TB सम्बन्धी मुख्य तथ्य
tb के द्वारा दुसरे संक्रमण रोगों की अपेक्षा ज्यादा मौतें होती हैं|
tb के ज्यादातर रोगी विकासशील देशों में पाए जाते हैं|
पूरी दुनिए में लघभग १/3 लोग latent tb (जब शरीर में जीवाणु मौजूद हों लेकिन व्यक्ति को tb न हुआ हो) द्वारा ग्रसित हैं|
क्या हैं tb यानि ट्यूबरक्लोसिस या क्षय रोग ?
TB जिसे हिंदी में क्षय रोग और इंग्लिश में tuberculosis कहते हैं एक जीवाणु (बैक्टीरिया) जनित रोग है जो की Mycobacterium tuberculosis नाम के बैक्टीरिया द्वारा फैलता है| यह एक बहुत ही संक्रामक रोग है जो की ज्यादातर व्यक्ति के lungs को अपना निशाना बनता है लेकिन या जीवाणु व्यक्ति के skin, दिमाग, रक्त परिसंचरण तंत्र, किडनी, हड्डियों और जोड़ों को भी संक्रमित कर सकता है| WHO की report के अनुसार वर्ष 2014 में tb द्वारा पूरी दुनिए में लगभग 15 लाख मौतें हुई थी| tb एक बहुत ही संक्रामक रोग है जो की एक व्यक्ति से दुसरे में आसानी से फैलता है| यदि समय पर tb का इलाज या उपचार न करवाया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है|
कैसे फैलता है tb ?
tb यानि क्षय रोग के फैलने के बहुत से कारण हैं और सबसे बड़ा कारण यह है की यह एक बहुत ही संक्रामक रोग है| tb के कीटाणु जिन्हें bacilli खांसने, छींक, बोलने, थूक आदि के द्वारा एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में पहुँच सकते हैं| tb के कीटाणु की थोड़ी सी मात्रा ही स्वस्थ मनुष्य को रोगी बना सकती हैं| ज्यादातर इन कीटाणुओं को संचरण वायु के माध्यम से होता है|
क्या है latent tb?
जब व्यक्ति tb के जीवाणुओं के सम्पर्क में आता हैं तब tb के जीवाणु व्यक्ति के शक्तिशाली रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण असक्रिय रहते हैं मतलब उस व्यक्ति में तो रहते हैं लेकिन व्यक्ति को रोग नहीं हो पाता| इस स्तिथि को latent tb कहते हैं| लेकिन यदि किसी कारण से व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर पड़ जाये तो यह जीवाणु सक्रीय होकर उस व्यक्ति को रोगी बना सकते हैं| आंकड़ों के अनुसार दुनिया की एक तिहाई जनसंक्या latent tb द्वारा ग्रसित है|
tb के लक्षण क्या है | symptoms of tuberculosis in Hindi
जब व्यक्ति को latent tb है tb उसमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं लेकिन जब व्यक्ति में tb का जीवाणु सक्रिय हो जाता है तब वह व्यक्ति क्षयरोग द्वारा ग्रसित हो जाता है और उसमें निम्न lakshan दिखाई देते हैं|
- शरीर में कमजोरी थकावट और दर्द रहना|
- लगातार खाँसी का चलना – यहाँ यह जरुरी है की यदि आपकी खाँसी 2 हफ़्तों से चल रही है तब आपको हॉस्पिटल में अपनी बलगम की जांच करवानी चाहिए|
- क्षय रोगी का शरीर कमजोर होने लगता है और धीरे धीरे उसके वजन में भी कमी आती है|
- व्यक्ति को बुखार रहने लगता है
- रोगी को बिना कुछ किये पसीना आता है (अकसर रात में पसीना और बुखार होता है )
- खाँसी के साथ बलगम और खून आना
- खाँसी के साथ उलटी होना
- सांस लेने में परेशानी और छाती में दर्द महसूस होना
यह tb के लक्षण तब होते हैं जब tb रोगी के lungs में हुआ हो| लेकिन जैसा की आप जानते हैं की tb के जीवाणु किडनी, brain, joints आदि को भी ग्रसित कर सकते हैं इसलिए tb के लक्षण अलग भी हो सकते हैं जैसे की किडनी में क्षय रोग होने पर रोगी के पेशाब में खून आता है|
TB होने का खतरा किसमे ज्यादा होता है? कौन हो सकता है जल्दी ग्रसित?
WHO यानि world health orgnization की report के अनुसार विकास शील देश जैसे भारत, पाकिस्तान, अफ्रीका और दुनिया के दुसरे विकासशील देशों में tb होने का खतरा सबसे अधिक होता है| इसके अलवा शराब, तंबाकू, नशे करने वाले, HIV और AIDS के रोगीओं में TB अधिक देखने को मिलता है क्योंकि ऐसे लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होती है| इनके अलावा diabetes, किडनी रोगियों, कैंसर और पोषण की कमी के शिकार लोगों में भी क्षय रोग होने का खतरा अधिक होता है|
कुछ लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता दबाने वाली दवाएं लेते हैं इसलिए उनमें क्षय रोग होने का ज्यादा खतरा रहता है| इसके अलवा कैंसर, arthritis, Crohn’s disease, psoriasis आदि की दवाई लेने वालों को भी tb होने के chances ज्यादा रहते हैं|
जेल के कैदी, भूखमरी से जूझ रहे लोग और गरीब लोगों में tb की समस्या आम होती है|
TB का इलाज कैसे होता है| medical treatment for tuberculosis
भारत में tb के प्राथमिक रोगियों का इलाज या उपचार DOTS यानि direct observation treatment के द्वारा होता हैं| जिसमें रोगी को DOT agent (नर्स, डॉक्टर, family member, NGO का कोई सदस्य) की देख रेख में 6 महीने tb की दवाई लेनी होती है| tb के medical ट्रीटमेंट के 2 चरण होते हैं| प्राथमिक चरण में रोगी को 2 महीने Isoniazid (H), Rifampicin (R), Pyrazinamide (Z) और Ethambutol (E)दवाई दी जाती है| दूसरा चरण होता है continution फेज जिसमें रोगी को 4 महीनों तक Isoniazid, Rifampicin and Ethambutol का कोर्स दिया जाता है| दवाइयों की dose रोगी की उम्र और शरीर के भार के अनुसार डॉक्टर द्वारा सेट की जाती है|
जरुरी नोट:- यदि आपको tb की शिकायत है तो हमारा आपको यही सुझाव है की आप नजदीकी हॉस्पिटल में डॉक्टर से राय लें| आपका डॉक्टर ही आपकी बीमारी का निदान और उपचार सही ढंग से कर सकता है और आपको सही मार्गदर्शन भी उपलब्ध करवा सकता है| कभी भी tb होने पर मंत्र, तंत्र, दुआ, टोटका, झाडा, वजीफा और desi इलाज के चक्कर में न पड़ें| क्योंकि इलाज में देरी होने पर tb जानलेवा सिद्ध होता है|
tb के इलाज में दी जाने वाली एंटीबायोटिक्स के काफी side इफेक्ट्स होते हैं जैसे जी मिचलाना, भूख न लगना, पेशाब का पीला होना, उलटी, बुखार, पीलिये और लीवर सम्बन्धी समस्याएँ आदि| आप अपने खान पान को सुधारकर इन होने वाले side effects को काफी कम कर सकते हैं और सही डाइट से अपने शरीर को एंटीबायोटिक्स द्वारा हुए नुकसान की भरपाई कर सकते हैं|
tb होने पर क्या खाए? tb के लिए उत्तम डाइट | Diet for tuberculosis in Hindi
क्षय रोग होने पर आपको उसके लिए रोजाना दवाई लेनी होती है लेकिन यदि आप उसके साथ अच्छा पोषण लेते हैं तो आपका रोग जल्दी ठीक होता है| अच्छे पोषण और डाइट से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है जिसके फलसवरूप आपके शरीर को क्षय रोग के जीवाणुओं से लड़ने की शक्ति मिलती है| आपको जरुरी पोषक तत्व पाने के लिए निम्न प्रकार के फ़ूड आइटम्स अपनी डाइट में शामिल करने की आवश्यकता होती है|
- हरे पत्तेदार सब्जियां जैसे kale, पलक, सरसों , धनिया आदि का सेवन करें|
- अनाज खाएं
- एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त फल और सब्जियां जैसे गाजर, शिमला मिर्च, चेरी, टमाटर, berries आदि का सेवन करें|
- खाना घी या मक्खन की जगह olive oil में बनाएं|
आप सारे जरुरी विटामिन्स अपने भोजन द्वारा प्राप्त नहीं कर सकते इसलिए जरुरी होता है की डॉक्टर द्वारा सुझाई गयी मल्टीविटामिन दवाइयां नियमित रूप से लेते रहे|
tb होने पर क्या न खाएं :-
तंबाकू – खैनी, गुटखा, जर्दा, पान मसाला आदि
शराब का सेवन क्षय रोग में दी जाने वाली medicines के प्रभाव को ख़तम कर देता है|
कॉफ़ी, चाय और सोडा से परहेज करें| आप green tea पी सकते हैं |
fast फ़ूड, oily फ़ूड और जंक फ़ूड को बिलकुल न छुएं|
जरुरी प्रोटीन अंडे, फिश, टोफू और बीन्स से प्राप्त करें साथ ही high fat और high कोलेस्ट्रॉल युक्त लाल मीट से परहेज करें|
tb में क्या खाएं और क्या नहीं के बारे में अपने डॉक्टर से अधिक जानकारी प्राप्त करें| आपका डॉक्टर आपको सही डाइट प्लान बनाने में मदद करेगा|
TB का घरेलु इलाज/ उपचार | home remedies for tuberculosis in Hindi
देखिये घरेलु इलाज tb को ख़तम तो नहीं कर सकता इसलिए आपको घरेलु उपाय अपने tb के इलाज के साथ अपनाने होंगे ताकि आपके tb का इलाज तेजी से हो सके| tb का घरेलु इलाज आपके रोग प्रतिरोधक तंत्र को बल देता है जिससे आपका शरीर क्षय रोग से जल्दी निजात पा लेता है| साथ ही tb के घरेलु इलाज में प्रयोग में लिए जाने वाले घटक आपके शरीर पर tb के कारण पड़ने वाले दुष्प्रभावों को ख़तम करने में मदद करते हैं| निचे tb के उपचार के लिए कुछ घरेलु नुस्खे दिए जा रहे हैं जिन्हें आप क्षय से बचाव और इलाज के लिए अपना सकते हैं|
लहसुन – एक बेहतरीन tb नाशी दवा
लहसुन में सल्फ्यूरिक एसिड और कुछ ऐसे chemicals और यौगिक पाए जाते हैं जो क्षय रोग के जीवाणुओं की वृद्धि और विकास को रोकते हैं तथा उन्हें ख़तम करने में मदद करते हैं|
अपने भोजन में लहसुन की मात्रा बढाइये|
रोजाना रात को लहसुन के 10 कलियाँ १ कप दूध के साथ उबल कर खाइए और दूध पी जाइये|
इसी प्रकार एक कप दूध में लहसुन के juice की 10 से 15 बूँदें डालकर पीजिये और इसके बाद सो जायें|
केला खाइए
केले में calcium और जरुरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो की क्षय रोगी के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं| केले को एक कप नारियल पानी और आधा कप दही के साथ घोल कर पीना काफी फायदेमंद माना जाता है|
सहजन के पत्ते
सहजन की फली को तो सब जानते हैं लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा की सहजन की पत्तीओं में कमाल के जीवाणुनाशी गुण पाए जाते हैं जो की क्षय रोग करने वाले बैक्टीरिया को ख़तम करने में मदद करते हैं| tb के रोगी को रोजाना एक मुठी सहजन की पत्तियां एक कप पानी में उबालकर थोडा सा निम्बू निचोड़ कर रोजाना सुबहे खली पेट देनी चाहिए| आप सहेजन की फली को उबाल कर भी ग्रहण कर सकते हैं, फायदा होगा|
आंवला
अमला या आंवला के पोषक तत्व और औषधीय गुण आपकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देते हैं जिसके फलसवरूप आपको tb के साथ लड़ने की शक्ति मिलती है| आप आंवला का चूर्ण रोजाना खाइए साथ ही अमला का तजा juice रोजाना पीने से tb रोग जल्दी ठीक हो जाता है|
संतरे का juice
संतरे में cough कम करने वाले और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं इसलिए रोजाना दिन में 2 टाइम संतरे के रस का सेवन करें|
काली मिर्च
कलि मिर्च के औषधीय गुण फेंफडों को साफ़ करते हैं छाती में दर्द के लक्ष्ण को कम करते हैं| यह बीमारी के कारण आई inflammation को कम करने में मदद करते हैं| थोड़े से घी में 10 दाने काली मिर्च के भूनकर पाउडर बना लीजिये| इस पाउडर में एक चुटकी हींग की मिलकर मिश्रण को 3 भागों में बाँट लीजिये| एक dose हर 3 घंटे बाद खाइए|
tb के कुछ और घरेलु उपचार
- क्षय रोग में सीताफल का सेवन लाभदायक माना जाता है|
- अखरोट का सेवन tb के रोगी के लिए काफी फायदेमंद सिद्ध होता है|
- गाजर के रस में थोडा सा पुदीने का रस घोल कर पीने से tb के लक्षणों से काफी रहत मिलती है|
- चाय और कॉफ़ी के स्थान पर दिन में 2 बार green tea पीने से काफी फायदा होता है|
- अनानास यानि pineapple के रस का सेवन भी क्षय रोग में काफी लाभप्रद माना जाता है|
tb से बचाव कैसे करें?
वैसे तो tb से बचना असंभव है लेकिन फिर भी आप कुछ सावधानियाँ अपनाकर इस रोग को अपने से काफी हद तक दूर रख सकते हैं, जैसे :
- बाहर खाने पीने से परहेज करिए|
- यदि बाहर कुछ पीते हैं तो किसी का झूठा गिलास मत इस्तेमाल करिए | हमेशा साफ़ डिस्पोजेबल गिलास इस्तेमाल करें |
- गंदे पब्लिक टॉयलेट्स में जाने से परहेज करें |
- अपनी साफ़ सफाई का ध्यान दें और बाहर से आने के बाद अपने हाथों को एंटी बैक्टीरियल सोप से धोना न भूलें |
- घर में tb का कोई रोगी है तो उससे दूरी बनाये रखें और उसके रूम, बिस्तर, बर्तन आदि की सही तरह से और समय समय पर सफाई करते रहे |
- ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगह पर बीमारियाँ तेजी से फैलती हैं अत ऐसी जगहों से जाने से परहेज करें और यदि जाना हो तो मुँह को ढक कर रखें यदि आपके पास रेस्पिरेटर है तो और भी अच्छा होगा|
- अपनी डाइट healthy रखें और रोजाना exercise करें ताकि आपका इम्यून सिस्टम strong रहे और आपको किसी प्रकार की कोई बीमारी और रोग न हों|
- दूसरों से अपना पर्सनल सामान जैसे towel, रुमाल, ब्रश आदि शेयर करने से परहेज करें खास कर जब आपको या सामने वाले को tb की शिकायत हो |
- अपने बच्चों को BCG का vaccination लगवाएं ताकि उन्हें tbसे सुरक्षित रखा जा सके|
तो मेरे प्रिय भारत वासियों, आपने tb किस कारण होता है उसके लक्षण, उपचार और बचाव सम्बन्धी जरुरी जानकारी अब पा ली हैं| यदि आपको क्षय रोग है तो अप अपने डॉक्टर के इलाज के साथ ऊपर दिए गाये सुझावों का पालन करके अपने रोग से जल्द मुक्ति पा सकते हैं| बस इतना याद रहे की डॉक्टर द्वारा दिया जाने वाला उपचार और दवाई किसी भी हालत में आपको स्किप नहीं करनी है|
Agar psnt ko sugar +fb he to kya de
tab patient ko sirf doctor ki salah leni chahiye
Yes mere dost
sir mujei tB tha dcoter ki salah se mai 1year dwaand b kiy ab sab normal hai pr mera wajan nhi badh rha hai ky krna chahiye
kela nahi khana chahiye kal hi dr se puchh kar aaya hu
hamne wo hi likha jo science aur research kehti hai…kela khana chahiye tb mein ya nahi yah aapki condition par aur doctor ki salah par nirbhar karta hai
very good information sir…. sampoorn jankari di he apne sir