पित्त की थैली में पथरी यानि gall bladder stone पत्थर जैसी कठोर संरचानाये होती हैं जो की पित्त की थैली में पाई जाती हैं| gall bladder यानि पिताश्य लीवर की निचे की तरफ आपके शरीर की दाहिनी तरफ पाया जाता है| हमारे शरीर का लीवर bile juice का निर्माण करता है जो की पिताश्य में एकत्रित हो जाता है और जब भी जरुरत होती हैं या bile juice gall bladder से छोटी आंत में वसा (fats)के पाचन के लिए उपलब्ध करवा दिया जाता है| bile juice पानी, salts, fats, पित्त लवण, cholesterol और bilirubin वर्णक का बना होता है| पित्त की पथरी तब बनती है जब पित्त रस में कोलेस्ट्रॉल और बिलीरुबिन की सान्द्रता सामान्य से उच्च होती है| पित्त की पथरी छोटी सी गोली से लेकर ball के आकर की हो सकती है|
पित्त की पथरी के प्रकार | Types of Gallstones
आमतौर पर पित्त की पथरी 2 प्रकार की होती है – cholesterol gall stones और pigment stones. कोलेस्ट्रॉल के जमने के कारण बनी पथरी को कोलेस्ट्रॉल gall स्टोन कहते हैं| पित्त की पथरी के 100 प्रतिशत cases में 80 प्रतिशत लोग इसी पथरी द्वारा ग्रसित होते हैं मतलब यह सबसे common है| वही दूसरी और पिगमेंट स्टोन बिलीरुबिन वर्णक और calcium के जमने से होती है और यह बहुत कम लोगों में होती है|
पित्त की पथरी के कारण | causes of gall stones
gall bladder स्टोन होने के के कारण होते हैं और यह पथरी महिलाओं में पुरषों की अपेक्षा अधिक देखने में मिलती है| 40 की उम्र के बाद यह पथरी होने के chances काफी अधिक होते हैं| निचे कुछ कारण हैं जो की gall स्टोन होने के लिए जिम्मेदार होते हैं|
- मोटापा
- मधुमेह
- कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं का सेवन
- pregnancy
- होरमोन थेरेपी
- गर्भनिरोधक गोलियां लेना
- high fat और कोलेस्ट्रॉल युक्त पदार्थों का सेवन
- भोजन में fiber की कमी
- कब्ज रहना
- पित्त की थैली में इन्फेक्शन
- पित्त रस में प्रोटीन की मात्रा अधिक होना
- एक दम से वजन कम होना
- अनुवांशिक गुणों के कारण
- लीवर सम्बन्धी रोग होना
- निष्क्रिय जीवन जीना
पित्त की पथरी के लक्षण | signs and symptoms of gall stone in Hindi
शुरुवाती चरण में कोई खास लक्षण देखने को नहीं मिलता और रोगी को कभी कभी पेट के ऊपरी दाहिनी और हल्का दर्द महसूस होता है| लेकिन जैसे जैसे पथरी बड़ी होती है तो रोगी को निम्न लक्षण महसूस होते हैं|
पेट के ऊपरी दाहिनी तरफ तेज दर्द
पेट के बीच में एक दम से तेज दर्द का होना
सांस लेने से दर्द और तेज होना
जी मिचलाना और उलटी होना
पेट में भारीपन (ब्लोटिंग)
gallstone attack के दौरान पेट का दर्द आधे घटे से लेकर कुछ घंटों तक चल सकता है| gallstone attack के लक्षण अकसर fatty फूड्स खाने के बाद या रात में अधिक देखे जाते हैं| जब पित्त की पथरी पित्त नाली को अवरोधित कर देती है तब रोगी को बुखार भी हो जाता है| पित्त की नाली अवरोधित होने पर पीलिया भी हो सकता है साथ ही दुसरे लक्षण भी देखने को मिलते हैं जैसे
गहरे रंग का मूत्र
बुखार
मल का रंग हल्का होना
यदि पित्त की पथरी से pancreas की नाली ब्लाक होजये तो इस स्तिथि को gallstone pancreatitis कहते हैं और इसके लक्षण होते हैं :
पेट और कमर में तेज दर्द होना
खाने या भोजन के बाद दर्द का बढ़ जाना
पेट में सूजन और भारीपन
बदहजमी
जी मिचलाना
उलटी होना
इनके अलावा यदि बहुत तेज बुखार, असहनीय दर्द, त्वचा का पीला पड़ना आदि लक्षण हों तो रोगी को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए|
क्या है पित्त की थैली में पथरी होने का medical ट्रीटमेंट ?
आपका डॉक्टर सबसे पहले आपके लक्षण देखता है और फिर जरुरी test जैसे ultrasound,CT scan, खून की जांच, cholescintigraphy आदि करवाकर पथरी की पूरी जानकारी लेता है| यदि पथरी घुलने लायक है तो रोगी को पथरी घोलने वाली दवाइयाँ देता है|यदि स्तिथि हाथ से बहार है तो आपका डॉक्टर तुरंत पित्त की पथरी का ऑपरेशन जिसे cholecystectomy कहते हैं करवाने की सलाह दे सकता है|
पित्त की पथरी का देसी इलाज | घरेलु उपचार के तरीके | Gallstone Home Treatment in Hindi
शुरुवाती लक्षणों का पता चलने पर आप यहाँ दिए गाये घरेलु नुस्खे और प्राकर्तिक उपाय अपनाकर काफी आराम पा सकते हैं| लेकिन डॉक्टर से सही समय पर इलाज लेना जरुरी होता है| यहाँ दिए गए देसी इलाज पथरी और दूर करने और दर्द जैसे लक्षणों से आराम पाने के लिए कारगर होंगे इसलिए आप अपने इलाज के साथ साथ इन्हें भी आजमाकर देखें|
सेब का सिरका
सेब का सिरका यानि ACV यानि apple cider vinegar में अम्लीय गुण पाए जाते हैं जो की लीवर को कोलेस्ट्रॉल बनाने से रोकते हैं| साथ ही यह सिरका पथरी को घोलने में मदद करता है और पथरी के दर्द से भी राहत दिलवाता है|
जब भी आपको gallstone attack आये उसी समय एक चम्मच सेब के सिरके का एक गिलास सेब के juice में मिलाकर पि लीजिये| ये नुस्खा आपको दर्द से फटाफट आराम दिला देगा|
पथरी को घोलने के लिए और दर्द से छुटकारा पाने का एक आसान नुस्खा ये है के एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच निम्बू का रस और 2 चम्मच सेब का सिरका मिलाकर रोजाना सुबह खली पेट पीयें|
निम्बू का रस
पिट के पथरी के लिए निम्बू का रस एक रामबाण दवा है| निम्बू के गुण लीवर को कोलेस्ट्रॉल बनाने से रोकते हैं और निम्बू में पाया जाने वाला pectin पथरी के दर्द को कम करने में मदद करता है| निम्बू के गुण कोलेस्ट्रॉल को घुलनशील बना कर शरीर से बहार करने में भी मदद करते हैं|
एक गिलास पानी में 4 निम्बू का रस घोल कर रोजाना सुबह खली पेट पीजिये| ऐसा आपको कुछ दिनों के लिए करना होगा|
पुदीना के पत्ते
पुदीने के पत्तों में पाए जाने वाले गुण आपके पाचन को अच्छा करते हैं साथ ही इसमें पाया जाने वाला terpene पथरी को घुलने में मदद करता है| साथ ही ये आपको दर्द से भी राहत दिलाता है|
एक कप उबलते पानी में एक चम्मच सूखे पुदीने के पत्ते डालकर कुछ देर के लिए ढक कर छोड़ दें| इसी चान कर इसमें एक चम्मच शहद का मिलकर पीयें| ऐसा रोजाना दिन में दो बार कुछ हफ़्तों के लिए कीजिये|
Juice पीजिये
यदि आपको पथरी की शिकायत है तो बेहतर होगा की आप हल्का सुपाच्य भोजन करें जैसे दलिया| साथ ही ओर बेहतर होगा की आप कुछ खास प्रकार के juice कुछ दिनों के लिए नियमित पीयें| जैसे बीट root यानि चुकुंदर का juice लीवर साफ़ करता है और पिताश्य को बल प्रदान करता है| खीरे का रस लीवर और gallbladder की सफाई करने के लिए अच्छा माना जाता है| इसी प्रकार गाजर का juice आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनता है|
इन सब juices यानि बीट, खीरा और गाजर की बराबर मात्रा एक गिलास में डालिए और रोजाना दो गिलास juice सुबह और शाम को पीयें|
Isabgol भूसी
isabgol की भूसी आपकी कब्ज की समस्या को दूर रखती हैं जिससे आपके लीवर और gallbladder पर दबाव कम होता है| isabgol उच्च क्वालिटी का water soluble fiber होता है तथा यह कोलेस्ट्रॉल को बांध कर पित्त की पथरी बनने से रोकता है|isabgol की भूसी का एक चम्मच एक गिलास पानी में घोल कर रोजाना रात को पीयें| धयान रहे isabgol पानी सोंखता है इसलिए आपको दिन में ढेर सारा पानी पीना होगा|
Dandelion
इसे हिंदी में डूडल या कनफूल कहते हैं| आप इसे हर्बल shop से आसानी से खरीद सकते हैं| इस हर्ब में पाया जाने वाला योगिक taraxacin लीवर से पित्त रस के स्त्राव को बढाता है| साथ ही ये हर्ब लीवर में fat की मात्रा को कम करने में सहता करती हैं|
एक चम्मच सूखे dandelion की जड़ को एक कप उबलते पानी में डालकर 5 मिनट्स के लिए ढक दीजिये| इस चाय को चान कर इसमें एक चम्मच हनी मिलाकर दिन में 2 बार 2 हफ़्तों के लिए पीजिये|
नोट:- यह नुस्खा मधुमेह के रोगी इस्तेमाल न करें|
Milk Thistle
milk thistle को लीवर रोगों के लिए एक रामबाण औषधि माना जाता है| आप इसे हर्बल दूकान से खरीद सकते हैं या फिर ऑनलाइन आर्डर दे सकते हैं| milk thistle में मौजूद silymarin नामक पदार्थ पित्त रस के निर्माण को बढ़ता है जिसके फलसवरूप पित्त का स्त्राव अधिक होता है और आपकी पथरी आसानी से घुल जाती है|
एक छोटे पतीले में 3 कप पानी में एक बड़ा चम्मच milk thistle पाउडर दाल कर 10 मिनट्स boil करिए और फिर 15 मिनट्स के लिए पतीले को ढक दीजिये| अब liquid को चान कर उसमें एक चम्मच शहद मिलकर पी लीजिये| आपको रोजाना 3 बार एक हफ्ते के लिए इसे पीना होगा|
अरण्डी का तेल
अरण्डी का तेल यानि castor आयल के औषधीय और एंटी inflammatory गुण आपको पथरी और उसके दर्द से जल्द राहत दिलवा सकते हैं| पथरी का दर्द होने पर एक कप अरण्डी के तेल को हल्का गर्म कीजिये और उसमें एक cheese cloth को डूबो कर दर्द वाली जगह पर रखिये और फिर इस कपडे पर एक प्लास्टिक की पन्नी रख लें| अब आप इस पन्नी पर कुछ देर गरम सेक लगा कर रखें| ऐसा कुछ देर करें आपको दर्द से आराम मिलेगा|
नाशपाती
नाशपाती में दर्द और पथरी के दुसरे लक्षणों को कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं| इस फल में पाया जाने वाला पेक्टिन पथरी को सॉफ्ट करके घोलने में मदद करता है|
आधे गिलास नाशपाती के juice को समान मात्रा में गर्म जल में मिलकर दिन में 2-3 बार कुछ दिनों के लिए पीजिये|
वाइन का एक गिलास
रिसर्च में यह पाया गया है की जो लोग रोजाना एक गिलास वाइन पीते हैं उनमें पित्त की पथरी होने के chances काफी कम होते हैं| वाइन का नियमित सेवन gall stone attack को भी दूर रखने में मदद करता है| कहते हैं की पथरी के तेज दर्द को आधा गिलास वाइन पीकर कुछ ही मिनट्स में ख़तम किया जा सकता है|
नोट:- इन घरेलु नुस्खों के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें|
पित्त की पथरी होने पर क्या खाएं और क्या न खाएं? Gallbladder Stone Diet Tips in Hindi
क्या खा सकते हैं :-
gallbladder स्टोन या पित्त की पथरी होने पर सबसे उत्तम आहार होता है – कम वसा (fat) और high fiber डाइट| ऐसा आहार आपके कोलेस्ट्रॉल को control में रखता है और आपके वजन को भी कम करने में मदद करता है|
- ब्रोकोल्ली, पलक, सरसों, मूली, सहिजन(हॉर्सरैडिश), गाजर, चुकुंदर, लहसुन, सेलरी, हरी पत्तेदार सब्जियां, फ्रूट्स जैसे निम्बू, तरबूज सेब, आदि खाना अच्छा माना जाता है|
- यदि आप non vegetarians हैं तो आप फ्रेश फिश और चिकन खा सकते हैं क्योंकि इनमें fat कम होता है|
- प्रोटीन आप सोयाबीन और टोफू खा कर प्राप्त कर सकते हैं|
- दाल और अनाज का भरपूर सेवन करें|
- सलाद और अंकुरित दाल और चने खाना बहुत फायदेमंद होता है|
- unsaturated fatty एसिड्स युक्त स्त्रोत जैसे जैतून का तेल, अखरोट का तेल और अलसी का तेल डाइट प्लान में जोड़ना लाभदायक होता है|
- calcium, potassium, magnesium और ओमेगा fatty एसिड्स युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन पित्त की पथरी को रोकने के लिए काफी अच्छा माना जाता है|
- उबली सब्जियों के साथ भूरे चावल खाना भी gall स्टोन में अच्छा माना जाता है|
- फल और सब्जियों का juice पीना तथा नारियल पानी का सेवन भी आप कर सकते हैं|
- इसके साथ आपको ढेर सारा पानी रोजाना पीना है जिससे आपके शरीर में मौजूद पथरी को घुलने में मदद मिलेगी साथ ही आपका वजन भी control में रहेगा|
Kya na khaye:-
fatty डाइट और कम fiber युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें|
- high fat एनिमल मात जैसे बीफ , pork और डेरी प्रोडक्ट्स का सेवन बंद करें|
- refined carbohydrates जैसे cake, pasteries, सफ़ेद डबलरोटी, कूकीज, कैंडीज, बीन्स आदि का सेवन न करें|
- फ्राइड फूड्स को खाएं ना|
- सोडा, कोला, शराब, काली चाय और कॉफ़ी से परहेज करना जरुरी है|
- बंदगोभी, फूलगोभी, संतरा, ग्रेपफ्रूट आदि कुछ फल और सब्जियां हैं जिन्हें पित्त की पथरी होने पर नहीं खाना चाहिए|
- artificial खाद्य पदार्थों का सेवन भी बंद करना होगा|
पित्त की पथरी में कोंसे योगा आसन फायदेमंद होते हैं ?
यदि आपको पित्त की पथरी है तो आप कुशल योगगुरु की देखरेख में सर्वांगासन, शलभासन, धनुरासन, भुजंगासन, पचिमोतासन आदि जैसे कुछ योगासन करके अपनी पार्थी की समस्या से जल्दी निजात पा सकते हैं| ये आसन gallbladder की सेहत और कार्यों में सुधार करते हैं साथ ही आपको gallstone attack के लक्षणों को भी दूर रखने में मदद करते हैं|
पित्त की पथरी के उपचार और इलाज के desi तरीके और घरे नुस्खे आपको अब पता हैं| ध्यान रखिये की पथरी का पित्त नली को लम्बे समय तक अवरोधित रखना gallbladder, pancreas और लीवर से सम्बंधित गंभीर रोग हो सकते हैं| इसलिए जरुरी है की सही समय पर पथरी के लक्षणों की पहचान करके सही समय पर उसका इलाज करवा लिया जाये साथ ही नियमित exercise और खान पान में सुधर करके लक्षणों की गंभीरता को प्राकर्तिक रूप से कम कर लिया जाये|