दूध का उबलना, जलना या गिरना शुभ होता है या अशुभ

पूरी दुनिया में खास कर भारत में लोग पुरानी मान्यताएँ अब तक भी मानते हैं| दूध के गिरने, जलने या उबलने को आज भी शुभ और अशुभ के साथ जोड़ कर देखा जाता है| कई बार आप दूध को चूल्हे पर रख कर भूल जाते हैं और थोड़ी देर बाद या आपको उसका एहसास होता है या फिर दूध के जलने की smell से आपको पता चलता है की दूध उबल गया है या जल गया है या फिर कभी कभी आपके सामने पूरा ध्यान देने के बावजूद भी दूध उबल कर गिर जाता है| इस स्थिति में आप यह सोचने पर मजबूर हो जाती हैं की दूध का उबलना या गिरना आपके किये शुभ होगा या अशुभ| अक्सर ऐसा उनके साथ होता है जो पुराने लोगों की बातें सुनते आये हैं और जो लोग बहुत अधिक इन बातों में यकीन रखते हैं और जो हर चीज़ को शुभ या शुभ से जोड़कर देखते हैं|

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दूध का उबलना जलना या गिरना के पीछे कई मत है और कई लोग दूध के उबलने को अच्छा मानते हैं तो कुछ लोग इसे बुरा संकेत मानते हैं|

गृह प्रवेश के समय दूध का उबलना शुभ या अशुभ

भारत में कई धर्मो की यह रीत है की गृह प्रवेश के दौरान सबसे पहले दूध को चूल्हे पर रखकर उबाला जाता है और गिरने दिया जाता है और ऐसा माना जाता है की जब दूध पूर्व दिशा में गिरे तो ऐसा होना शुभ होता है| अक्सर लोग गृह प्रवेश के दौरान ऐसा उपाय करते हैं जिससे दूध उसी निर्धारित दिशा में गिरा और उनके घर में सुख समृद्धि आये| इसलिए नए घर में दूध का उबालकर गिरना शुभ माना जाता है जो की अपने साथ अच्छे परिणाम जैसे अच्छी सेहत, अच्छे मौके, सकारात्मकता और  शांति लेकर आता है | आप सभी जानते हैं की सूर्य पूर्व दिशा से उगता है इसलिए दूध का उस दिशा में गिरना अच्छा माना जाता है|

शादी से पहले या बाद में दूध का उबलना या गिरना

कुछ हिन्दू धर्म यह भी मानते हैं की यदि शादी से पहले दूध उबलता है, फट जाता है या दूध का गिरना आदि होना अशुभ माना जाता है और यह किसी अनहोनी या किसी विघन का संकेत माना जाता है|

संध्या के बाद दूध माँगना

कुछ लोग संध्या के समय या उसके बाद किसी आस पड़ोस से दूध मांगने आये लोगों को दूध देने से इनकार कर देते हैं क्योंकि शाम के समय दूध देना अशुभ और समृद्धि कम होने का कारण माना जाता है| यह प्रथा गाँव में से चलती आ रही है क्योंकि गाँव के लोग मानते हैं की जब आप शाम के बाद किसी को दूध देते हैं तो इसके अशुभ फल से आपके पशु कम दूध देने लगते हैं और कम दूध का अर्थ है समृद्धि में कमी|

दूध का हाथ से ज़मीन पर गिरना या बिखरना

दूध यदि ज़मीन पर गिर जाए या बिखर जाए तो पुराने लोगों के अनुसार इसका अर्थ होता है घर में अशांति होने का संकेत|

दूध का अचानक फट जाना

दूध यदि पुराना या ख़राब होने वाला है तो इसका कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन यदि आकस्मिक दूध फट जाए तो इसे अर्थ होता है परिवार में आपका किसी से झगडा या गृह कलेश होने वाला है|

दूध पीकर घर से निकलना और दूध पीकर घर आना

बाहर या किसी काम के लिए जाने से पहले दूध का गिरना अशुभ माना जाता है जिसका अर्थ होता है कार्य में अड़चन आना| इसी प्रकार कुछ लोग मानते हैं की बाहर से यदि कोई दूध पीकर आता है तो ऐसा शुभ माना जाता है|

दूध का गिरना जलना या उबलना शुभ या अशुभ दोनों हो सकता है खास कर उनके लिए जो लोग इस मत को मानते हैं या यह मत उनकी पीढ़ियों से चल आ रहा है लेकिन आज के युग के नौजवान इसे अन्धविश्वास मानकर अनदेखा कर देते हैं|

भारत में दूध का शुद्धता का प्रतीक माना जाता है और इसी कारण दूश का प्रयोग भारत में शुभ कार्यों के लिए अक्सर किया जाता है|

कुछ लोग मानते हैं की दूध का आकस्मिक उबलना धन प्राप्ति का संकेत होता है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है की आप ऐसा जान बूझकर करें|

कुल मिलाकर यदि दूध उबल जाता है और गिर जाता है तो ऐसा होना अधिकतर धर्मों में शुभ माना जाता है लेकिन वही कई लोग इसे अशुभ और दरिद्रता आने का संकेत मानते हैं|  बाकी बात अपनी अपनी सोच और मान्यता की है| आप इस बारे में हमें अपने मत बताएं की दूध का गिरना या उबलना वास्तव में शुभ संकेत होता है या अशुभ|

लोगों की इतनी help की लेकिन हमारी नयी वेबसाइट like नहीं की अभी तक 😥

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