पायरिया को साधारण बोलने और लिखने की भाषा में में कई तरह से प्रयोग किया जाता है जैसे pyria या Payriya या piriya| हम यहाँ पायरिया शब्द का उपयोग करेंगे ताकि लोगो को समझने में आसानी रहे| लोग अक्सर पूछते हैं की पायरिया का देसी या आयुर्वेदिक इलाज या ट्रीटमेंट क्या है| ये जानने से पहले आपको पहले पायरिया के बारे में और उसके मुख्य कारणों के बारे में समझना होगा जिससे आप आसानी से इस मुख की प्राब्लम से बच पाएँगे| तो आइए सबसे पहले जानते हैं की पायरिया है क्या?
पायरिया को मेडिकल भाषा में pyorrhea या periodontitis कहते हैं| सरल भाषा में पायरिया उन गुमस यानि मसूड़ों का inflammation और infection है जो मसूड़े आपके दांतों को सहारा देते हैं| इंडिया और दूसरी एशियन देशों, साथ ही पूरे वर्ल्ड में लाखों लोग इस मसूड़ों की बीमारी का शिकार हैं| अगर ब्रश करते वक़्त आपके मुँह से रोजाना खून आता है और मुँह से बदबू (दुर्गन्ध) आ रही है तो इसका अर्थ है की आप इस gum प्रॉब्लम की चपेट में आ चुके हैं| पायरिया को किसी अच्छे दांतो के डॉक्टर को दिखा के दूर किया जा सकता है| आयुर्वेदिक साइन्स में इस प्रॉब्लम्स के कई घरेलू उपाय और उपचार हैं जिन्हें आप कुछ तेल, herbs और दूसरे नॅचुरल चीज़ें उपयोग करके ठीक कर सकते हैं|
ये सच है की ये रोग का इलाज करने में बहुत मुश्किल होती है और यह लंबे समय तक चलती है| ये भी ध्यान रखिए की पायरिया किस और दुसरे माध्यमों जैसे किसी का जूठा खाना आदि से फैलता भी है| इसलिए अपनी जूठी चीज़ दूसरो को ना दीजिए और ना ही किसी और का जूठा खाइए| अक्सर पेरेंट्स अपने बच्चों को अपना जूठा दे देते हैं जो की बिल्कुल सही नही है क्योंकि अगर आपको ये प्राब्लम है तो आपके बच्चों को भी आसानी से हो सकती है और बच्चे बिना मतलब प्राब्लम में आ सकते हैं| इतना ही नही समय पर इस प्राब्लम का इलाज ना करने पर ये सीरीयस प्राब्लम में बदल जाता है जिससे दांत हिलने और ढीले होने और यहाँ तक की दांता टूट भी सकते हैं| आइए अब जानते हैं की ये रोग किन कारणों से होता है|
Causes of Pyorrhea | पायरिया होने के कारण
ये gum problem कई reasons के द्वारा हो सकती है लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण है – मुँह में बॅक्टीरिया (जीवाणु) का संक्रमण (infection) जो की कई कारणों से हो सकता है जैसे रोजाना ब्रश ना करना, अपने मासूड़ो और दांतो की ढंग से देख भाल ना करना, पान सुपारी गुटखा तंबाकू खैनी और धुम्रपान करना, भोजन में पोषक तत्वो की कमी, शुगर और शुगरी फूड्स अधिक खाना आदि|
ये मसूड़ों की बीमारी उन लोगों को भी अधिक होने के chances होते हैं जो की किसी बीमारी जैसे ब्लड डिसॉर्डर, मधुमेह या दूसरी किसी सेहत सम्बन्धी प्रॉब्लम से ग्रसित होते हैं| इसी पार्कर बॉडी में calcium, नियासिन, फॉलिक एसिड्स जैसे मिनरल और विटमिन्स की कमी के कारण भी पायरिया होने के chances रहते हैं और इनके अलावा:
- मसूड़ों या दांतों को किसी केमिकल द्वारा हुआ नुकसान
- चोट या घाव
- गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन
- alcohol या शराब का अधिक सेवन
- नशीले पदार्थो या किसी दवा के सेवन से
- दांतों के बीच में खाने के कण के सड़ने से
- विटामिन C की कमी से
- tooth picks द्वारा गम्स में हुए घाव के द्वारा
- किसी प्रकार की आलर्जी द्वारा
- मानसिक तनाव या स्ट्रेस
- प्रेग्नेन्सी में
- ग़लत फुड खाने पर जैसे ब्रेड और मैदे से बनी आइटम्स
- ब्रश करने का सही तरीका ना पता होने से
- वीक इम्यून सिस्टम होने से ( कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता होने से)
इन कारणों के अलावा बहुत सारे और भी कारण हैं जो पायरिया के लिए जिम्मेदार होते हैं| आप उन reasons का पता प्रॉपर मेडिकल जाँच करवा के कर सकते हो|
पायरिया के लक्षण | Symptoms of Pyorrhea
इस मुँह की बीमारी के कुछ विशेष लक्षण (सिंप्टम्स) होते हैं जिनसे इसकी पहचान आसानी से हो जाती है| नीचे कुछ सिंप्टम्स दिए गये हैं उन्हे पढ़िए और यदि आपको लगता है की आप भी इस प्राब्लम की चपेट में आ चुके हैं तो जल्दी किसी आचे डेंटिस्ट से मिलिए और नीचे के सेक्शन में दी गयी home treatment tips and remedies use करिए|
मुँह से बदबू आना – अगर आपको मुँह से smell का पता लगाना है तो इसका एक आसान सा तरीका है| आप अपने हाथ पर अपनी जीभ लगाइए और सूखने (ड्राइ) के बाद उस जगह को सूँघीए| अगर smell आ रही है तो पायरिया हो सकता है|
- कुछ खाते समय या ब्रश करते समय खून (ब्लड) आना
- गम्स (मसूड़ों) से pus यानि मवाद निकलना
- खाना खाते समय दर्द (pain) होना
- गम्स का अपनी जगह से हट जाना
- रेड गम्स होना
- मुँह का स्वाद मेटॅलिक बने रहना
- दाँत ढीले होना (loose teeth)
पायरिया का घरेलु इलाज, उपचार | Ayurvedic Desi home Treatment of pyriya / pyorrhea )
हम पायरिया के घरेलू इलाज में herbs (जड़ी बूटियाँ), तेल, और दूसरे कुछ नॅचुरल इंग्रीडियेंट्स प्रयोग में लायेंगे जो की इस बीमारी के लिए बहुत ही प्रचलित हैं| तो आइए जानते हैं की किस प्रकार से होता है पायरिया का देसी ट्रीटमेंट|
सेंधा नमक और सरसों का तेल
सेंधा नमक को इंग्लीश में rock salt भी कहते हैं| इसे आसानी से किसी परचून की दुकान से खरीदा जा सकता है| इस नमक के गुण बॅक्टीरिया को कम करते हैं और ढीले मसूड़ों को कसने में मदद करते हैं| सेंधा नमक को सीधा लगाना मसूड़ों को irritate कर सकता है इसलिए आप उसके प्रभाव को कुछ सरसो (mustard) आयल मिलकर कम कर सकते हैं| बस आपको इस सॉल्ट में कुछ mustard आयल मिलके पतली पेस्ट बनाना है और इस पेस्ट से अपने मसूड़ों और दांतों पर हल्के हाथों से मसाज करना है| तोड़ा बहुत खून आएगा तो घबराने की बात नही है| ऐसा रोजाना रात को सोने से पहले करने पर धीरे धीरे आपकी प्राब्लम दूर हो जाएगी| ऐसा दस दिन रोज रात को करने पर दाँत का दर्द, मुख से दुर्गंध, inflammation, cavities और सूजन की दिक्कत कम होने लगेगी| ये पयरिया का सबसे अधिक असरदार घरेलू उपाय है|
नोट: common सॉल्ट यानी साधारण नमक को पानी में घोलिए और इस घोल से कई बार कुल्ला कीजिए| ऐसा करने पर आपके मुँह में बॅक्टीरिया ख़तम होने लगेंगे और ये प्राब्लम जल्दी ठीक होगी| नुस्खा आप चाहे कोई भी उपयोग करें लेकिन इस सिंपल से लगने वाले नामक के पानी solution का कोई जवाब नही|
बरगद की छाल ( Banyan tree bark)
बरगद की छाल में बहुत ही प्रभावी आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जैसे एंटी-inflammatory गुण , आंटी-बायोटिक गुण और healing गुण| ये सभी गुण मुँह सम्बन्धी रोगों को ठीक से ख़तम करने में सक्षम होते हैं| बरगद की छाल या उसका पाउडर लीजिए और उसे पानी में इतना उबालिए कीजिए की पानी की मात्रा घट के आधी रह जाए| अब ठंडा होने पर इसे छान लीजिए और इस solution से दिन में कई बार कुल्ला कीजिए| बहार थूकने से पहले कुछ देर मुँह में रखना ना भूलिए|
अरंडी का तेल (कॅसटर आयल), कपूर (camphor) और शहद
castor आयल, कपूर और शहद जब मिल जाते हैं तो एक बहुत ही असरदार पायरिया का इलाज बनता है| बस आपको इसकी मात्रा पर ध्यान देना है| आपको 100ml अरंडी का तेल, 50 ml हनी और 2.5 से 3 ग्राम कपूर पाउडर मिलाना है| इस mixture को नीम के दातुन पर लगा कर रोजाना अपने दांत और gums को गम्स सॉफ करना है| जल्द आराम मिलेगा और प्राब्लम ख़तम हो जाएगी|
Sesame आयल ( तिल का तेल)
तिल के तेल से gargle करना भी पायरिया का एक आसान घरेलू उपाय है| इसके लिए आपको करना ये है की अपने मुँह में तिल का आयल भर लेना है| कुछ मिनिट्स मुँह में रखने के बाद बाहर फैंक देना है| ये रेमेडी आपके गम्स को soothe करेगी और मसूड़ों से खून की समस्या को भी कम करेगी इतना ही नहीं मुँह की दूसरी प्रॉब्लम्स भी ख़तम हो जाएँगी|
नीम है बहुत फयदेमंद
नीम के जीवाणु नाशी ( एंटी बॅक्टीरियल), सोज घटने वाले, एंटी सेपटिक और healing गुणों को भारत में बच्चा बच्चा जानता है और यही कारण है की इसके दातुन से इंडियन लोग अपने दाँत की सफाई करते हैं| और जो लोग ऐसा करते हैं उन्हे कभी भी मुँह के रोग नही होते| ये दाँत में सडन, मुँह से दुर्गंध, मसूड़ों से खून आने की प्राब्लम को जड़ से ख़तम करता है इसलिए ये पायरिया का best नॅचुरल ट्रीटमेंट माना जाता है|
कुछ नीम की ताज पत्तियां लीजिए और इनका रस निचोड़ लीजिए और इस रस को मुँह में भरिए और कुछ देर बाद बाहर फेंक दीजिए| सुबह सुबह नीम की नयी और हरी पत्तियां चबाने से भी पायरिया कुछ दीनो में ख़तम हो जाता है|
नीम के पतले तने को काटिए और इस दातुन को रोज सुबह और शाम अपने दाँत सॉफ करने में प्रयोग कीजिए|
Guava (अमरूद) करे पायरिया दूर
अमरूद का फल विटामिन C से भरपूर होता है और ये विटामिन ना केवल मसूड़ों पर पाए जाने वाले बॅक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है बल्कि आपके इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक तंत्र) को भी मजबूती प्रदान करता है| इम्यून सिस्टम अच्छा होगा तो आपको कभी कोई संक्रमण नही हो पायेगा| इसमे एंटी-plaque प्रॉपर्टीस पाई जाती हैं जो दांतों पे जमी गंदगी की परत (लेयर) को सॉफ करती है| साथ ही इसके अनेल्जेसिक यानी pain killer गुण पायरिया से होने वाले दर्द और सूजन (swelling) को दूर करते हैं|
कुछ सॉफ अमरूद की पत्तियां लीजिए इन्हे धोकर कुछ देर मुँह में रख कर चबाइए थोड़ी देर चबाने के बाद थूक दीजिए| ऐसा दिन में दो बार यानी मॉर्निंग में और रात को खाने के बाद कीजिए| ये गम्स से ब्लड आने को रोकेगा और उनमें मवाद की प्राब्लम को दूर करेगा|
आप कच्चे अमरूद पर तोड़ा सेंधा नमक डालिए और इसे खा लीजिए| ये दंटो पर जमे plaque को कम करेगा और दांत strong बनाएगा| ढीले दांत होने की प्राब्लम से भी जल्द छुटकारा मिलेगा|
तुलसी की पत्तियां
तुलसी को इंग्लीश में holy basil कहते हैं| इसके औषधीय गुणों के कारण इस herb का उपयोग हमारे पूर्वजों के समय से शरीर की कई बिमारियों को दूर करने में होता आया है| इसके जीवाणुनाशी गुण दाँत और मसूड़ों की कई समस्यों को दूर करने में सक्षम है| दाँत में दर्द हो या मसूड़ों से खून, आप नीचे दिए गये टिप्स अपनाएं और अपने मुँह की सेहत में फर्क देखिये|
आप सुखी हुई तुलसी की पत्तीओं का महीन पाउडर बनाइए| इस पाउडर में उतना सरसों का तेल मिलिए की पेस्ट बन जाए|इस पेस्ट को सॉफ्ट बालों वाले toothbrush पर लगाइए और हल्के हाथो से ब्रश कीजिए| ये दिन में 2 बार कुछ दिनों के लिए करें और पायरिया से छुटकारा पाएं|
आप तुलसी की पत्तीओं को पानी के साथ उबाल कर घरेलू एंटी-बॅक्टीरियल माउथवाश भी बना सकते हैं| इस माउथवाश से दिन में कई बार कुल्ला कीजिए|
हाइड्रोजन परॉक्साइड solution
हाइड्रोजन परॉक्साइड आप आसानी से किसी मेडिकल शॉप से खरीद सकते हैं लेकिन इससे खरीदते समय फ़ूड ग्रेड 3 पर्सेंट हाइड्रोजन परॉक्साइड ही खरीदें| इसमे पाए जाने वाली एंटी-बॅक्टीरियल गुण मुँह के कीटाणु (germs) को मारती हैं और gum diseases होने से बचाती हैं| इसे ऐसे प्रयोग में लायें
फ़ूड ग्रेड हाइड्रोजन परॉक्साइड को उतनी ही मात्रा में जल के साथ मिला लीजिए और ये तैयार हुआ आपका एक असरदार homemade एंटी-बॅक्टीरियल mouth wash. इस solution से आप सुबह, दोपहर और रात को सोने से पहले कुल्ला कीजिए|
दूसरा तरीका ये है की आप हाइड्रोजन परॉक्साइड को खाने सोडा (बेकिंग सोडा) या मीठा सोडा के साथ मिलकर पेस्ट बना लें| इस पेस्ट को सॉफ्ट बालों वाले toothbrush पर लगा कर हफ्ते में 3 बार ब्रश कीजिए.
नोट: हाइड्रोजन परऑक्साइड का अधिक इस्तेमाल नुकसान कर सकता है इसलिए हफ्ते में 3 बार इसका उपयोग करें|
हल्दी का प्रयोग
turmeric या हल्दी में बहुत ही जबरदस आंटी-inflammatory, healing, antiseptic और दूसरे गुण पाए जाते हैं जो पायरिया को जड़ से ख़तम करने में सक्षम होते हैं| ये दर्द और सुजन को भी रोकती है और आपको देती है एक सेहतमंद मुस्कान|
रोज सुबह हल्दी में थोडा सा पानी मिलकर पेस्ट बना लें| इस पेस्ट को किसी कोमल बालों वाले टूत ब्रश पर लगाइए और ब्रश कीजिए| ऐसा दिन में 2 बार एक हफ्ते तक के लिए कीजिए|
जिस प्रकार से आप फेस pack बनाते हैं ठीक उसी प्रकार अपने मसूड़ों के लिए एक असरदार gum पॅक बनाइए और ऐसा करने के लिए आप हल्दी पाउडर में एक या दो विटामिन E कॅप्सुल से निकाला गया लिक्विड मिलाइए और इस पेस्ट को रात को सोने से पहले अपने गम्स पर लगा लीजिए| सुबे उठ कर कुल्ला कर लीजिए| आप खुद ही सोच सकते हैं की हल्दी पूरी रात मुँह के कीटाणुओं का क्या हाल करेगी|
काली मिर्च भी है काम की
घर में पाई जाने वाली काली मिर्च ना केवल मुँह के germs से लड़ने में असरदार है बल्कि इसका नियमित उपयोग मसूड़ों को मजबूत बनता है| आयुर्वेदिक डॉक्टर्स अक्सर इसे इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं|
इसे इस्तेमाल करना सरल है और इसके लिए आपको एक भाग काली मिर्च पाउडर और एक भाग सेंधा नमक मिलना है| इस मिक्स्चर को हल्के हल्के मसूड़ों पर मसाज कीजिए और मुँह धो लीजिए|
दूसरा तरीका ये है की आप दो छोटे स्पून अनार के बीज का पाउडर लीजिए| इसमे आधा छोटा स्पून काली मिर्च का मिलिए और अंत में एक छोटा चम्मच नमक का मिला दीजिए| इस दाँत मंजन को हल्के से अपने दांतों और मसूड़ों की मसाज कीजिए और 2 मिनिट्स के बाद मुँह सॉफ पानी से धो लीजिए| ऐसा दिन में एक बार कुछ दीनो के लिए करिए|
Tea tree Oil
यह तेल आप किसी अच्छे हर्बल स्टोर से आसानी से खरीद सकते हैं| ये आयल कई सेहत और स्किन सम्बन्धी प्रॉब्लम्स के लिए इस्तेमाल होता है और उनमें से एक है पायरिया| इस तेल के एंटी बॅक्टीरियल और किताणु को ख़तम करने वाले गुण इसे एक अछा एंटी पायरिया ट्रीटमेंट बनाते हैं| बस आपको ये करना है की इस आयल की एक बूँद अपने टूत पेस्ट पर लगाके ब्रश करने है| कभी भी इस आयल को निगलना नहीं चाहिए|
दालचीनी – बहुत काम की spice
घरों में पाई जाने वाली ये मीठी सी दालचीनी भी पयरिया के होमे ट्रीटमेंट के लिए बहुत असरदार होती है| बस आपको करना ये है की दालचीनी को एक कप पानी के साथ बाय्ल कीजिए| इससे दालचीनी के गुण पानी में आ जायेंगे इस पानी का उसे mouth wash के रूप में इस्तेमाल कीजिए|
बबूल ( कीकर) की छाल
राजस्थान और इंडिया के कई शहरों और गावों में पाया जाने वाला बबूल में नीम की तरह बहुत प्रभावी एंटी इनफ्लमेटरी और और कीटाणुओं को मरने वाले गुण पाए जाते हैं| इसकी फ्रेश छाल (बार्क) को रोजाना चबाइए आपको पायरिया से रिलीफ मिलेगा|
दूसरा option है की आप बबूल की दातुन से रोजान ब्रश कीजिए|
तीसरा option है की बबूल की जली हुई लकड़ी के चारकोल को भूनी हुई फिटकरी में मिक्स कीजिए और इसमे तोड़ा सा सेंधा नमक और पानी मिलकर पेस्ट तैयार कर लीजिए| इस पेस्ट से रोजाना ब्रश करने पर आपकी प्राब्लम जल्द ही ख़तम हो जाएगी|
देसी घी और कपूर
देसी घी और कपूर का मिश्रण भी पायरिया के घरेलू इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है| देसी घी को इंग्लीश में clarified बटर कहा जाता है| घी का एक चम्मच में एक चुटकी कपूर की मिला लीजिए| इस मिक्स्चर से अपने मसूड़ों के उपर हल्के हल्के मसाज कीजिए| दिन में दो बार एक हफ्ते करने से बहुत आराम मिलता है|
अनार के छिलका और कपूर
अनार के बीजों से पयरिया का इलाज तो आप ऊपर देख ही चुके हैं| लेकिन हम आपको ये बता दें की अनार के सूखे छिलके का पाउडर भी एक अच्छा घरेलु नुस्खा होता है|
500 ग्राम ड्राइ अनार के छिलके के पाउडर में 10 ग्राम फिटकरी या alum पाउडर, काली मिर्च, सेंधा नमक मिला लीजिए| इस पाउडर को अच्छे से पीस कर पतली चुननी या किसी कपड़े से छान लीजिए| इससे आपको एक दम महीन पाउडर प्राप्त हो जाएगा| इस पाउडर का use आप दन्त मंजन (टूत पाउडर) के रूप में रोजाना कीजिए|
प्याज़ से इलाज
प्याज़ में बहुत ही असरदार कीटाणु मरने वाले गुण पाए जाते हैं जो की पयरिया के होम ट्रीटमेंट में बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं| इसे रोज चबाने से मुँह के germs का सफ़ाया होता है| आप प्याज के बीज का तेल यानी कालोंजी आयल को अपने मसूड़ों पर भी मसाज कर सकते हैं| इन दोनो ही स्तिथियों में आपको आराम मिलेगा|
संतरे और केले का छिलका
अन्तर खाने से आपको विटामिन C भरपूर मात्रा में मिलता है जो आपको पायरिया ही नही बल्कि सेहत सम्बन्धी दूसरी कई प्रॉब्लम्स से बचाता है| इतना ही नही संतरे के ताजे छिलके को दांतो और मसूड़ों पर रगड़ने से भी पायरिया को ख़तम करने में मदद मिलती है| केला खाना और उसकी स्किन के अंदर वाले सफेद भाग को दांत और gums पर रगड़ने पर भी आपकी प्राब्लम कम होती है|
लेमन जूस
आप रोज सुबह और शाम निम्बू के रस को एक गिलास पानी में घोल के पीयें जिससे आपका इम्यून सिस्टम स्ट्रॉंग होगा और पायरिया से लड़ने में आपको हेल्प मिलेगी| लेमन जूस की मसाज gums पर करने पर आपको जल्द इस रोग से छुटकारा मिलेगा| कुछ लोग इस जूस में बेकिंग सोडा भी मिलते हैं| इससे दांत सफेद होते हैं और गम्स प्रॉब्लम्स दूर होती हैं|
लौंग का करिए उपयोग
लौंग में दर्द निवारक, एंटी -इनफ्लमेटरी और शक्तिशाली germs killing गुण पाए जाते हैं| इसलिए अक्सर डेंसटिस्ट दांत और मसूड़ों के दर्द और infection में लौंग का तेल इस्तेमाल करते हैं| आपको ये करना है की आप लौंग (clove) के 5 ग्राम पाउडर में 3 ग्राम कपूर का पाउडर मिक्स कीजिए| इन्हे बिल्कुल बारीक पीस लीजिए और अपने teeth और gums पर मसाज कीजिए| बाद में मुँह को पानी से धो लीजिए|
फ्रूट्स से लीजिए मदद
कुछ फ्रूट्स विशेष तौर से पायरिया के लिए लाभदायक होते हैं जैसे गाजर, spinach (पालक), अमरूद, केला, पपीता आदि| गाजर और पालक का जूस बराबर मात्रा में पीने से बहुत लाभ मिलता है| इसी प्रकार कच्चा पपीता खाने से पयरिया दूर होता हैं| केला और अमरूद के गुण तो आप ऊपर पढ़ ही चुके हैं तो आज ही शुरू कर दीजिए इन फ्रूट्स का सेवन और पाइए मजबूत मसूड़े और दाँत नॅचुरली|
वीट ग्रास भी है लाभदायक
wheat grass की मुट्ठी भर मात्रा लीजिए और उन्हे सफेद होने तक चबाइए| वीट ग्रास में क्लॉरोफिल होता है जो बॅक्टीरिया को ख़तम करने में हेल्प करता है|
पायरिया के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव
पायरिया यूँ तो दांतों और मसूड़ों से सम्बंधित एक समसया है लेकिन ये परोक्ष रूप से बॉडी पर बुरा प्रभाव डालती है और इसके कारण बॉडी में दूसरे health प्रॉब्लम्स होने का ख़तरा भड़ जाता है जैसे
Atherosclerosis (खून की धमनियों में रुकावट)
दिल सम्बंधित बीमारियाँ (हार्ट प्रॉब्लम्स)
स्ट्रोक
डिप्रेशन (अवसाद)
खून के flow में प्रॉब्लम्स
यादाश्त (मेमोरी) में कमी
कॅन्सर
मधुमेह
Erectile dysfunction
दिमाग़ सम्बंधित रोग
पायरिया से बचाव के तरीके | how to prevent payriya naturally
पायरिया के लक्षण, कारण और उसके प्रभाव का पता होने ये आप इस रोग के प्रति जागरूक हो जाते हैं और इससे आपको उससे बचने में भी हेल्प मिलती है| आइए जानते हैं पायरिया से बचाव के कुछ उपाय या तरीक़ो के बारे में|
- अगर आप शराब पीते हैं या सिगरेट, गुटखा, खैनी, पान मसाला, जर्दा आदि पदार्थो का सेवन करते हैं तो आज ही इनसे निजात पा लीजिए क्योंकि आगे चलके आपको पायरिया से भी घातक प्रॉब्लम्स हो सकती हैं जिनका इलाज लगभग असंभव होता है|
- आप अपने पर्सनल और मुख की hygiene ( सॉफ सफाई) पर ध्यान दीजिए और दिन में दो बार (सुबह और रात को सोने से पहले) ब्रश करके और फ्लॉस का उपयोग जरूर करिए| हो सके तो दिन में 2 या 3 बार mouthwash का उपयोग भी करिए| कोनसा mouth वॉश आपके लिए सही रहेगा ये आप किसी अच्छे dentist से मिलकर जान सकते हैं|
- केवल दिन में 2 बार ब्रश करना ही काफ़ी नही होता आपको ये जानकारी होनी चाहिए की ठीक ढंग से ब्रश कैसे करें या ब्रश करने का सही ढंग कोनसा है|
- अपने दांतों में toothpicks का इस्तेमाल मत कीजिए| आप कुल्ला करके दांतो में फंसे भोजन के कानों को निकल सकते हैं|
- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी पायरिया के लिए ज़िमेदार होती है इसलिए इम्यून सिस्टम बूसटिंग foods ( इम्यूनिटी बढ़ने वाले फूड्स) दही, संतरा, ब्राकोली, पालक, सरसों, तरबूज, मशरूम, लहसुन और दूसरे सिटरस फ्रूट्स ( विटामिन सी युक्त फ्रूट्स) जैसे नींबू और berries का प्रयोग अधिक करें| साथ ही calcium से भरपूर स्त्रोत का सेवन खुलकर करिए और पाइए स्वस्थ मसूड़े और मजबूत दाँत|
- जितना हो सके दूसरो का जूठा खाने से बचें खासकर तब जब सामने वाले को पायरिया हो|
- सबसे ज़रूरी बात – हर 6 महीने में एक बार अपने डेंटिस्ट के पास जाइए और अपने मुँह की जाँच करवाइए| इससे आपको जीवन भर कोई भी gums या teeth रिलेटेड परेशानी नही होगी|
- पानी खूब पीजिए क्योंकि ड्राइ mouth होने से बॅक्टीरिया ज्यादा आसानी से attack कर सकते हैं| पानी हानिकारक बॅक्टीरिया द्वारा छोड़े गये केमिकल्स के प्रभाव को ख़तम करता है|
- दिन में 4 बार नमक युक्त पानी से कुल्ला कीजिए इससे बॅक्टीरिया ख़तम हो जाएँगे|
तो ये थी पायरिया के इलाज, लक्षण, कारण, होम ट्रीटमेंट और बचाव के तरीकों बारे में कुछ ज़रूरी जानकारी| हम एक बार फिर कहेंगे की अगर आपको पायरिया है तो उसका सबसे अच्छा ट्रीटमेंट है की आप जल्द से जल्द अपने डेंटिस्ट से मिलिए और डॉक्टर द्वारा दी गयी दवा जैसे mouth wash, एंटीबायोटिक्स मेडिसिन, tooth पेस्ट आदि का इस्तेमाल नियमित रूप से करें|