बवासीर को अंग्रेजी में piles या hemorrhoid के नाम से जाना जाता है| बवासीर होने पर आपकी गुदा में पायी जाने वाली नसों में सूजन आ जाती है| यदि सूजन अन्दर हो तो उसे इंटरनल piles कहते हैं और यदि बहार हो तो उसे एक्सटर्नल piles बोला जाता है| ऐसा देखा गया है की बवासीर अक्सर बिना इलाज के दो हफ़्तों में अपने आप ठीक हो जाती है वो भी तब जब रोगी फाइबर युक्त डाइट खता है, पानी का अधिक सेवन करता है और जब उसका मल नर्म होजाता है| कब्ज होने बवासीर बिगड़ सकती है इसलिए आपको मल को सॉफ्ट करने वाले पदार्थ या दवाई खानी होती है जिससे मलत्याग में आसानी होती है और आपकी गुदा पर कम जोर पड़ता है| आपका डॉक्टर आपको क्रीम और टेबलेट्स भी देता है ताकि बवासीर के कारण हो रही दर्द, सूजन, जलन और खुजली दूर हो सके|
आज हम जानेगे की बवासीर का ऑपरेशन कैसे होता है और डॉक्टर piles की सर्जरी को कैसे करते हैं| साथ ही जानेगे की बवासीर के ऑपरेशन कितने प्रकार के होते हैं| लेकिन उससे पहले जान लेते हैं की बवासीर के क्या नुकसान हो सकते हैं और बवासीर के मुख्य लक्षण क्या होते हैं\
बवासीर क्या नुकसान कर सकता है | Complications of Piles
कई बार पुराना बवासीर नुक्सान कर सकता है जैसे
बाहरी बवासीर यानि एक्सटर्नल piles पर खून के कड़क थक्के जम सकते हैं जिससे आपको काफी दिक्कत हो सकती है|
इसी प्रकार अंदरूनी बवासीर के मस्से बहार लटक सकते हैं जिससे आपको irritation, दर्द और दुसरे लक्षणों का सामना करना पद सकता है| इसके अलावा आपकी गुदा में इन्फेक्शन होने की भी सम्भावना रहती है| इस स्तिथि में आपको डॉक्टर के पास जाकर इलाज या ऑपरेशन करवाना पड़ता है|
वैसे बवासीर के 100 में से 10 प्रतिशत cases में ही सर्जरी की जरुरत होती है|
बवासीर के लक्षण | symptoms of piles in Hindi
अंदरूनी बवासीर ज्यादातर कोई लक्षण नहीं दिखाती और इससे आपको खास परेशानी नहीं होती| कभी कभी इंटरनल piles से मल त्याग करते समय खून आ जाता है लेकिन बिना दर्द के| यदि खून ज्यादा आता है तो समस्या की बात होती है वर्ना डॉक्टर का इलाज इससे ठीक कर देता है|
बाहरी बवासीर में भी मल के साथ blood निकल सकता है क्योंकि ये बहार होते हैं और इनमें irritation, इन्फेक्शन होने की सम्भावना रहती है| साथ ही बाहरी बवासीर के मस्से बहुत दर्द और खुजली करते हैं|
बवासीर से जुडी एक और समस्या है जिसमें रक्त वाहिकाओं के अन्दर खून का थक्का जम जाता है जिससे की रोगी को बहुत तीखा और तेज दर्द सहना पड़ता है| इस थक्के को डॉक्टर मेडिकल procedure द्वारा बहार निकलता है|
बवासीर का ऑपरेशन कैसे किया जाता है | piles का ऑपरेशन कैसे होता है
देखिये मेडिकल ट्रीटमेंट के अन्दर बवासीर का ऑपरेशन दो प्रकार का होता है :- रोगी को बिना बेहोश किये और रोगी को बेहोश करके|
रोगी को बिना बेहोश किये बवासीर की सर्जरी (ऑपरेशन) | Piles Operation without Anesthesia
बवासीर के कुछ खास प्रकार होते हैं जिसमें डॉक्टर रोगी को बिना बेहोश किये बवासीर का ऑपरेशन करता है| इसमें वो निम्न तरीकों का इस्तेमाल करता है|
Banding
बैंडिंग खास तौर पर अंदरूनी बवासीर को दूर करने के लिए की जाती है| इसमें डॉक्टर बवासीर के मस्सों पर एक खास प्रकार की रबरबैंड बांध देता है जिससे मस्से की blood सप्लाई यानि खून की सप्लाई रुक जाती है और मस्सा कट कर अलग हो जाता है|
बैंडिंग द्वारा बवासीर का इलाज दर्द बहुत कम करता है बस आपको थोड़ी बहुत असुविधा या परशानी का सामना करना होता है|
नोट:- बैंडिंग उन लोगों के लिए नहीं है जो खून पतला करने वाली दवाई ले रहे हैं|
Sclerotherapy
डॉक्टर बवासीर के इस ट्रीटमेंट में आपके piles के मस्सों में एक chemicals को इंजेक्शन द्वारा डालता है| यह रसायन आपके बवासीर से खून बहना बंद कर देता है और बवासीर के मस्से इसके प्रभाव से सिंकुड कर दूर हो जाते हैं| आपको इस ऑपरेशन से खास दर्द नहीं होता| sclerotherapy एक बहुत ही सफल तकनीक है जिससे अंदरूनी बवासीर का अचूक इलाज किया जा सकता है|
Coagulation therapy
इसमें डॉक्टर इन्फ्रारेड लाइट, तापमान और बहुत ठन्डे तापमान का इस्तेमाल करके बवासीर के मस्सों को श्रिंक करके उन्हें जड़ से ख़तम कर देता है| इसमें piles की सर्जरी में आपको हल्का दर्द या पेट में मरोड़ उठने की शिकायत होती है|
Hemorrhoidal artery ligation (HAL)
इस क्रिया का दूसरा नाम है transanal hemorrhoidal dearterialization यानि THD जो की बवासीर के मस्सों को हटाने के लिए किया जाता है| इसमें अल्ट्रासाउंड से उस रक्त वाहिका का पता लगाया जाता है जिसके कारण बवासीर की समस्या उत्तपन हो रही है और उस वाहिका को बंद कर दिया जाता है| यह ऑपरेशन बैंडिंग से जयादा असरदार है लेकिन इसमें रोगी को कई दिनों तक दर्द सहना होता है| यह piles का ऑपरेशन तब किया जाता है जब बैंडिंग से सफलता नहीं मिलती|
रोगी को बेहोश करके बवासीर का ऑपरेशन | Piles Operation with Anesthesia
Hemorrhoidectomy
बवासीर का यह ऑपरेशन रोगी को बेहोश करके हॉस्पिटल में किया जाता है और यह तब किया जाता है जब बाहरी यानि एक्सटर्नल piles और अंदरूनी बवासीर यानि इंटरनल piles से बहुत अधिक blood आ रहा हो और डॉक्टर का इलाज जैसे क्रीम, टेबलेट, medicine आदि काम न कर रहा हो| इसमें आपका डॉक्टर आपकी स्तिथि के अनुसार Anesthesia यानि बेहोशी की दावा का चयन करता है जो की निम्न प्रकार के हो सकते हैं|
General anesthesia – जो आपको ऑपरेशन के दौरान गहरी नींद में रखने में मदद करता है|
Regional anesthesia – इसमें डॉक्टर आपको पीछे इंजेक्शन देता है जिससे आपकी गुदा के आस पास वाला भाग सुन्न पड़ जाता है|
Local anesthesia – यह आपकी केवल गुदा को सुन्न करता है|
इसके अलावा डॉक्टर आपको ऑपरेशन से पहले दर्द निवारक दवाई भी देता है जिससे आपको दर्द नहीं होता और आप ऑपरेशन से पहले और बाद में रिलैक्स रहते हैं|
जब बेहोशी की दावा का असर शुरू होता है तब सर्जन आपके बवासीर के मस्सों को काट कर अलग कर देता है| बवासीर का ऑपरेशन होने के बाद डॉक्टर आपको हॉस्पिटल में कुछ दिन अपनी देख रेख में रखता है और आपको इन्फेक्शन और दर्द दूर करने वाली दावा दी जाती है| जब आप स्वस्थ हो जायें तब आपको छुट्टी दे दी जाती है|
Hemorrhoidopexy
इसे stapling तकनीक भी कहते हैं जिसमें खून बहने वाली वाहिकाओं को पहचान कर उनकी blood सप्लाई बंद कर दी जाती है जिससे बवासीर के मस्से सुख कर दूर हो जाते हैं\ बवासीर के इस ऑपरेशन के बाद आपको हॉस्पिटल से जल्दी छुट्टी मिल जाती है|
बवासीर का ऑपरेशन होने के बाद कैसे रखें अपना ख्याल ? | ऑपरेशन के बाद देख भाल
बवासीर के ऑपरेशन के साइड effects होते हैं दर्द और असुविधा जिसके लिए आपका डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाइयां देता है\ इसके अलावा आपको निम्न बातों का ध्यान देना होता है जिससे आप जल्दी से सामान्य हो पाए और आपकी recovery तेजी से हो सके|
आपको high फाइबर डाइट खाने की सलाह दी जाती है जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती इसके अलावा आपको खूब सारा पानी पीना चाहिए जिससे आपका मल सॉफ्ट होगा और आपको मलत्याग के समय परेशानी नहीं होगी|
इसके अलावा डॉक्टर आपको मल को सॉफ्ट बनाने की दवाई भी देगा जिससे आपको जोर न लगाना पड़े|
आपको भारी वजन उठाने से भी परहेज करने की सलाह दी जाएगी|
कुछ लोगों को डॉक्टर गुनगुने नमक युक्त पानी में बेठने की भी सलाह देता है जिससे दर्द और सूजन में आराम मिलता है|
रोगी के सामान्य होने का समय इस बात पर निर्भर करता है की ऑपरेशन कौनसा हुआ है और रोगी का शरीर कितनी जल्दी recovery करता है| आमतौर पर ऑपरेशन होने के २ हफ़्तों बाद रोगी सामान्य जिन्दगी जी सकता है| यदि आपको चक्कर आयें , पेशाब न आये , बुखार हो या पेशाब करते समय दर्द हो तो अपने डॉक्टर से इसका इलाज करवाएं| ये बवासीर के ऑपरेशन के कुछ साइड effects होते हैं|
ये थी बवासीर के ऑपरेशन के बारे में जानकारी और ऑपरेशन कैसे करते हैं के बारे में जरुरी बातें| आपको बवासीर की समस्या को फिर से न होने देने के लिए अपने वजन को घटना होगा, रोजाना एक्सरसाइज करनी होगी, सही खान पान का चुनाव करना होगा| जब आप एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएंगे तो यह दर्द भरी समस्या आपको दोबारा नहीं होगी|
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Mera ghav nahi bhr raha hi 2 manth ho gye
Mal ke jagh se kuch chap chipa sa pani ata hi
Plz upchr bto kuch
uske liye aapko dcotor antibiotic aur laxative dawai dega iske alawa aap haldi wala doodh bhi peeyein ghav jaldi bhar jayega