रिफ्लेक्ट होकर घर से दूर हो जाएगी और आपको कोई लाभ नहीं होगा|
वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा कहा जाता है की यदि आपके bed के पास कोई दर्पण है तो सोते समय आपके शरीर का कोई भी अंग उसमें नहीं दिखना चाहिए और यदि ऐसा होता है तो उस अंग की बीमारी होने की सम्भावना होगी जो mirror में दिखाइए दे रहा होता है|
घर की खिडकियों या दरवाजों पर यदि शीशा लगा है तो यह ध्यान रखें की वो शीशा पारदर्शी न हो|
घर में बच्चों के पढाई वाले कमरे में स्टडी टेबल के पास कभी भी दर्पण न लगायें क्योंकि इससे बच्चे की कंसंट्रेशन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और फलसवरूप वो पढाई में कमजोर होजाएंगे|
बच्चों के बेडरूम में शीशा नहीं लगाना चाहिए|
कभी भी दर्पण को दुसरे दर्पण के साने मत लगाइए| इससे उर्जा का असंतुलन पैदा होता है|
सीढ़ियों के पास भी दर्पण न लगायें|
तो आज आपने जाना की दर्पण का वास्तु में महत्व क्या है और क्या हैं सही दिशा और सही प्रकार के दर्पण को घर और दफ्तर में लगाने के फायदे| आगे हम आपको और भी वास्तु टिप्स देते रहेंगे ताकि आपके जीवन में खुशहाली और सुख समृधि आये| तो आज से ही दर्पण से जुड़े वास्तु टिप्स का इस्तेमाल करिए और अपने जीवन में इसका सकारात्मक प्रभाव देखिये|